ककसाड़’ अवार्ड-2023 से अंचल की विशिष्ट प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित

दीपक कुमार त्यागी

  • जनजातीय सरोकारों को राष्ट्रीय मासिक पत्रिका ‘ककसाड़’ द्वारा विशिष्ट प्रतिभाओं को दिया जाता है “ककसाड़-अवार्ड”
  • इस वर्ष “दिलीप वासनीकर” आयुक्त विभागीय जांच प्राधिकरण छत्तीसगढ़ शासन के हाथों मिला प्रतिभाओं को सम्मान

कोंडागांव : गणतंत्र-दिवस, निराला जयन्ती व बसंत पंचमी के मणिकांचन सुयोग पर छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद, हिंदी साहित्य भारती इकाई कोंडागांव “जनजातीय सरोकारों” की राष्ट्रीय पत्रिका ‘ककसाड़’ व ‘सम्पदा’ समाज सेवी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में ‘वर्तमान परिदृश्य में संविधान तथा सामाजिक दायित्व’ विषय पर परिचर्चा, हिंदी उर्दू व क्षेत्रीय बोली / भाषा पर काव्य पाठ एवं विशिष्ट प्रतिभा सम्मान -2023 का भव्य आयोजन “माँ दन्तेश्वरी हर्बल इस्टेट” के “बईठका” हॉल में गणमान्य लोगों की उपस्थिति में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिलीप वासनीकर (आईएएस) आयुक्त विभागीय जांच प्रधिकरण छत्तीसगढ़ शासन थे और इस शानदार कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी सदस्य नेशनल मेडिसिनल प्लांट बोर्ड ‘आयुष मंत्रालय’ भारत सरकार ने की। कार्यक्रम में विशेष आमन्त्रित अतिथि के रूप में हिंदी साहित्य परिषद के जिलाध्यक्ष हरेंद्र यादव, वरिष्ठ साहित्यकार यशवंत गौतम तथा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक आर के जैन, पत्रकार संगठन के प्रांतीय महासचिव तथा वरिष्ठ पत्रकार जमील खान व फादर जोसेफ रेक्टर उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन शायर सैयद तौसीफ आलम ने अपने निराले अंदाज में किया।

इस बेहतरीन कार्यक्रम की शुरुआत में सर्वप्रथम अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण करके किया गया। जिसके बाद बृजेश तिवारी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत करके कार्यक्रम को आगे बढ़ाया, जिसकी सबने सराहना की।

यह कार्यक्रम तीन भागों में सम्पादित हुआ।
प्रथम भाग में वर्तमान परिदृश्य में संविधान तथा सामाजिक दायित्य विषय पर परिचर्चा हुई। जिसमें पहले वक्ता के रूप मे कोषाध्यक्ष बृजेश तिवारी ने संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला।

वहीं आर के जैन ने कहा कि संविधान ने हमे बहुत से अधिकार दिए हैं तथा लोग अपने हिसाब से उसका उपयोग करते हैं।
डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी ने कहा कि हम अपने अधिकार को याद रखते हैं, पर अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं। ऐसे में हम कैसे देश को विकास के पथ पर ले जाएंगे यह विचारणीय है।

मुख्य अतिथि दिलीप वासनीकर ने कहा कि जैसे लोग घर में गीता रामायण कुरान बाइबिल रखते हैं वैसे ही हमे हर घर में संविधान की पुस्तक रखनी चाहिए।

द्वितीय भाग में काव्य पाठ हुआ जिसमें सर्वप्रथम स्वर कोकिला शिप्रा त्रिपाठी ने देशभक्ति गीत से सबको मन्त्र मुग्ध कर दिया।
यशवंत गौतम ने अपनी हल्बी रचना से जमकर वाहवाही बटोरी। बृजेश तिवारी ने अपनी देश भक्ति कविता से सबको प्रभावित किया। उर्दू के सशक्त हस्ताक्षर उमंग दुबे ने अपनी कविता से प्रसंशा बटोरी।वरिष्ठ कवि एसपी विश्वकर्मा ने प्रेरणादायक कविता सुनाई। वरिष्ठ कवि हरेन्द्र यादव ने कोरोना पर केंद्रित हास्य कविता सुनाकर सबको हँसाया। गीतकार खिरेन्द्र यादव ने अपने गीतों की झलकियों से सबको बहुत प्रभावित किया। उत्तम नाइक ने हल्बी में बेहतरीन प्रस्तुति से सबका दिल जीता। युवा कवि हर्ष लाहोटी ने भी देशभक्ति कविता सुनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी ने श्रोताओ की फरमाइश पर अपनी चर्चित कविता “मैं बस्तर बोल रहा हूं” सुनाकर दर्शकों से तालिया बटोरी। शायर सैयद तौसीफ आलम ने अपनी शायरी व कविता से समा बाँधा। कार्यक्रम के द्वितीय भाग के अंत मे हास्य व्यंग्यकार उमेश मंडावी ने अपने चिर परिचित अंदाज़ में कविता सुनाकर सबको खूब हँसाया।

कार्यक्रम के तीसरे भाग में अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली विभूतियों को विशिष्ट प्रतिभा सम्मान-2023 से मुख्य अतिथि दिलीप वासनीकर द्वारा सम्मानित किया गया। जिसमे विख्यात शिल्पकार तिजू राम विश्वकर्मा को लौह शिल्पकला, विष्णु दास कुलदीप को विद्युत सज्जा कला, दीपक देवांगन को मेटल क्राफ्ट शिल्पकला, कृषक संतुराम व राजकुमारी मरकाम को काली मिर्च की सफल खेती तथा अच्छे उत्पादन के लिए, छत्तीसगढ़ी भाषा मे उत्कृष्ट लेखन के लिए हरेन्द्र यादव को, हल्बी बोली में उत्कृष्ट लेखन के लिये यशवंत गौतम को, उर्दू शायरी में उल्लेखनीय कार्य कर कम समय मे उपलब्धि पाने के लिए शायर सैयद तौसीफ आलम को तथा हास्य व्यंग्य के क्षेत्र में लम्बे समय से उल्लेखनीय कार्य करने के लिए उमेश मंडावी को सम्मानित किया गया। अंत मे लम्बे समय से प्रशासकीय सेवा में रहते हुए समाज की सेवा करने के लिए राष्ट्रीय पत्रिका “ककसाड़” के सम्पादक डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी द्वारा कोंडागांव की माटी में ही जन्मे तथा सर्वोच्च प्रशासनिक पद पर पहुंचे दिलीप वासनीकर को विशिष्ट प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया। दिलीप वासनीकर ने अपने उद्बोधन में इस सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया तथा सम्मानित सभी प्रतिभाओं को बधाई दी। कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानित लोगों का आभार प्रदर्शन सचिव उमेश मंडावी ने किया।
इस अवसर पर पत्रकार व साहित्यकार बीपी शर्मा, आचार्य गंगाशरण शुक्ल, मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के अनुराग कुमार, एड्वोकेट अपूर्वा त्रिपाठी, गीता शुक्ल, संगीत दुबे, विनीता दुबे, के के पटेरिया, रमेश पंडा, विष्णु दास कुलदीप, शंकर नाग, कृष्णा नेताम तथा बड़ी संख्या में अंचल के साहित्यप्रेमी लोग उपस्थित थे।