राम कृष्ण आश्रम व मंदिर में देर रात दो पक्षो में पथराव, आधा दर्जन लोग घायल,आश्रम को नुक्सान,पुलिस बल तैनात

Stone pelting between two parties in Ram Krishna Ashram and temple late night, half a dozen people injured, damage to the ashram, police force deployed

रविवार दिल्ली नेटवर्क

शिमला : संजौली मस्जिद विवाद के बाद अब शिमला में राम कृष्ण मिशन मंदिर पर विवाद हो गया जहां मंदिर पर कब्जा करने के लिए शनिवार देर रात एक बजे के आसपास ब्रह्मों समाज और रामकृष्ण मिशन के बीच जम कर मारपीट, तोड़फोड़ और पथराव हुआ और पुलिस मूक दर्शक बनी हुई नजर आई। पथराव में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने दो FIR दर्ज कर ली है और जांच में लग गई है। राम कृष्ण मिशन के लोगों का पक्ष है कि मंदिर का माली, कांग्रेस का एक नेता और कुछ अन्य लोग मंदिर पर कब्जा करना चाह रहे हैं जबकि ब्रह्मो समाज ने मंदिर 2014 में धार्मिक कार्यों के लिए रामकृष्ण मिशन को दे रखा है और मामला सुप्रीम कोर्ट में भी विचाराधीन है लेकिन कांग्रेस सरकार के संरक्षण में देर रात मंदिर पर कब्जा करने की कोशिश की गई और मंदिर में पथराव किया गया जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं। कांग्रेस का एक नेता भी पथराव में शामिल था और पुलिस मूक दर्शक बन कर सब देखती रही।

ब्रह्मे समाज दरअसल देर रात ब्रह्मों समाज के लोग पूजा और ध्यान करने पहुचे थे वही राम कृष्ण मिशन के लोग भी वहां मौजूद थे। पहले दोनों तरफ से नारेबाजी हुई उंसके बाद आंदोलन पर उतर आए और बाद में एक दूसरे पर पथराव हुआ।आंदोलनकारियों ने आश्रम के प्रबंधकों पर कब्जा करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद माहौल काफी तनावपूर्ण हुआ। ब्रह्मे समाज के दूसरे गुट के ट्रस्टी एम आर संगरोली ने कहा कि प्रॉपर्टी ब्रह्मो समाज की है और रामकृष्ण मिशन के लोगों ने इस पर कब्जा किया है।

हिमालयन ब्रह्मो समाज दूसरा गुट वहीं पुलिस ने देर रात विवाद को शांत किया और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और मामले की जांच में जुट गई है। एसपी शिमला सजीव गांधी ने बताया कि पुलिस ने मामले में दो FIR दर्ज कर ली है और पथराव करने वाले कुछ लोगों की पहचान भी कर ली है। मंदिर ने इस तरह के पथराव को बर्दास्त नहीं किया जा सकता है।

एसपी शिमला मामला संपति विवाद का बताया जा रहा है और मामले को लेकर 28 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।