- शिखर ने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में कुल मिला 269 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले और कुल 24 शतक जड़े
- भारत के टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में शतक जड़ने की शिखर की हसरत अधूरी रही
- शिखर ने ‘उस्ताद जी’ तारक सिन्हा व कोच मदन शर्मा को याद किया
- भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड व टीम इंडिया के साथियों का आभार जताया
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के बाएं हाथ के धुरंधर सलामी बल्लेबाज दोस्तों और साथियों में ‘जट’ जी के नाम से ख्यात शिखर धवन ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की। शिखर भारत के मौजूदा टेस्ट और वन डे कप्तान रोहित शर्मा के संभवत: सबसे कामयाब सलामी जोड़ीदारों में एक रहे। दिल्ली के शिखर धवन को खुल कर अपनी बात कहने और मैदान पर खुद और साथी क्रिकेटरों को खुल कर खेलने के लिए प्रेरित करने वाले क्रिकेटरों के रूप याद किया जाएगा। शिखर धवन ने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में कुल मिला – 34टेस्ट , 167 वन डे और 68 टी 20 -सहित कुल269 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले और कुल 24 शतकों सहित कुल 10867 रन बनाए। शिखर ने भारत के लिए टेस्ट में सात और वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 17 शतक जड़े लेकिन उनकी देश के लिए टी 20 में शतक जड़ने की हसरत अधूरी रही। शिखर धवन ने अपना आखिरी प्रतिस्पर्द्धी मैच आईपीएल 2024 में पंजाब किंग्स के लिए अप्रैल में खेला। दिल्ली के घरेलू क्रिकेट में नाम कमाने के बाद शिखर धवन ने अपने नाम के अनुरुप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में झंडे गाढ़े।
शिखर शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट को शनिवार को अलविदा कहते हुए भावुक जरूर दिखे लेकिन बेहद शांत नजर आए और इस मौके पर उन्होंने अपने बचपन के कोच ‘उस्ताद जी’ और मदन शर्मा के साथ भारतीय क्रिकेट के साथियों और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का आभार जताया। ने घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहते वक्त कहा, ‘इतिहास के पन्नों को पीछे छोड़ अब जिंदगी में आगे बढ़ने का वक्त है और यही कारण है मैंने अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की। मुझे इस बात का संतोष है कि मैं भारत के लिए इतने लंबे समय खेला। मैंने खुद से कहा कि यह सोच कर दुखी होने की जरूरत नहीं है कि तुम अब भारत के लिए नहीं खेलोगे बल्कि यह सोच कर खुश होने की जरूरत है तुम अपने देश के लिए इतने लंबे समय तक खेले।‘
शिखर धवन ने भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का आगाज महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2010 में विशाखापट्टनम में सीरीज के दूसरे वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैच से किया वह हालांकि इसमें बिना खाता खोले आउट हुए लेकिन भारत इसमें पांच विकेट से जीता और 2011 में भारत के लिए आगाज सुरेश रैना की कप्तानी में किया और इसमें वह मात्र 5रन बनाकर आउट हुए लेकिन भारत इसमें 16 रन से जीता। 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में शिखर ने भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के तीसरे टेस्ट से कर पहली पारी में 187 रन बनाकर मैन ऑफ द’ मैच रह भारत को छह विकेट से जीत दिलाई। शिखर ने भारत के लिए अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 2022 में तीसरे व आखिरी वन डे के रूप में खेले और वह हालांकि इसमें कुल 3 रन बनाकर आउट हुए लेकिन भारत ने इशान किशन के दोहरे शतक से इसमें 227 रन से जीत दर्ज की।
शिखर ने भारत के लिए 2010 में वन डे से अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आगाज किया वह मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली सहित वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के उन आठ बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने 40 रन से ज्यादा की औसत और 90 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से पांच हजार से ज्यादा रन बनाए। शिखर ने कुल 167 वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल
44.11 की औसत व 91.35 की औसत से 6793 रन बनाए और अपना आखिरी वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैच 2022 में चटग्राम में बांग्लादेश के खिलाफ खेला। साथ ही शिखर ने भारत के 34 टेस्ट खेल कर 40.61 की औसत से 2315 रन और 68 टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल 126.36 की स्ट्राइक रेट से 1759 रन बनाए।
शिखर ने बेशक भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हुए सबसे ज्यादा रन वन डे में बनाए लेकिन अपने पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने 2013 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मात्र 85 खेल कर शतक जड़ा था, जो कि अपने टेस्ट क्रिकेट का आगाज करने वाले किसी भी बल्लेबाज द्वारा जड़ा गया सबसे तेज शतक है। धवन के 2013 का साल खासी कामयाबियां लेकर आया। शिखर ने 2013 में भारत के लिए 26 वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल कर 50.52की औसत और 97.89 की स्ट्राइक रेट से कुल 1162 रन बनाए। साथ ही शिखर ने 2013 में वन डे चैंपियंस ट्रॉफी में दो शतकों सहित सबसे ज्यादा 363 रन बना कर भारत को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई।
यह टूर्नामेंट ही शिखर धवन का रोहित शर्मा के साथ मिलकर खुद को भारत की मजबूत सलामी जोड़ी के रूप में स्थापित करने का आगाज था। कुल रनों के लिहाज से शिखार और रोहित की सलामी जोड़ी वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों में चौथी सबसे कामयाब जोड़ी। शिखर और रोहित ने भारत के लिए वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 18 शतकीय भागदारियां की जो कि सचिन तेंडुलकर और सौरभ गांगुली की सलामी जोड़ी की 21 भागीदारियों के बाद दूसरी सबसे ज्यादा शतक भागीदारी हैं।
घरेलू क्रिकेट में शिखर धवन दिल्ली के लिए खेले अर 2007-08 में उत्तर प्रदेश को वानखेड़े स्टेडियम में हरा रणजी ट्रॉफी खिताब जीतने वाली टीम के सदस्य रहे। शिखर धवन 2004 के आईसीसी अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थी। आईपीएल में शिखर धवन दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस, डेकन चार्जर्स सनराइजर्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स के लिए खेले। आईपीएल के इतिहास में कुल 222 मैच कर 127.14 की औसत से कुल 6769 रन बना वह सबसे ज्यादा रन बनाने में विराट कोहली के बाद दूसरे नंबर हैं।