सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : लगातार बारिश के कारण सोमवार को पांचवें और आखिरी दिन का खेल धुलने के कारण भारत की वेस्ट इंडीज से पोर्ट आफ स्पेन में सीरीज का दूसरा व आखिरी क्रिकेट टेस्ट भी जीत उसका 2-0 से सूपड़ा साफ करने की उम्मीद पर पानी फिर गया। बारिश के कारण दूसरा टेस्ट ड्रॉ खत्म होने के बावजूद भारत ने नई वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप(डब्ल्यूटीसी) 2023-25 में अपने अभियान का आगाज मेजबान वेस्ट इंडीज से दो टेस्ट की सीरीज 1-0 से जीत कर किया। भारत ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ यह लगातार नौवीं टेस्ट सीरीज जीती। भारत ने डॉमिनिका में वेस्ट इंडीज से सीरीज का पहला टेस्ट एक पारी और 141 रन से तीन दिन में जीत लिया। भारत और वेस्ट इंडीज को दूसरा टेस्ट ड्रॉ रहने से चार-चार अंक मिले। भारत के फिलहाल नई डब्ल्यूटीसी तालिका में दो मैचों से 16 अंक है और वह दूसरे स्थान पर है। भारत अब इस साल के आखिर में मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलेगा जबकि वेस्ट इंडीज की टीम अब जनवरी, 2024 में ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने जाएगी।
वेस्ट इंडीज ने चौथे दिन का खेल बंद होने के समय जीत के लिए दूसरी पारी में 365 रन का लक्ष्य का पीछा करते हुए दो विकेट खोकर 76 रन बनाए और तब उस पर बड़ी हार का खतरा मंडरा रहा था। ऐसे में पांचवें और अंतिम दिन बारिश वेस्ट इंडीज के लिए बड़ी राहत का संदेश लेकर आई। पोर्ट ऑफ स्पेन में रविवार को अंतिम बारिश के कारण कोई भी टीम लंच तक क्वींस पार्क ओवल (पोर्ट ऑफ स्पेन) नहीं पहुंची। बारिश एकबारगी कुछ थमी लेकिन इसके बाद बहुत तेज बारिश हुई। इस टेस्ट में तीसरे और चौथे दिन भी बारिश ने खेल में खलल डाला।
बारिश की आंखमिचौनी के बीच चौथे दिन रविवार सुबह नौजवान तेज गेंदबाज मैन ऑफ द मैच मोहम्मद सिराज(5/60) के ‘पंजेÓ से भारत ने वेस्ट इंडीज के बाकी पांच विकेट रविवार सुबह मात्र 26 रन के भीतर चटका उसकी पहली पारी मात्र 255 रन पर समेट 183 रन की बढ़त ली। कप्तान रोहित शर्मा (57 रन, 44 गेंद, तीन छक्के , पांच चौके)और इशान किशन (अविजित 52 रन, दो छक्के, चौके) के अविजित अद्र्बशतकों की मदद से भारत ने अपनी दूसरी पारी चौथे दिन दो विकेट पर 181 रन पर घोषित कर जीत के लिए वेस्ट इंडीज के सामने दूसरी पारी में 365 रन का लक्ष्य रखा। विराट कोहली (121) के शतक से भारत ने अपनी पहली पारी में 438 रन बनाए थे। वेस्ट इंडीज ने चौथे दिन का खेल बंद होने तक दो विकेट पर 76 रन गंवा दिए थे और उसे जीत के लिए पांचवें व अंतिम दिन सोमवार को अपनी दूसरी पारी में अभी भी 289 रन और बनाने और उसके आठ विकेट बाकी थे।अनुभवी ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने वेस्ट इंडीज को खेल के अंतिम सत्र में उसकी दूसरी पारी में दो करारे झटके दे भारत की जीत की उम्मीद जगा दी है। सलामी बल्लेबाज तेग नारायण चंद्रपाल 98 गेंद खेल दो चौकों की मदद से 28 और उपकप्तान जरमाइन ब्लैकवुड तीन चौकों की मदद से विकेट 20 रन नॉटआउट रहे।
टीम के रूप में हमारे खिलाडिय़ों अच्छी टेस्ट क्रिकेट खेली : रोहित शर्मा
भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ‘बदकिस्मती से पांचवें और आखिरी दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी हम रविवार को चौथे दिन जीत के इरादे से उतरे हम दूसरे टेस्ट में नतीजा चाहते थे। हम जानते थे कि आखिरी पारी में बल्लेबाजी कितनी ज्यादा मुश्किल होगी। आप चाहे वेस्ट इंडीज में खेलें या भारत में, दोनों जगह खेलने की अलग चुनौतियां हैं। मैं अपनी भारतीय टीम के वेस्ट इंडीज में टेस्ट सीरीज में खेल से खुश हूं। मोहम्मद सिराज ने हाल ही के बरसों में अपने करियर में लंबी छलांग लगाई हैं। खासतौर पर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में उन्होंने जिस तरह भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई की वह वाकई शानदार है। आप किसी एक या किन्हीं दो गेंदबाजों पर निर्भर नहीं रहना चाहते। टीम के रूप में हमारे खिलाडिय़ों अच्छी टेस्ट क्रिकेट खेली। यही हमारी बड़ी ताकत है। दूसरी पारी में तेजी से रन बनाना चाहते थे और हमने इशान को बल्लेबाजी क्रम में उपर भेजा और वह इसमें कामयाब रहे। विराट कोहली ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और आपको सभी का साथ चाहिए। हमारी पास टीम में जरूरी गहराई और विविधता है। हम सही जगह हैं। अहम है सही वक्त पर सही करना। नतीजे चाहे जो रही मेरी हमेशा कोशिश यह रही है कि हम टीम के रूप में लगातार बेहतर हों। डब्ल्यूटीसी फाइनल को छोड़ हमने बराबर बढिय़ा खेली। आप हर समय अलग हालात में खेलते हैं।हमारा फोकस बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण यानी तीनों में बेहतर प्रदर्शन करने पर है।’
वेस्ट इंडीज की दूसरी पारी में मात्र 60 रन देकर पांच विकेट चटकाने वाले भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा, ‘मेरा टेस्ट मैच में यह पहला मैन ऑफ दÓ मैच अवार्ड है और इसीलिए यह यादगार है। पिच में तेज गेंदबाजों के लिए कोई मदद नहीं थी लेकिन इस पर मैंने अपनी योजना को अमली जामा पहनाया। जब पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए कोई मदद न हो और तब विकेट चटकाना बतौर गेंदबाज आत्मविश्वास पैदा करना है। रोहित भाई ने मुझसे यही कहा बस वही करो तो तुम करते रहे हो।’