संवेदनशील पुलिसिंग : पुलिस के जवान ने पेश की मानवता की मिसाल

Sensitive policing: Police personnel set an example of humanity

  • दर्द से तड़प रही गर्भवती महिला को 3 कि.मी. कांवर में उठाकर पहुंचाया अस्पताल

रविवार दिल्ली नेटवर्क

रायगढ़ : पुलिस लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहती है। थाना कापू क्षेत्र अंतर्गत पहाड़ जंगल के बीच ग्राम पारेमेर घुटरूपारा बसा है जहां बरसात के दिनों में गांव के एक ओर चार पहिया वाहन का पहुंचना मुश्किल है। ऐसे में घुटरूपारा में एक गर्भवती महिला का दर्द उठना परिवार के लिए मुसीबत बन गया। परिवार ने गर्भवती सुष्मिता 28 साल को अस्पताल तक पहुंचाने डायल 112 को मदद के लिए काल किया गया। मेडिकल इमरजेंसी का कॉल थाना कापू राईनो को प्राप्त हुआ। कालर ने महिला को प्रसव पीड़ा होने की जानकारी दी। डायल 112 ड्यूटी में तैनात आरक्षक विपिन किशोर खलखो और ईआरवी वाहन चालक छोटू दास तुरंत रवाना हुए। गर्भवती महिला का घर नाला, पहाड़ी के उस पार स्थित होने और वाहन आवागमन के लिए रास्ता नहीं होने से आरक्षक प्रबल किशोर और वाहन चालक छोटू दास पैदल ही महिला के घर पहुंचे।

गर्भवती महिला की स्थिति को देखकर बिना देरी किये आरक्षक प्रबल किशोर ने कावड़ से प्रसव पीडि़त महिला को वाहन तक ले जाने घरवालों को राजी किया और स्वयं एक युवक के साथ कांवर में महिला को उठाकर डायल 112 वाहन की ओर चल पड़ा। गर्भवती महिला को कांवर में लेकर जवान करीब 03 कि.मी.पहाड़ी नाला को पार कर डायल 112 के वाहन तक पहुंचा और वाहन में बिठाकर अस्पताल ले जा रहा था। रास्ते में गर्भवती को अत्यधिक पीडा होने से जवान ने सूझबूझ का परिचय देते हुए वाहन पेड की आड में खडा कराया, जहां मितानिन और महिला के परिजन ने बपर्दा गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया। जिसे डायल 112 वाहन से तत्काल नजदीकी शासकीय अस्पताल जमरगा में दाखिल किया गया जहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं । स्थानीय लोगों ने ऐसी स्थिति में डायल 112 के त्वरित प्रतिक्रिया और सहायता के लिए पुलिस की सराहना की है।