रविवार दिल्ली नेटवर्क
शिमला : मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बुधवार को यहां सराज विधानसभा क्षेत्र से सम्बन्धित विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने और उन्हंे समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने विभिन्न निर्माण कार्यों में वन स्वीकृतियों से सम्बन्धित प्रक्रियाएं निर्धारित अवधि के भीतर पूर्ण करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सराज विधानसभा क्षेत्र में 31 मार्च, 2022 तक 1094.626 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। इसमें से 449 किलोमीटर सड़कों की टारिंग की गई है।
उन्होंने बताया कि सराज विधानसभा क्षेत्र की 78 पंचायतों में से 76 पंचायतों में सड़क सुविधा प्रदान की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त कुल 274 गांवों में 214 गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सी.आर.एफ. के तहत सराज विधानसभा क्षेत्र में 237.35 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं तथा सात परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत क्षेत्र में 101.42 करोड़ रुपये की लागत से 13 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जिनका कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि सराज विधानसभा क्षेत्र में नाबार्ड के तहत 8 परियोजनाओं के लिए 76.17 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं जिनका कार्य प्रगति पर है। उन्होेंने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा क्षेत्र में शिक्षा विभाग के 34, स्वास्थ्य विभाग के 12, तकनीकी शिक्षा व पशु पालन विभाग की तीन-तीन, पर्यटन विभाग के दो कार्यो सहित 67 कार्य किए जा रहे हैं जिनका निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में निर्माणाधीन 10 प्रमुख पुलों के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए इन्हें शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सराज विधानसभा क्षेत्र में जल शक्ति विभाग द्वारा 262.03 करोड़ रुपये की 24 प्रमुख परियोजनाओं का निर्माण कार्य किया जा रहा है जिनमें से 12 का कार्य पूर्ण हो चुका है। हर घर नल से जल योजना के तहत 44 ग्राम पंचायतों और 275 गांवों को पूर्णतः कवर कर लिया गया है।
पर्यटन विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने नई राहें नई मंजिलें योजना के तहत विभिन्न परियोजनाओं और बगुलामुखी में रोपवे का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन विभाग व वन विभाग को आपसी समन्वय से विभिन्न योजनाओं को शीघ्र पूरा करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में विभिन्न संस्थानों में रिक्त पदों को भरने, मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन बालीचौकी, गाड़ागुशैणी व थुनाग, वन विश्राम गृह बालीचौकी, रैणगलू, केलोधार व पंजैण, लोक भवन के निर्माण, नई पंचायतों में पंचायत भवन के निर्माण, 33 केवी सब स्टेशन व बस अड्डों के निर्माण सहित विभिन्न विकास कार्यो की प्रगति की समीक्षा भी की गई।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने शिकारी देवी मंदिर समिति की बैठक की भी अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा यहां नई राहें नई मंजिलें योजना के तहत ट्रैकिंग मार्ग, सीढ़ियांे व रेलिंग इत्यादि कार्यों पर लगभग 70 लाख रुपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को शिकारी देवी मंदिर परिसर से सम्बन्धित विभिन्न कार्यों को समयबद्ध पूर्ण करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव आर.डी.धीमान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुभासीष पन्डा, सचिव और विभिन्न विभागों के प्रमुख तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।