रिटर्न गिफ्टःटीएमयू हॉस्पिटल में चार करोड़ रुपए तक होंगे फ्री में इलाज और ऑपरेशन

Return Gift: Free treatment and operations up to Rs 4 crore will be available in TMU Hospital

रविवार दिल्ली नेटवर्क

  • यह पैसा न तो सरकार, न ही माइनोरिटी विभाग काः कुलाधिपति श्री सुरेश जैन
  • अब हड्डी विभाग में एक करोड़ रुपए के फ्री ऑपरेशन एवम् इलाज की घोषणा
  • गर्भवती महिलाओं के लिए दो करोड़ रुपए की चल रही है कल्याणकारी योजना
  • सर्जरी एवम् बाल रोग विभाग में भी 50-50 लाख की ये योजनाएं लागू
  • हड्डी विभाग की ओर से जोड़ प्रत्यारोपण पर भी विशेष छूट का ऐलान

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन का व्यक्तित्व सच्चे लोकोपकारी के रूप में उभरा है। श्री जैन न केवल समाज को उच्च शिक्षा के लिए संकल्पित हैं, बल्कि समाज के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। इसी सेवा भाव के संकल्प और समर्पण के चलते श्री जैन ने हाल ही में एक के बाद एक टीएमयू हॉस्पिटल में चार करोड़ रुपए की जनकल्याणकरी सेवाओं का अनमोल तोहफा दिया है। टीएमयू हॉस्पिटल के हड्डी रोग विभाग की ओर से कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने अब एक करोड़ रुपए के फ्री ऑपरेशन एवम् इलाज की घोषणा की है। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन कहते हैं, यह पैसा न तो सरकार, न माइनोरिटी विभाग की ओर से आया है और न ही कहीं दीगर सोर्स से प्राप्त हुआ है। यह धनराशि सिर्फ और सिर्फ टीएमयू हॉस्पिटल और तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की है, जो ये चैरिटी के रुप में खर्च कर रहे हैं। इससे पूर्व श्री जैन स्त्री एवम् प्रसूति रोग विभाग के लिए 02 करोड़, सर्जरी विभाग एवम् बाल रोग विभाग के लिए 50-50 लाख रुपए की निःशुल्क इलाज योजनाओं की भी घोषणा कर चुके हैं।

टीएमयू हॉस्पिटल के हड्डी रोग विभाग के एचओडी डॉ. अमित सराफ कहते हैं, इस योजना के तहत एक करोड़ रुपए खर्च होने तक हड्डी रोग विभाग में आपॅरेशन और इलाज की निःशुल्क सुविधा मिलेगी। विभाग की ओर से हाथ और पैर की हड्डियों में स्क्रू रॉड और प्लेट लगाना, हड्डियों से संबंधित सभी रोगों का इलाज और दवाइयां फ्री मिलेंगी। भर्ती पेशेंट के लिए बेड, आईसीयू, वेंटीलेटर के संग-संग अल्ट्रासाउंड, एमआरआई, सीटी स्कैन एवम् सभी तरह की खून की जांचे निःशुल्क की जाएंगी। जोड़ प्रत्यारोपण पर विशेष छूट दी जाएगी। घुटने का प्रत्यारोपण मात्र 65 हजार और कूल्हे का प्रत्यारोपण मात्र 80 हजार में किया जाएगा, जिसमें बेड चार्ज, जांचें, ऑपरेशन, दवाइयां एवम् इंप्लांट का खर्चा शामिल है। बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ. बीके गौड़ कहते हैं, इस योजना के तहत लंबी खांसी, सूखा रोग, दिमागी बुखार, टायफाइड, दमा, मिर्गी के दौरे आदि का इलाज निःशुल्क किया जाएगा।

उल्लेखनीय है, इसी तर्ज पर हॉस्पिटल में दो करोड़ रुपए तक की महिलाओं के लिए भी एक योजना चल रही है, जिसमें महिलाओं की डिलीवरी से लेकर इलाज, दवाइयां, जांचें, रहने-खाने आदि की बिल्कुल निःशुल्क व्यवस्था की गई है। साथ ही महिला और बच्चे के हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने पर चार हजार रुपए का चेक भी दिया जा रहा है, ताकि जच्चा-बच्चा को उचित पोषण मिल सके। इसके अलावा सर्जरी विभाग की 50 लाख रुपए की योजना के तहत हर्निया, अपेंडिक्स, आंतों का उलझना, आंतों का फटना, पेट की रसौली, पित्त की थैली में पथरी, भगन्दर, बवासीर, फिसर आदि के ऑपरेशन के संग-संग पित्ती की नलियों की एडवांस सर्जरी आदि दूरबीन विधि से निःशुल्क की जा रही है। इसमें पेशेंट के रहने-खाने के संग-संग एनस्थिसिया, दवाइयां, खून की जांचें, एमआरआई, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, आईसीयू, वैन्टीलेटर आदि की व्यवस्था भी निःशुल्क है।