देशी विदेशी निवेशकों का कुंभ राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट सम्पन्न

Rising Rajasthan Global Investment Summit, the Kumbh of domestic and foreign investors, concluded

राइजिंग राजस्थान का आयोजन 2026 में फिर से होगा

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

जयपुर : राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर में पिछलें तीन दिनों तक चला देशी विदेशी निवेशकों का कुंभ राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट बुधवार को सम्पन्न हो गया। अब राइजिंग राजस्थान का आयोजन एक वर्ष बाद 2026 में फिर से होगा । मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस एतिहासिक सफल आयोजन के लिए आगन्तुक सभी विशिष्ट अतिथियों,निवेशकों, उद्योगपतियों, अपने मंत्रिपरिषद के साथियों, अधिकारियों-कर्मचारियों आदि का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि समिट में विशेषज्ञों द्वारा दिये गए नए आइडियाज से राजस्थान के भविष्य को और अधिक उज्ज्वल एवं मजबूत बनाने के लिए प्रेरणा मिलेगी।

समिट के अन्तिम दिन बुधवार को केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने समापन सत्र को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि दुनिया के प्रत्येक कोने में राजस्थान का उद्यमी मौजूद है तथा हर राजस्थानी अब आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में नई ऊंचाइयां छू रहा है। पहले राजस्थान बीमारू राज्य की श्रेणी में माना जाता था लेकिन अब वही राजस्थान राइजिंग होकर प्रगति की तरफ बढ़ रहा है। विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद 11 प्रतिशत की विकास दर प्रदेशवासियों की मेहनत को दर्शाती है। केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के अपने शासनकाल के पहले में ही वर्ष में राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन करने के फैसले को सराहा और कहा कि उनके नेतृत्व में एक साल में ही राजस्थान विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है।

प्रधान ने घोषणा की कि केन्द्र सरकार राज्य के प्रमुख शैक्षणिक शिक्षा आईआईटी जोधपुर एवं केन्द्रीय विश्व विद्यालय जैसे संस्थान में एडवांस टैक्नोलॉजी लैब को स्थापित करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान केवल पूंजी निर्माता ही नहीं बल्कि नॉलेज बेस्ड इकोनोमी भी है। यहां आईआईटी, आईआईएम, एम्स सहित सभी विश्वस्तरीय शिक्षण संस्थान मौजूद हैं। वर्तमान में देश को जॉब सीकर्स से ज्यादा जॉब क्रिएटर्स की जरूरत है लेकिन राजस्थान के व्यक्ति को उद्यमिता सिखाने की जरूरत नहीं है, उसमें यह खूबी जन्म से ही होती है। जैसे खाड़ी देश विश्व अर्थनीति के केन्द्र हैं, वैसे ही भविष्य में जयपुर और जैसलमेर का दुनिया के अर्थनीति का केन्द्र बनना तय हैं तथा यह समिट ने इसको दिशा देने में सफलता की ओर कदम बढ़ाया है।इस समिट में ऊर्जा के क्षेत्र में सर्वाधिक एमओयू साइन हुए हैं जोकि एक प्रोग्रसिव पहल है। दुनिया में ऊर्जा की खपत अमरीका और चीन के बाद भारत में सर्वाधिक होती है। भारत भविष्य में ग्रीन एनर्जी तथा न्यू एनर्जी भी सृजित करेगा तथा राजस्थान इस क्षेत्र में लीडर पॉजिशन पर आ गया है। यहां हुए निवेशों से लोगों को संसाधन मिलेंगे, आय का सृजन होगा तथा आधारभूत सुविधाएं मिलेंगी जिससे पूरा राज्य विकास की दौड़ में अग्रणी बन सकेगा।

इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घोषणा की कि राज्य सरकार राइजिंग समिट में हुए एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए पूरी शक्ति के साथ काम करेगी तथा अगले वर्ष 11 दिसंबर को इन सभी एमओयू के जमीन पर उतरने की कार्यवाही की समीक्षा कर उसे जनता के सामने लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार समिट के माध्यम से 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू किए गए हैं। मुख्यमंत्री शर्मा ने यह घोषणा भी की कि राइजिंग राजस्थान का आयोजन 2026 में फिर से होगा।

असीम संभावनाओं से भरपूर राजस्थान में उद्यमिता एवं विकास के शिखर को छूने की क्षमता है। राजस्थान नवाचार एवं निवेश आकर्षण के एक नए केंद्र के रूप में उभर रहा है।उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ने कई अहम निर्णय लिए हैं। राज्य में 11 औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना के लिए 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की स्वीकृति, पांच नवीन औद्योगिक क्षेत्रों को भूखंड आवंटन एवं रीको द्वारा 8 औद्योगिक क्षेत्र नियोजित किए गए हैं। राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर लाने के लिए अगले तीन साल में जीआई टैग की संख्या को दोगुना करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध हैं। जीआई टैग वाले उत्पाद गांव से ग्लोबल की तरफ बढ़ेंगे जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकास भी विरासत भी’ विजन को साकार करेंगे।राजस्थान एमएसएमई नीति-2024 सहित 10 नीतियों से प्रदेश में निवेश को बढ़ावा मिलेगा। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन नीति-2024 एवं अन्य 9 नीतियां जारी की गई हैं। इसके अलावा राजस्थान निर्यात संवर्धन नीति 2024 भी जारी की गई है। साथ ही एक जिला एक उत्पाद नीति 2024 लागू कर वोकल फोर लोकल को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इस अवसर पर कहा कि विकसित राजस्थान लक्ष्य की प्राप्ति में यह समिट मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने समिट के उद्घाटन सत्र में दिए गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वक्तव्य राजस्थान राइजिंग के साथ रिलायबल एवं रिसेप्टिव भी है जो खुद को रिफाइन करना भी जानता है को टीम राजस्थान के लिए नई ऊर्जा मिलना बताया। राजस्थान पहले केवल पर्यटन के लिए जाना जाता था लेकिन अब इस समिट के सफल आयोजन से प्रदेश उद्योग क्षमताओं के लिए भी जाना जा रहा है।उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि मुख्यमंत्री के अथक प्रयासों से समिट राज्य ही नहीं देश के लिए भी एक एतिहासिक अवसर बना है। यह समिट राज्य की क्षमता, आकांक्षाओं और संभावनाओं का प्रतीक है।

समापन सत्र से पहले मुख्यमंत्री शर्मा ने विभिन्न कंपनियों और उपक्रमों के एग्जीबिटर बूथ का अवलोकन किया। उन्होंने बिल्डिंग ए सिक्योर नेशन बूथ पर आधुनिक हथियारों को प्रदर्शनी को भी देखा । साथ ही 3 डी आईवीआर तकनीक के माध्यम से हिंदुस्तान जिंक की माइंस का वर्चुअल टूर किया। उन्होंने आई स्टार्ट राजस्थान बूथ पर रोबोटिक डॉग का रिमोट से संचालन भी किया। वे उत्तर पश्चिम रेलवे के बूथ पर भी पहुंचे और भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के मॉडल्स का जायजा लिया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने सिंकटेक, धूत संगमरमर, हिंगोनिया पुनर्वास केंद्र और एंबेसी ऑफ डेनमार्क के एग्जीबिटर बूथ का भी दौरा किया।इस दौरान वर्ल्ड बैंक के कंट्री हैड ऑगस्ट तानो कुआमे, राज्य मंत्रिपरिषद् के सदस्य गण, वरिष्ठ अधिकारी, लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा सहित बड़ी संख्या में एमएसएमई क्षेत्र से जुड़े उद्यमी उपस्थित रहे।

इस मेगा इवेंट में राजस्थानी उत्पादों को बढ़ावा देने के मकसद के साथ राजस्थान के पर्यटन, कला, संस्कृति और परंपरा से जुड़े विषयों पर एग्जिबिशन और एक्सपो हुए। साथ ही कई विदेशी कंपनियों द्वारा भी सहभागिता की गई।

राजस्थान के शानदार आतिथ्य सत्कार , राजस्थानी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों, मीठी मनुहार के साथ परोसे गए विविध स्वादिष्ट व्यंजनों तथा दुल्हन से सजे जयपुर की सुंदर सजावट तथा पर्यटन स्थलों को अवलोकन करने के पश्चात देश विदेश से आए मेहमान राजस्थान की अविस्मरणीय यादों को दिल में समेटे पुनः आने के वायदे के साथ विदा हुए।

राजस्थान राइजिंग ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट 2024 का यह आयोजन राजस्थान के सुनहरे भविष्य के मार्ग में मील का पत्थर बन कर उभरेगा ऐसी सभी को उम्मीद हैं।