रविवार दिल्ली नेटवर्क
नयी दिल्ली : किसी भी देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में स्किल का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। लगातार आगे बढ़ती इस दुनिया में एक नया स्किल आपको दूसरों से बेहतर बना सकता है। स्किल एक ऐसी साधना है, जिसके द्वारा युवाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उद्योगों की मांग के अनुसार स्किल कार्यबल तैयार करके समाज और राष्ट्र को आगे बढ़ाया जा सकता है। आप छात्र हैं तो ये बात आपको पता ही होगी कि आजकल हर कंपनी और संस्थान कुछ खास स्किल वाले लोगों को ही रोजगार प्रदान करती हैं। रोटरी स्किल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इसी स्किलकी कमी को दूर करने और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कुछ ऐसे कोर्स शुरू किया है,जिनकी आवशयकता कई कंपनियों और संस्थानों को है।
इस सेंटर की स्थापना में रोटरी डेल्हाइटीज फाउंडेशन की प्रेसिडेंट रीमा गर्ग और वाइस प्रेसिडेंट चन्द्र प्रकाश गुप्ता ने अहम भूमिका निभायी है |
इस सेंटर में 15 मई से पाठ्यक्रम शुरू हो चुके है, जिसमें करीब 70 युवा युवतियों को प्रवेश दिया जा चुका है | अभी 70-75 सीटे खाली हैं, जिसमें प्रवेश की प्रक्रिया तेजी से चल रही है |इस सेंटर में चार पाठ्यक्रम शुरू किए गए है, जिनमें सीएनजी मशीन ऑपरेटर, कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव, वेल्डिंग टेक्नीशियन, एवं इक्विटी डीलर शामिल है | कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव और सीएनजी मशीन ऑपरेटर पाठ्यक्रम के इच्छुक युवा को 12 वीं कक्षा उतीर्ण होना चाहिए| वेल्डिंग टेक्नीशियन पाठ्यक्रम के लिए 10 वीं कक्षा उतीर्ण होना चाहिए| इक्विटी डीलर पाठ्यक्रम के इच्छुक युवा के पास स्नातक की उपाधि होना अनिवार्य है | इन पाठ्यक्रमों की सबसे बड़ी विशिष्टता यह है कि पूरा पाठ्यक्रम निःशुल्क है | पाठ्यक्रम पूर्ण होने के बाद डीएसइयू और एवं एनएसडीसी द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान करने के साथ नौकरी भी हाथों-हाथ प्रदान कीजाएगी|
रोटरी फाउंडेशन की वर्तमान प्रेसिडेंट रीमा गर्गने कहा कि ये पाठ्यक्रम रोजगारपरक है जिसका उद्देश्य युवाओं की कुशलता को बढाकर और उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर उनमे आत्मसम्मान की भावना को बढ़ाना है| रोटरी जिला 3011 के गवर्नर अशोक कन्थूर ने भी सामाजिक कार्य की इस पहल की सराहना की है जो 10वीं और 12वीं कक्षा उतीर्ण युवाओं को सम्मानजनक रोजगार उपलब्ध कराने में सक्षम है |
प्रेसिडेंट रीमा गर्गजी के अनुसार सभी पाठ्यक्रम रोजगारपरक है | इसलिए इनकी काफी मांग है | इसलिए इन पाठ्यक्रमों को पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को नौकरी प्राप्त करने में किसी प्रकार की समस्या नहीं आने वाली है| इस सेंटर में युवाओं को कौशल सिखाने के साथ ही उनके व्यक्तित्व को निखारने का भी प्रयास किया जाएगा | प्रत्येक पाठ्यक्रम में 36 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है | इस प्रकार एक साथ 144 विद्यार्थी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे एवं 3 महीने के बाद 144 विद्यार्थियों का नया बैच प्रारंभ होगा| इस प्रकार साल में कुल 576 विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है | वर्तमान में इस सेंटर में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है | इसलिए जो भी युवा यह प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें तत्काल सेंटर में जाकर जानकारी प्राप्त करनी चाहिए, क्योंकि स्थान सीमित है | इच्छुक युवा इस सेंटर द्वारा संचालित पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए सेंटर इंचार्ज उमेश गौतम से संपर्क कर सकते हैं(9868310986)|
सेंटर के प्रेरणास्रोत चन्द्र प्रकाश गुप्ता ने सामाजिक कार्यों में रूचि रखनेवाले समाज के सभी सम्मानित लोगों से अनुरोध किया है किवे अपनी संस्थाओं में काम करनेवालेकर्मचारियों को इस सेंटर के बारे में जानकारी प्रदान करें, जिससे वे अपने बच्चों को यहाँ प्रशिक्षण दिलवाकर उन्हें इस योग्य बना सकें कि उनको काम की तलाश में भटकना न पड़े| किसी भी व्यक्ति को सम्मान के साथ जिंदगी व्यतीत करने में सबसे बड़ी मदद यहीं होती है कि उसे आत्मनिर्भर बनने में सहायता की जाय ताकि उसे किसी से सहायता मांगने की आवश्यकता न पड़े |
रोटरी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना रोटरी डेल्हाइटीज फाउंडेशन द्वारा की गई है जिसके ट्रस्टी कई बड़े सम्मानित उद्योगपति है जिन्होंने भरोसा दिलाया है कि सेंटर से प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिलाने में उनका पूर्ण सहयोग रहेगा |इस सेंटर की प्रेसिडेंट रीमा गर्ग एसएमसी की डायरेक्टर और ग्रुप एचआर हेड हैं और वाइस प्रेसिडेंट सी पी गुप्ता जी अंबिका स्टील के एमडी हैं। ग्लोब कैपिटल के अशोक अग्रवालजी, यूनिटी ग्रुप के किशन अग्रवालजी,मैरिनो प्लाईवुड से गोविंद मुंद्राजी, एआइपीएल से अजित गुप्ताजी, मल्टीकलर स्टील से राजेश गुप्ता जी, टॉप ग्रो से विजय गुप्ताजी और सीए मधुसूदन जी प्रमुख ट्रस्टी हैं | इस सेंटर में एसएमसी ग्रुप के फाउंडर सुभाष जी और महेश जी का भी अहम योगदान है |
इस केंद्र का उद्घाटन 10 जून 2023 को होना है | रोटरी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्देश्य प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्किल इंडिया मिशन के सपने को साकार करने में अपना योगदान देना है | ये कुशल युवा ही श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के विजन को नई दिशा प्रदान कर सकते हैं।