सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : बेशक भारत के सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा को पहली ही गेंद और तीन दिन में लगातार दूसरा शतक जड़ने वाले बाएं हाथ के तिलक वर्मा को जोहानिसबर्ग में शुक्रवार रात सीरीज के चौथे और आखिरी टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में दो जीवनदान मिले और पहले मैच में शतक जड़ने के बाद अगले दो मैचों में शून्य पर आउट होने के बाद सीरीज का अपना दूसरा शतक जड़ने वाले भारत के सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन पहली से आखिरी गेंद तक क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में दक्षिण अफ्रीकी गेंदों की जमकर धुलाई करते नजर आए। इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता था कि भारत ने सीरीज के चौथे और आखिरी टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का पांचवां सबसे स्कोर बडा स्कोर 20 ओवर में एक विकेट पर 283 रन अपने बल्लेबाजों के विलक्षण बल्लेबाजी कौशल के बूते बनाया। भारत का यह टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में यह दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है । भारत का टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना सर्वोच्च स्कोर पिछले महीने हैदराबाद में बांग्लादेश के खिलाफ छह विकेट पर 297 रन था। भारत के अब सबसे ज्यादा 23 बल्लेबाजों ने टी 20 अतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शतक जड़े हैं जबकि भारत के बाद न्यूजीलैंड के 12 और ऑस्ट्रेलिया के 23 बल्लेबाजों के नाम शतक हैं। संजू सैमसन एक कैलंडर बरस में तीन टी 20 अंतर्राष्ट्रीय शतक जड़ने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए। भारत के तिलक वर्मा दो शतक जड़ कुल 280 रन बना चार टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की सीरीज में मैन ऑफ द‘ सीरीज बने जबकि मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने दूसरे मैच में पांच विकेट चटकाने सहित सबसे ज्यादा कुल 12 विकेट चटकाए।
जोहानिसबर्ग में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (3/20) ने बेहतरीन स्विंग और सीम गेंदबाजी की मिसाल पेश कर दक्षिण अफ्रीका को चौथे व आखिरी मैच में मात्र 18.2 ओवर में ट्रस्टन स्टब्ज (43), डेविड मिलर (36) और येनसन (अविजित 29) की उपयोगी पारियों 143 रन पर समेट भारत को 135 रन से जीत दिला सीरीज भी 3-1से जिता दी। संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने दो दो शतक जड़ भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की सीरीज 3-1 से जिता कर बताया कि आने वाला कल उनका है। भारतीय टीम ने अपने कप्तान सूर्य कुमार यादव की शुरू से दे दना की क्रिकेट खेल बताया टी 20 के लिए यही शैली सर्वश्रेष्ठ है। भारत ने इस साल वेस्ट इंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी हुए टी 20 विश्व कप में फाइनल सहित आठ मैचो सहित भारत ने इस साल खेले 26 मैचों में कुल 24 मैच जीते हैं औा मात्र दो एक जिम्बाब्चे में उसके खिलाफ अपनी दूसरी दर्जे की टीम भेजने के रूप एक मैच हारा है। भारत ने टी 20 विश्व कप तो जीता ही साथ ही 2024 में अब तक खेली बाकी पांचों ही सीरीज जीती।
सूर्य कुमार यादव की अगुआई में 22 बरस के तिलक वर्मा (120* रन, 47 गेंद, 10 छक्के, नौ चौके) और सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन (109*रन, 56 गेंद, 9 छक्के , छह चौके) की दूसरे विकेट की रिकॉर्ड 210 रन की भागीदारी और इससे पहले अभिषेक शर्मा (36 रन, 18 गेंद, चार छक्के, 2 दो चौके) व संजू की सलामी जोड़ी ने मात्र 5.5 ओवर में 73 रन जोड़ कर दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के हौसले पस्त कर दिए थे। रोचक बात यह है कि भारतीय बल्लेबाजों ने 23 छक्के और 17 चौके जड़े। दक्षिण अफ्रीका के लिए अभिषेक शर्मा का एकमात्र विकेट सिपमला को मिला।
द.अफ्रीका के खिलाफ यह टी 20 सीरीज जीतना खास : सूर्य कुमार यादव
भारत के कप्तान सूर्य कुमार यादव ने कहा, ’ यह कोई रहस्य नहीं है कि हमने खुद को हालात के मुताबिक ढाला। हमारी योजना एकदम साफ थी।जब हम पिछली बार जब हम दक्षिण अफ्रीका में उसके खिलाफ खेलने गए थे तो भी हमने इसी तरह की आक्रामक क्रिकेट खेली और हम इसे जारी रखना चाहते थे। हमारे लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार मैचों की यह टी 20 सीरीज जीतना खास है और यह हमेशा मेरी यादों रहेगी। शुक्रवार का मैच की बाबत हमने बात की और अच्छी आदतें जारी रखने को कहा। हमने नतीजे की बाबत नहीं सोचा और यह स्वत: अच्छा रहा। संजू और तिलक की बल्लेबाजी की बाबत क्या कहूं इनमें किसकी बल्लेबाजी सबसे बढ़िया रही मेरे लिए यह चुनना मुश्किल है। अभिषेक, संजू और तिलक ने गजब का बल्लेबाजी कौशल दिखाया। जहां तक हमारी गेंदबाजी की बात है तो हमें मालूम था कि एक बार लाइट जलने और तापमान गिरने पर पिच में गेंदबाजों के लिए कुछ मदद जरू थी। हमारे गेंदबाजों ने सही लाइन लेंग्थ के साथ गेंदबाजी और इसका नतीजा हमारे सामने है। टी 20 विश्व कप जीतने से हमें बड़ा हौसला मिला। जहां दक्षिण अफ्रीका के घर में उसके खिलाफ सीरीज खेलने की बात है तो यह हमेशा ही चुनौतीपूर्ण होता है। दक्षिण अफ्रीका से उसके घर में सीरीज जीत कर घर वापस लौटना भी चुनौतीपूर्ण होता है। हमारे लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार मैचों की यह टी 20 सीरीज जीतना खास है और यह हमेशा मेरी यादों रहेगी। जहां तक सपोर्ट स्टाफ की बात उन्होंने इस सीरीज का पहले ही दिन से पूरा लुत्फ उठाया। सपोर्ट स्टाफ ने हमारी पूरी भारतीय टीम के लड़को से बात की और हमें कहा कि आप भी खुल कर खेले और अपने मन की करें, फिर चाहे यह टॉस जीतने की बात हो या फिर पहले बल्लेबाजी करने की।‘
मेरा शतक भारतीय टीम और सीरीज के नजरिए से खास है : तिलक वर्मा
मैन ऑफ द‘ सीरीज रहे भारत के तिलक वर्मा ने कहा, ’ पिछली बार जब मैं जोहानिसबर्ग में खेला था तो पहली ही गेंद पर आउट हो गया था। जहां तक मेरे शुक्रवार को जड़े शतक की बात है तो यह हमारी भारतीय टीम और सीरीज के नजरिए से खास था। मैंने खुद और बेसिक्स पर भरोसा किया। मैं एकदम शांत था और मेरी कोशिश अपनी बेसिक्स पर काबिज रहने की थी। यह गजब का अहसास है। मैंने कभी सोचा नहीं था मैं इस टी 20 सीरीज में दो शतक जड़ दूंगा और भी वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसके घर में और इस पर अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकता। मैं भगवान और अपने कप्तान सूर्य कुमार यादव का आभारी हूं। पिछले कुछ महीनों में चोटिल था और मेरे प्रोसेस पर भरोसा किया। जब मैंने अपना शतक पूरा तो मैंने अपने दोनों हाथ उठाकर भगवान को धन्यवाद।
हम टीम के रूप में बढ़िया नहीं खेल पाए : मरक्रम
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एडन मरक्रम ने कहा,’ शुक्रवार की हार को किस तरह बयां करूं। भारत ने हमें बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में पूरी तरह धो दिया। हम चौथा व आखिरी टी 20 मैच जीत सीरीज बराबरी पर समाप्त कराना चाहते थे लेकिन हम टीम के रूप में बढ़िया नहीं खेल पाए। भारत ने बल्ले और गेंद से हम पर दबाव बनाया। आज आप बतौर गेंदबाज केवल स्टंप को निशाना बना गेंदबाजी नहीं कर सकते और कई बाहर आपको कुछ उससे बाहर भी गेंदबाजी करनी पड़ती है।एक या दो गेंद वाइड हो तो कोई बात नहीं लेकिन अपने गेंदबाजों ने बतौर योजना का बेहतर क्रियान्वन चाहते हैं। हमें सफेद गेंद से बतौर खिलाड़ी बेहतर कौशल और योजना को बेहतर ढंग से अमली जामा पहनाने की जरूरत होगी। हमारे हर खिलाड़ी को यह देखना कि उसका खेल किस दिशा में जा रहा है। हमारे लिए अच्छी बात यह है कि येनसन के साथ कोइत्जी ने भी शानदार खेल दिखाया।‘