ऑस्ट्रेलिया के ख्वाजा व हैंडसकॉम्ब के जीवट व किस्मत सहारे अद्र्धशतक
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के रफ्तार के सौदागर मोहम्मद शमी (4/60) ने ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (3/57) और लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा (3/68) के साथ मिलकर सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा और पीटर हैंडकॉम्ब के जीवट और कुछ किस्मत के सहारे जड़े अद्र्बशतकों के बावजूद मेहमान ऑस्ट्रेलिया को चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी क्रिकेट सीरीज के दूसरे टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार को यहां आखिरी सत्र में पहली पारी में 78.4 ओवर में 263 रन पर समेट दिया। भारत से नागपुर में सीरीज के पहला टेस्ट ढाई दिन में पारी और 132 से हारने वाली ऑस्ट्रेलिया की यहां अरुण जेटली स्टेडियम में सुबह टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरू से जवाबी हमला बोलने की रणनीति कुछ कारगर रही और वह पहली पारी में सम्मानजनक स्कोर बनाने में सफल रही। जवाब में भारत ने समक्षबूझ का खेल बंद होने तक 9ओवर में अपनी पहली पारी में बिना क्षति 21 रन बनाए। तब कप्तान रोहित शर्मा 13 और उनके सलामी जोड़ीदार केएल राहुल चार रन बना क्रीज पर डटे थे। दिन के अंतिम और ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के पहले ओवर की तीसरे गेंद पर रोहित शर्मा (12)को अंपायर ने मरनस लबुशेन के हाथों कैच आउट घोषित किया लेकिन डीआरएस लिए जाने पर तीसरे अंपायर ने फैसला पलट दिया।
फिलहाल पहला टेस्ट बराबर की स्थिति में लगता है। भारत अब ऑस्ट्रेलिया से 242 रन पीछे और पहली पारी में उसके सभी दस विकेट बाकी हैं। भारत अपने घर में पिछले एक दशक में अपने घर में मात्र दो टेस्ट हारा है। भारत मेहमान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैदान पर पिछले करीब छह दशक से भी ज्यादा में यहां खेले सात टेस्ट में मात्र पहला ही हारा जबकि तीन वह जीता है और तीन ड्रॉ रहे है। भारत यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैदान पर इसी दबदबे को आगे बढ़ाने के मकसद से पहले पहली पारी में बड़ी बढ़त लेने के मकसद से दूसरे दिन उतरेगा।
भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने स्पिन की मददगार बताई जा रही पिच पर सबसे पहले सलामी डेविड वॉर्नर (15 रन, 44 गेंद, तीन चौके) को बोल्ड कर आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई और अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले लेफ्ट आर्म स्पिनर मैथ्यू कुहेनमान (0) को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी समेटी। शमी ने लंच के बाद ट्रेविज हेड(12 रन, 30 गेंद, एक छक्का, एक चौका) और आखिरी सत्र में निचले क्रम में नाथन लियोन(10 रन, 2 चौके, 26 गेंद) को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलिया को बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोका। अश्विन ने लंच से पहले और जडेजा ने चायकाल के बाद अपने एक ही ओवर में दो दो विकेट निकाल जब ऑस्ट्रेलिया की हिम्मत तोड़ दी।
पीटर हैंडकॉम्ब (अविजित 72रन, 142 गेंद, नौ चौके) ने उस्मान ख्वाजा (81रन , 125 गेंद, एक छक्का) के साथ पांचवें और कप्तान पैट कमिंस (33 रन, 59, दो छक्के, तीन चौके) के साथ सातवें विकेट के लिए 59-59 रन की भागीदारियां कर ऑस्ट्रेलिया को कुछ सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया । जडेजा की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने चायकाल से पहले ख्वाजा को केएल राहुल के हाथों स्लिप में कैच करा और चायकाल के बाद फिर पैट कमिंस को एलबीडब्ल्यू आउट कर इन दोनों की हैंडकॉम्ब के साथ खतरनाक होती भागीदारी तो तोडऩे के साथ इसी ओवर में टॉड मर्र्फी को भी बोल्ड किया।
भारत से नागपुर में सीरीज का पहला टेस्ट मात्र ढाई दिन के भीतर हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने अपने खिलाडिय़ों को ज्यादा आक्रामक अंदाज में खेलने की नसीहत दी ही खुद भी उतरते ही अश्विन के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाए।
अश्विन ने लंच से पहले अपने नौंवे ओवर में मरनस लबुशेन (18 रन, 25 गेंद, 4 चौके) को एलबीडब्ल्यू आउट कर और स्टीव स्मिथ (0) को आउट करा ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 91 रन दिया। चायकाल से पहले अश्विन ने अलेक्स कैरी(0) को विराट कोहली के आउट कैच कराया।
किस्मत के सहारे बचते ऑस्ट्रेलिया इससे पूर्व केवल सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ( 15रन, 44गेंद, 3 चौके) मजबूत स्थिति में नजर आ रहा। मोहम्मद शमी की गेंद ऑफ स्टंप के बाहर से भीतर आई और वॉर्नर के बल्ले का हल्का बाहर किनारा लेकर विकेटकीपर श्रीकर भरत के हाथों में जा समाई। ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्नर के रूप में पहला विकेट 16 वें ओवर में 50 रन पर खोया था। लंच के बाद भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने एक छोर से तेज गेंदबाज के रूप में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज को लगाया और दूसरे छोर से अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की। अश्विन ने ट्रेविज हेड को खासा परेशान किया। शमी ने राउंड द विकेट आकर गेंद फेंकी और और उनकी गेंद पर जोरदार प्रयास करने के फेर में हेड (12 रन, 30 गेंद, एक छक्का, एक चौका) ने दूसरे स्लिप में केएल राहुल को कैच थमा दिया और ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर हो गया। ऑस्ट्रेलिया ने चायकाल तक अपनी पहली पारी में छह विकेट पर 199 रन बनाए थे और तब पीटर हैंडसकॉम्ब चार चौकों की मदद से 36 और कप्तान पैट कमिंस जवाबी हमला बोलने के अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए मात्र 31 गेंद खेल कर दो छक्कों और दो चौकों की मदद 23 रन बनाकर क्रीज पर डटे थे।
ऑस्ट्रेलिया न लंच और चायकाल के बीच भी तीन विकेट और खोकर 105 रन जोडे। लंच के बाद भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने एक छोर से तेज गेंदबाज के रूप में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज को लगाया और दूसरे छोर से अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की। अश्विन ने ट्रेविज हेड को खासा परेशान किया। शमी ने राउंड द विकेट आकर गेंद फेंकी और और उनकी गेंद पर जोरदार प्रयास करने के फेर में हेड (12 रन, 30 गेंद, एक छक्का, एक चौका) ने दूसरे स्लिप में केएल राहुल को कैच थमा दिया और ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर हो गया। हेड के आउट होने पर क्रीज पर उतरे पीटर हैंडकॉम्ब सकारात्मक अंदाज में खेले और एक छोर पर लंगर डटे बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा के साथ तेजी से आगे बढ़ा पांचवें विकेट के लिए रन जोड़ ऑस्ट्रेलिया को मजबूती की ओर ले जाती दिखे। विश्वास से स्वीप और रिवर्स स्वीप लगा रहे उस्मान ख्वाजा (81, 125 गेंद, एक छक्का, 12 चौके) ने रवींद्र जडेजा की लेग स्टंप से बाहर गेंद को उड़ाने के प्रयास में कवर पॉइंट पर को कैच थमा दिया और ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पांच विकेट पर 167 हो गया। यह जडेजा का टेस्ट क्रिकेट में 250 वां विकेट था। ऑस्ट्रेलिया के स्कोर में एक रन ही ओर जुड़ा था कि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपनी विविधता से अलेक्स कैरी (0) को तेज ऑफ ब्रेक पर कट करने को मजबूत कर स्लिप में विराट कोहली के हाथों कैच करा दिया।
ऑस्ट्रेलिया बदली रणनीति से जवाबी हमले करने के इरादे से उतरा और बहुत हद तक कामयाब भी रहा। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने नौवें और पारी के 23वें ओवर की चौथी गेंद तेजी से भीतर आती गेंद पर मरनस लबुशेन(18 रन, 25 गेंद, 4 चौके) को एलबीडब्ल्यू आउट कर और स्टीव स्मिथ (0) को आउट करा ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 91 रन कर भारत की लंच से ठीक पहले टेस्ट में वापसी करा दी। स्मिथ दरअसल ऑफ ब्रेक के लिए खेले लेकिन गेंद उनके बल्ले का हल्का बाहर किनारा लेकर भारत के विकेटकीपर श्रीकर भरत के हाथों में जा समाई। ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक अपनी पहली पारी में तीन विकेट खोकर 94 रन बनाए थे।