हेड कोच कालडास, भारत में खेलने के अभ्यस्त हो चुके हैं
सत्येन्द्र पाल सिंह
मेजबान भारत के पूल डी की स्पेन और वेल्स जैसी टीम रविवार को ओडिशा एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप में शिरकत करने के लिए रविवार को चार्टर्ड फ्लाइट से भुवनेश्वर पहुंच गई। वहीं इंग्लैंड की चौथी टीम शुक्रवार को भुवनेश्वर पहुंच चुकी है। भारत अपने अभियान का आगाज 13 जनवरी को बिरसामुंडा स्टेडियम, राउरकेला में कप्तान अलवारो इग्लेशियस की अगुआई में उतरने वाली स्पेन की टीम के खिलाफ करेगा। इस बार स्पेन के कोच वही मैक्स कालडास हैं जो कि पिछले संस्करण में उपविजेता रही और भारत को विवादास्पद क्वॉर्टर फाइनल में 2-1 से हराने वाली नीदरलैंड टीम के हेड कोच थे। स्पेन के कप्तान अलवारो इग्लेशियस ने कहा, ‘मेजबान भारत के खिलाफ मैच से हॉकी विश्व कप में आगाज करना दुनिया में किसी भी प्रतिद्वंद्वी टीम के लिए सबसे रोचक चुनौती होगा। आज किसी से यह सवाल करें वह किस टीम के खिलाफ खेलना चाहता है तो उसका जवाब होगा कि वह भारत से उसके घर में विश्व कप में खेलना पसंद करेगा। हम भारत के मैच का बेबाती से इतजार कर रहे है। हम जानते हैं कि राउरकेला का स्टेडियम बड़ा है और इसमें और ज्यादा दर्शक होंगे और इसमें अपनी टीम के साथी खिलाडिय़ों की बात और अंपायर के निर्देश सुनना वाकई मुश्किल होगा। भारत और हमारे मैच में मैच बेहद रोमांचक होगा।’
स्पेन की टीम एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2022-23 में हाल ही में मेजबान भारत और न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल चुकी है। भारत के खिलाफ मैच की रणनीति की रणनीति और योजना बाबत पूछे जाने पर Óस्पेन के हेड कोच मैक्स कालडास ने अपने पत्ते नहीं खोले। कालडास ने कहा, ‘फिलहाल तो हम होटल जाएंगे और कुछ खाकर आराम करेंगे। हम अब भारत में खेलने के अभ्यस्त हो चुके हैं और इससे हमारा खेल बेहतर होगा। फिर भारत में आकर खेलना गौरव की बात है। हमें भारत में खेलना पसंद है और हम चुनौती के लिए कमर कस चुके हैं। जब आप किसी जगह सहज महसूस करते हैं तो तब आप बेहतर खेलते हैं। हम भारत में सहज महसूस कर रहे हैं। जहां राउरकेला में बिरसामुंडा स्टेडियम के दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में खेलने की बात है तो मैं यह बड़ी चुनौती होगा क्योंकि कोरोना के कारण इस तरह के माहौल में खेलना भूल चुके हैं। हम इस बात को बहुत तवज्जो नहीं दे रहे। हमारा ध्यान अपने खेल पर है। यह विश्व कप 16 टीमों का है। हमारी टीम युवा ,तेज टीम है और हम उसी के मुताबिक खेलेंगे और देखते हैं क्या होता है।’
वेल्स के कप्तान शिपर्ले व हेड कोच न्यूकॉम्ब बोले, हमं उलटफेर करने आए हैं
वेल्स को पुरुष हॉकी विश्व कप के पूल डी में मेजबान भारत, स्पेन और इंग्लैंड की टीमें और विशेषज्ञ कमतर आंक रहे हैं। इसके ठीक उलट वेल्स टीम के भुवनेश्वर पहुंचने पर उसके कप्तान रूपर्ट शिपर्ले और हेड कोच डैनी न्यूकॉम्ब ने अपने पूल की बाकी टीमों को चुनौती देने के अंदाज में एक सुर में कहा कि उनकी टीम यहां हॉकी विश्व कप में उलटफेर करने आई है। शिपर्ले और न्यूकॉम्ब के दावे में कितना दम यह तो आने वाले पखवाड़ा ही बताएगा लेकिन इतना तय है कि वेल्स को कमतर आंकना उनके पूल डी में मेजबान भारत सहित किसी भी टीम को महंगा पड़ सकता है।
वेल्स की टीम इस विश्व कप में अपने अभियान का आगाज पूल डी में 13 जनवरी को इंग्लैंड और 15 और 19 जनवरी को मेजबान भारत से भुवनेश्वर में खेलेगी। वेल्स हाल ही में बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में भारत से खेली थी और 1-4 से हार गई थी। पहली बार पुरुष हॉकी विश्व कप में शिरकत करने उतरने वाली वेल्स टीम के कप्तान शिपर्लेे ने शनिवार को भुवनेश्वर पहुंचने पर कहा, ‘ हमारी टीम यह सुनिश्चित करने के इरादे से उतरेगी कि हम साल 2023 का आगाज धमाकेदार अंदाज में करें। सीधी सी बात है कि हम यहां इस विश्व कप में जीतने आए हैं। हम इस हॉकी विश्व कप में केवल गिनती के लिए नहीं बल्कि उलटफेर करने आए हैं। हमारे लिए भारत में उसके अपने प्रशंसकों के सामने खेलना खासा रोमांचक होगा। हम अपने पूल डी की भारत, स्पेन और इंग्लैंड-सभी टीमों के खिलाफ खेल चुके हैं। हम जानते हैं हमसे क्या उम्मीदें हैं। हम पूरी शिद्दत से इस विश्व कप में खेलने को बेताब हैं।’
वेल्स के हेड कोच न्यूकॉम्ब ने अपने कप्तान शिपर्ले की राश से इत्तफाक जताते हुए कहा, ‘हम भारत में विश्व कप में खेलने को लेकर खासे रोमांचित हैं। यह हमारा भारत में पहला हॉकी विश्व कप होगा। हमारे लिए मेजबान भारत के खिलाफ उसके घर में उसके प्रशंसकों के सामने खेलना सोने पर सुहागा होगा। हमारे खिलाड़ी खासे अनुभवी है और इनमें से ज्यादातर छह बरस से साथ साथ खेल रहे। हमने इस विश्व कप में खेलने का हक हासिल किया और हम इसमें महज शिरकत करने ही नहीं आए हैं।’
बेल्जियम व जर्मनी के खिलाफ द. कोरिया शिद्दत से जीत की कोशिश करेगी
वहीं कभी एशिया की दिग्गज टीमों में रही 2002 और 2006 के संस्करण में चौथे स्थान पर और 2014 में हेग में 13 वें संस्करण में दसवें स्थान पर रही दक्षिण कोरिया की टीम इस बार हॉकी विश्व कप में पूल बी मौजूदा चैंपियन बेल्जियम (14 जनवरी) व जापान(17 जनवरी) से भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेलने के बाद अंतिम पूल मैच में 20 जनवरी को जर्मनी से बिरसामुंडा स्टेडियम , राउरकेला में खेलेगी।
दक्षिण कोरिया के हेड कोच शिन सियोक क्यो ने कहा, ‘हम भारत में पहले भी काफी खेल चुके हैं और अब 2023 के पुरुष हॉकी विश्व कप में खेलने को तैयार है। टूर्नामेंट में शिरकत कर रही दिग्गजों टीमों का सामना करने को तैयार है। हमारी टीम वाकई बढिय़ा है। हमारे खिलाडिय़ों में क्षमता के साथ खुद पर भी भरोसा भी है। हमारे पूल में बेल्जियम और जर्मनी जैसी धुरंधर टीमेंं हैं और उनके खिलाफ मैच बेशक मुश्किल होंगे और इसमें जीतने की शिद्दत से कोशिश करेंगे।’
दक्षिण कोरिया के कप्तान ली नामयोंग ने हेड कोच शिन की हां में हां मिलाते कहा, ‘इस विश्व कप में हमारी टीम के बड़े सपने हैं। हम इसमें बढिय़ा प्रदर्शन करने और बड़े मैच जीतने का विश्वास है। हमारी टीम खासी अनुभवी है और यही हमारे लिए अहम होगा। हम एक समय एक मैच की बाबत सोचना चाहते हैं। हमारा पहला मैच मौजूदा चैंपियन बेल्जियम से है और यह वाकई खासा मुश्किल होगा। हमें इसमें पूरी क्षमता से खेलना होगा और हमने अपनी बेसिक्स ठीक रखी तो हम अच्छे नतीजे हासिल कर सकते हैं।’