- हर घर को प्लास्टिक मुक्त करने की मुहिम
- राज्य को शीघ्र ही प्लास्टिक से मुक्त करने का संकल्प हर हाल में करेंगे साकार
रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर : मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की प्लास्टिक मुक्त राजस्थान की सोच को शीघ्र ही साकार करने के क्रम में राज्य प्रदूषण नियंत्रण द्वारा किये जा रहे सार्थक प्रयासों की दिशा में अब मंडल के साथ निजी संस्थानों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी आगे आकर हर घर को प्लास्टिक केरी बैग्स से मुक्त करने के लिए व्यापक स्तर पर कपड़े के थैलों का वितरण किया गया साथ ही प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं के स्थान पर पर्यावरण अनुकूल वस्तुएं उपयोग करने के लिए जागरूक भी किया गया ।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव श्री एन विजय ने बताया कि मंडल द्वारा व्यापक स्तर पर राज्य को प्रदूषण एवं प्लास्टिक मुक्त करने की मुहिम चलायी जा रही है। जिसके तहत मंडल के अधिकारियों द्वारा न केवल प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग नहीं करने को लेकर व्यापक स्तर पर जागरूक किया जा रहा है बल्कि रिहायशी कॉलोनियों में घर-घर जाकर कपड़े के थैले वितरित किये जा कर प्लास्टिक कैरी बैग उपयोग नहीं करने की अपील भी की जा रही है ताकि प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण से राज्य को शीघ्र ही मुक्त किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि मंडल द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर से ही लगातार कपड़े के थैले व्यापक स्तर पर वितरित करने का कार्य किया जा रहा है ताकि प्रत्येक व्यक्ति के हाथ में एवं व्यापारिक दुकानों एवं संस्थाओं में प्लास्टिक की जगह कपड़े के थैले दिखाई दें ।
समाज के अंतिम व्यक्ति को जागरूक करने के लिए सार्वजनिक, निजी एवं स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग महत्वपूर्ण
सदस्य सचिव ने बताया कि मंडल द्वारा राज्य को प्लास्टिक मुक्त करने की मुहिम में जिस प्रकार सार्वजनिक, निजी एवं स्वयं सेवी संस्थाओं ने आगे आकर मंडल के इस उद्देश्य में भागीदारी निभाई है इससे यह प्रतीत होता है कि मंडल द्वारा जागरूकता के लिए किये जा रहे प्रयास शीघ्र ही आमजन और समाज के प्रत्येक व्यक्ति की सोच एवं दैनिक कार्यों में दिखाई देंगे और हम राज्य को प्रदूषण मुक्त राज्य के रूप के आदर्श राज्य बना पाएंगे।
इस दौरान मंडल के पर्यावरण अभियंता श्री जागेश्वर शर्मा, आरएसएस के पर्यावरण प्रमुख श्री अशोक शर्मा, पर्यावरण विद श्री मनमोहन कौशिक, टेक्सटाइल उद्योगपति श्री जसमीत सोडी मौजूद रहे।