रविवार दिल्ली नेटवर्क
- जिला मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद भदोही जेल से हुआ स्थानांतरण
- धायक की पत्नी चल रही हैं फरार, उन पर भी लटकी गिरफ्तारी की तलवार
भदोही : नाबालिक घरेलू सहायिका के आत्महत्या मामले में सपा विधायक जाहिद बेग और उनका परिवार पूरी तरह उलझ गया है। गुरुवार को अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद भी विधायक की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। शुक्रवार को जिला मजिस्ट्रेट भदोही के आदेश पर विधायक को नैनी सेंट्रल जेल और उनके बेटे जईम बेग को वाराणसी जिला कारागार भेज दिया गया है।
भदोही जिला जेलर के अनुसार सपा विधायक जाहिद बेग को नैनी सेंट्रल जेल यानी प्रयागराज भेजा गया है जबकि इसी मामले में आरोपित उनके अधिवक्ता बेटे जईम बेग को वाराणसी केंद्रीय जेल भेजा गया है। जिलाकारागार के जेलर ने बताया कि यह स्थानांतरण जिला मजिस्ट्रेट भदोही के आदेश से किया गया है। विधायक को रात में खाने के लिए चावल, दाल, रोटी और सब्जी दिया गया। सुबह नाश्ते में जेल मैनुवल के अनुसार चाय, चना और गुड़ दिया गया। इसके बाद विधायक और उनके बेटे को विशेष सुरक्षा में अलग-अलग वाहनों में नैनी और वाराणसी सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
योगी सरकार की निगाहें बेग और उनके परिवार पर टेढ़ी हो गई हैं। जिसकी वजह से विधायक और उनके परिवार के साथ समर्थकों पर मुकदमें पर मुकदमे लादे जा रहे हैं। पुलिस ने इसी मामले विधायक उनकी पत्नी और बेटे पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस पहले ही बेटे को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि विधायक ने गुरुवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर जेल भेज दिया गया था। अभी तक उनकी पत्नी सीमा बेग भूमिगत बताई गई हैं उन्होंने खुद को अदालत में समर्पण नहीं किया है।
विधायक जहेद बाग बेहद शांत मिजाज के विधायक माने जाते रहे हैं। लेकिन नाबालिक नौकरानी की आत्महत्या प्रकरण मामले में वह सत्ता की निगाह पर आ गए। शुक्रवार को विधायक और उनके 50 अज्ञात समर्थकों पर एक और मुकदमा दर्ज हो गया है। अदालत परिसर में ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों से धक्का मुक्की, मारपीट और वर्दी फाड़ने का आरोप लगा है। इस मामले में विधायक को जहाँ नामजद किया गया है वहीं 50 अज्ञात समर्थ को पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।