महिला को बंद करने की धमकी दे कर डेढ़ लाख मांगे
इंद्र वशिष्ठ
सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर और एक हवलदार को आपराधिक साज़िश रचने और रिश्वतखोरी में गिरफ्तार किया है. सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि दक्षिण जिले के साकेत स्थित साइबर क्राइम थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर सुनील यादव उर्फ विपुल और हवलदार राजेश कुमार को रिश्वतखोरी में गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई के अनुसार सुमी पाल नामक महिला ने शिकायत की थी, कि कुछ दिन पहले ये दोनों पुलिसकर्मी उसके कार्यालय में आए थे.
पुलिसकर्मियों ने उसे बताया कि उसके पति राहुल ने अशोक भार्गव से ढाई लाख रुपए ठगे हैं. पुलिसकर्मियों ने सुमी से कहा कि डेढ़ लाख रुपए दे दो, तो हम मामला खत्म कर देंगे. शिकायत के अनुसार सुमी ने पुलिसकर्मियों से पूछा कि,क्या वह यह रकम शिकायतकर्ता अशोक भार्गव को देंगे. पुलिसकर्मियों ने साफ इनकार कर दिया. सुमी का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने रिश्वत न देने पर उसे भी गिरफ्तार करने की धमकी दी. पुलिसकर्मियों के बार-बार दबाव डालने पर सुमी ने 22 जनवरी को तीस हजार रुपए सब-इंस्पेक्टर सुनील यादव और हवलदार राजेश को दे दिए.
इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे 27 जनवरी को दस हज़ार रुपए लेकर आने को कहा और रिश्वत की बकाया रकम का दस फरवरी तक इंतजाम करने के लिए कहा. सुमी ने 27 जनवरी को सीबीआई में शिकायत कर दी. सब-इंस्पेक्टर सुनील यादव ने सुमी को मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन पर बुलाया. सब-इंस्पेक्टर ने उससे कहा कि शिकायतकर्ता अशोक मामला खत्म करने के लिए तैयार नहीं हो रहा है, लेकिन तुम भरोसा रखो, हम धोखा नहीं देंगे और मामला निपटा देंगे. सब-इंस्पेक्टर सुनील ने रिश्वत के पचास हजार रुपए देने को कहा. सुमी ने कहा कि वह बीस हजार ही दे सकती है. सीबीआई ने दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ आपराधिक साज़िश रचने और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धाराओं में मामला दर्ज किया. सीबीआई ने तीस जनवरी को मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर सुमी से बीस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए सब-इंस्पेक्टर और हवलदार को गिरफ्तार कर लिया.