इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के पकड़े जाने का सिलसिला जारी है। दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने लक्ष्मी नगर थाने में तैनात सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए थाने के अंदर से ही गिरफ्तार किया है। सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल ने शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए बीस हजार रुपए रिश्वत मांगी।
लक्ष्मी नगर निवासी शिकायतकर्ता का कृषि उत्पादों का व्यवसाय है। कर्नाटक और बंगाल निवासी कुछ लोगों ने शिकायतकर्ता के साथ धोखाधड़ी कर दी।
शिकायतकर्ता व्यवसायी ने पूर्वी जिले के लक्ष्मी नगर थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दी। सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल ने आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाने के लिए नोटिस जारी करने के लिए शिकायतकर्ता व्यवसायी से बीस हज़ार रुपए रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस यूनिट में शिकायत कर दी। 11 नवंबर को लक्ष्मी नगर थाने के अंदर ही सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल ने शिकायतकर्ता से रिश्वत के रूप में दस हज़ार रुपए लिए। विजिलेंस यूनिट ने तभी सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल को पकड़ लिया। सब- इंस्पेक्टर की कमीज़ की जेब से रिश्वत की रकम बरामद हुई।
महिला सब-इंस्पेक्टर गिरफ्तार-
विजिलेंस यूनिट ने 6 नवंबर को बवाना थाने में अपने कमरे में बलात्कार के आरोपी की पत्नी से रिश्वत लेते हुए सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान को गिरफ्तार किया।
भ्रष्टाचार का सिलसिला-
विजिलेंस यूनिट ने ही चार नवंबर को कृष्णा नगर थाने में तैनात एएसआई प्रमोद कुमार को थाने में ही दस हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। विजिलेंस यूनिट ने 24 अक्टूबर को समय पुर बादली थाने के एएसआई कृष्ण चंद को थाने के अंदर ही 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। विजिलेंस यूनिट ने 9 अक्टूबर को वसंत कुंज (दक्षिण) थाने में तैनात सिपाही अमित को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने 24 अक्टूबर को माडल टाउन स्थित साइबर थाने के हवलदार गिरीश महौर को आठ हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा। सीबीआई ने 15 अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए बुराड़ी थाने के इंस्पेक्टर संदीप अहलावत एवं सब- इंस्पेक्टर भूपेश कुमार को गिरफ्तार किया था। पुलिसवालों ने शिकायतकर्ता से डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत मांगी थी।