रविवार दिल्ली नेटवर्क
चंडीगढ़ : पंजाब में कृषि विभिन्नता को बड़ी स्तर पर बढ़ावा देने और बहुमूल्य कुदरती स्रोत पानी की अधिक से अधिक बचत करने के उद्देश्य से अहम फ़ैसला लेते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में मूँगी की फ़सल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) पर खरीदने का ऐलान किया है।
मूँगी बीजने वाले किसानों को विश्वास दिलाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मूँगी की फ़सल का एक-एक दाना समर्थन मूल्य पर ख़रीदेगी परन्तु किसानों के लिए यह शर्त होगी कि उनको मूँगी की दाल काटने के बाद उसी खेत में धान की किस्म 126 या बासमती की फ़सल लगानी होगी क्योंकि यह दोनों फसलें पानी का कम उपभोग और थोड़े समय में तैयार होने वाली हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह पहली बार हो रहा है कि कोई सरकार किसानों को मूँगी की पैदावार समर्थन मूल्य पर खरीदने का पक्का भरोसा दे रही हो। इससे किसानों को गेहूँ और धान के दरमियान एक अन्य फ़सल बीजने का मौका मिलेगा जिससे उनको आर्थिक तौर पर भी लाभ होगा।“
बताने योग्य है कि मूँगी का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7275 रुपए प्रति क्विंटल है और पंजाब में मौजूदा साल में अब तक लगभग 77,000 एकड़ रकबा मूँगी की काश्त अधीन आ चुका है जबकि बीते वर्ष लगभग 50,000 एकड़ क्षेत्रफल इसकी काश्त अधीन था।
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि राज्य सरकार लाभदायक भाव पर बासमती की खरीद करेगी जिससे किसानों को किसी घाटे से बचाने के लिए मार्किट की कीमतों में स्थिरता को यकीनी बनाया जा सके।
यहां यह भी ज़िक्रयोग्य है कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने धान की सीधी बुवाई के रुझान को प्रफुल्लित करने के लिए सीधी बुवाई की तकनीक अपनाने वाले किसानों के लिए प्रति एकड़ 1500 रुपए की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया था जिससे भूजल के तेज़ी से गिर रहे स्तर को रोका जा सके।