
रविवार दिल्ली नेटवर्क
पुस्तक संख्यात्मक तर्क, मौखिक तर्क, स्थानिक तर्क को बेहतर बनाने पर केंद्रित है, चाहे छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं, व्यावसायिक योग्यता परीक्षण की तैयारी कर रहे हों, या बस अपनी मानसिक क्षमता को तेज करना चाहते हों, लेखक तर्क कौशल में सुधार के लिए अपनी गहरी अंतर्दृष्टि और सिद्ध तरीकों को साझा करते हैं। उनका दृष्टिकोण अकादमिक कठोरता को वास्तविक दुनिया की प्रयोज्यता के साथ जोड़ता है, यह सुनिश्चित करता है कि पाठक आईक्यू टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन कर सके और इन कौशलों को अपने रोजमर्रा के जीवन में लागू कर सके।
प्रिंसिपल डॉ आरके उप्पल गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी गिद्दड़बा ने प्रसिद्ध लेखक और सेवानिवृत्त प्रिंसिपल विजय गर्ग द्वारा लिखित पुस्तक “सक्सिडेड एट इंटेलिजेंस कोशेंट” का विमोचन किया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रोफेसर भी मौजूद थे। प्रिंसिपल डॉ आरके उप्पल ने पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान बोलते हुए शिक्षा के क्षेत्र में विजय गर्ग द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक छात्रों के आईक्यू टेस्ट को मापने के लिए बहुत उपयोगी है, जो छात्रों के संख्यात्मक तर्क, मौखिक तर्क और स्थानिक तर्क को बेहतर बनाने में सहायक है।
डॉ. ने आगे कहा कि विजय गर्ग द्वारा लिखित यह पुस्तक सदैव विद्यार्थियों एवं शिक्षकों, समाज के लिए मार्गदर्शन का काम करेगी तथा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी बहुत उपयोगी होगी।
पुस्तक के विमोचन के अवसर पर बोलते हुए विजय गर्ग ने कहा कि पुस्तक का उद्देश्य सभी आयु वर्ग के विद्यार्थियों को सशक्त बनाना तथा व्यक्तियों को उनकी बौद्धिक क्षमता को विकसित करने में सहायता करना है।