- स्पेन के गोलरक्षक कैपलडेस ने आधा दर्जन बचाव कर भारत को बराबरी से रोका
- बॉबी धामी का बेवजह कार्ड लेना भारत को महंगा पड़ा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : स्ट्राइकर वेरदिल पॉल कैबरे और कप्तान आंद्रियाज रफी के दो-दो गोल तथा गोलरक्षक गोलरक्षक जन कैपलडेस के पेनल्टी कॉर्नर के लगभग आधा दर्जन बेहतरीन बचाव बदौलत स्पेन ने भारत को क्वालालंपुर में 13 वें जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप में पूल सी के मैच में 4-1 से हरा कर लगातार दूसरी जीत के साथ क्वॉर्टर फाइनल में अपना स्थान लगभग पक्का कर लिया। स्पेन ने अपने चार में दो गोल पेनल्टी कॉर्नर, एक पेनल्टी स्ट्रोक पर तथा एक मैदानी गोल किया। भारत के लिए अकेला गोल रोहित ने तीसरे क्वॉर्टर के शुरू में पेनल्टी कॉर्नर पर दागा। भारत की दो मैचों में पहले हार रही। भारत को अंतिम आठ में पहुंचने के लिए अब कनाडा से अपना पूल मैच जीतने के साथ यह भी उम्मीद करनी होगी कि स्पेन अपने अंतिम पूल में दक्षिण कोरिया को शिकस्त दी । स्पेन को मैच में आठ पेनल्टी कॉर्नर मिले और उसने दो गोल में बदला जबकि भारत अपने साथ में मात्र एक को ही गोल में बदल पाया।
भारत ने दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से पांच मिनट बाद पहले मैच पर अपनी पकड़ जरूर बनाई लेकिन मैन ऑफ द मैच स्पेन के गोलरक्षक गोलरक्षक जन कैपलडेस ने दूसरे क्वॉर्टर के ठीक पहले सुदीप चिरिमाको और चौथे और आखिरी क्वॉर्टर में बॉबी सिंह धामी के खतरनाक शॉट को रोका ही पेनल्टी ड्रैग फ्लिकर के रोहित के तीन फ्लिक को रोक कर भारत को बराबरी पाने से रोक अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई। भारत के बॉबी सिंह धामी ने बेवजह चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के पाचवें मिनट में बेवजह रफ टैकल कर पीला कार्ड होकर पांच मिनट के लिए मैदान से बाहर जाना महंगा पड़ा। इससे भारत को गोल उतारने के लिए आक्रामक की बजाए अपने ही गोल की हिफाजत करने पर लगाना पड़ा। भारत के गोलरक्षक मोहित के बेवजह स्ट्राइकर वेरदिल पॉल कैबरे को खतरनाक ढंग से रोका और इस पर मिले पेनल्टी स्ट्रोक को कप्तान रफी ने गोल में स्पेन को 4-1 से जीत दिलाई।
वेरदिल पॉल कैबरे के मैच के पहले ही मिनट में बाएं से डी में पहुंच दागे बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत स्पेन ने 1-0 की बढ़त हासिल की। कप्तान आंद्रियाज रफी के दूसरे क्वॉर्टर के तीसरे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोली कर स्पेन को 2-0 से आगे कर दिया। तेज तर्रार स्ट्राइकर सुदीप चिरिमाको ने दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से तीन मिनट पहले रिवर्स हिट से लगाई लेकिन स्पेन के गोलरक्षक जन कैपलडेस ने बेहतरीन बचाव कर भारत को बढ़त कम करने से रोक दिया। अग्रिम पंक्ति सुदीप चिरिमाको , विष्णुकांत सिंह और कप्तान उत्तम सिंह ने तीसरे क्वॉर्टर के शुरू में बेहतर तालमेल दिखाते हुए स्पेन के गोल पर दबाव शुरू के पांच मिनट में भारत को तीन पेनल्टी कॉर्नर दिलाए। भारत के ड्रैग फ्लिकर रोहित ने तीसरे पेनल्टी पर अचूक जमीनी ड्रैग फ्लिक से गोल कर स्कोर 1-2 दिया। वेरदिल पॉल कैबरे ने तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से चार मिनट पहले चौथे पेनल्टी कॉर्नर पर बेहतरीन ड्रैग फ्लिक से मैच का अपना दूसरा गोल कर स्पेन को 3-1 से आगे कर दिया। विष्णुकांत के बेहतरीन प्रयास पर मिले मैच के चौथै पेनल्टी कॉर्नर पर रोहित के तेज ड्रैग फ्लिक पर स्पेन के गोलरक्षक जन कैपलडेस ने दूसरा बेहतरीन बचाव कर भारत को दूसरा गोल करने से रोका। भारत ने खेल खत्म होने से पांच मिनट पहले लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन स्पेन के गोलरक्षक जन कैपलडेस ने इन पर रोहित के दो फ्लिक को रोका और अगले ही बॉबी सिंह धामी की वॉली को रोक कर उन्हें गोल करने से रोका। अंतिम मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक को रफी ने गोल में बदल स्पेन को शानदार जीत दिलाई।