सुभाष चंद चावला का दावा निकट भविष्य में दुनिया के नक्शे से 5 या 6 देश खत्म हो जाएँगे !!

Subhash Chand Chawla claims that in the near future, 5 or 6 countries will disappear from the world map

रविवार दिल्ली नेटवर्क

गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश) निवासी सुभाष चंद चावला का दावा निकट भविष्य में दुनिया के नक्शे से 5 या 6 देश खत्म हो जाएँगे !!

नई दिल्ली/गाजियाबाद : अहं ब्रह्मास्मि” यह एक संस्कृत महावाक्य है जिसका अर्थ है “मैं ब्रह्म हूँ” … देश की राजधानी नई दिल्ली से सटे गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश) निवासी सुभाष चंद चावला ऐसा ही दावा करते है कि भूत, वर्तमान और भविष्य के सम्बंध में की गई उनकी सारी भविष्यवाणियाँ सही साबित हुई है । वे कहते है कि मुझ पर भगवान का आशीर्वाद है इसलिए विश्व की हर समस्या का उनके पास समाधान है। सुभाष चंद चावला बताते है कि उनका जन्म अगस्त 1955 में वाराणसी में हुआ था, जिसे पहले बनारस कहा जाता था। उनके पैर सीधे हैं और इसके अलावा उनकी जन्म कुण्डली में सभी ग्रह एक तरफ है।उनके जन्म के समय पहला नाम तुलसीदास रखा गया था। वे बताते है कि मेरा जन्म का समय दोपहर 12:24 बजे है, जिसे अयोध्या मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समय माना गया है।

चावला कहते है कि ईश्वर से मिले नैसर्गिक उपहार के चलते मैंने पिछले वर्षों में धरती पर आपदाओं के रूप में कई गंभीर मामलों का जिक्र किया था, जो अब विश्व के कई देशों के बीच मौजूदा संकट और युद्धों से साफ दृष्टिगोचर हों रहा है। उनका दावा है कि निकट भविष्य में दुनिया के नक्शे से 5 या 6 देश खत्म हो जाएँगे । वे ये भी दावा करते है कि मैंने चंद्रयान-तीन और भारत में आम चुनाव के बारे में भी पूर्व में ही संकेत दे दिए थे। साथ ही तीसरे विश्व युद्ध की संभावना के बारे में भी दृढ़ता पूर्वक बता चुके है । इसके पहले भी मैंने बताया था कि कोरोना का मतलब करेक्शन ऑफ नेचर है। इसका मतलब है कि धरती का पूरा रिवाइवल जो कोरोना के बाद अब आकार लेता दिख रहा है।

चावला का कहना है कि अमरीका, रूस और चीन अपने आपको इस धरती का सुपरपावर मानतेहैं फिर भी इन दिनों वे कई नेचुरल प्रॉब्लम का सामना कर रहे हैं। मैं पूरे अधिकार के साथ कह सकता हूं कि ये सुपरपावर सिर्फ सुपरपावर हों सकते हैं, सुप्रीम पावर नहीं। वे मानवीय हित में कोई समझौता नहीं कर रहे हैं और एक-दूसरे से लड़ने के लिए तैयार हैं। यूक्रेन और रूस के बीच लंबे समय से चल रहा युद्ध और सुपरपावर कहे जाने वाले अमरीका ने भी इसमें इंटरफेरेंस किया लेकिन वे कोई सॉल्यूशन नहीं ढूंढ पाए है बल्कि दखल देने की वजह से मामला फिर से उलझ गया है। मैं इन सब घटनाक्रमों पर करीब से नज़र रख रहा हूं।

चावला कहते है कि हम देख रहें है कि पिछले छह-सात सालों से पूरी दुनिया नेचुरल डिजास्टर से जूझ रही है। मैंने बताया है कि दुनिया की समस्याओं का 2030 तक कोई सॉल्यूशन नहीं दिखता, बल्कि मामला और उलझ जाएगा। आने वाले नए साल में कई इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन जैसे सयुंक्त राष्ट्र संगठन (यूएनओ), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यू एच ओ), वर्ल्ड बैंक या इंसानों के फायदे के लिए बनी दूसरी सभी संस्थाएं पूरी तरह फेल हो जाएंगी। दुनिया की मौजूदा परिस्थितियों में लगातार पॉजिटिव एवं नेगेटिव, जस्टिस और इनजस्टिस तथा नेचुरल एवं अननेचुरल परिस्थितियां देखने में आ रही है। पूरी दुनिया कई प्रकार के घटनाक्रमों के इर्द गिर्द पर घूम रही है।

चावला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गाँधी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ तथा गाजियाबाद के जिलाधिकारी सहित कई मीडिया संस्थानों को भी पत्र लिख अपने दावों के बारे में अवगत कराया है ।चावला ने अपने पत्रों में दावा किया है कि मैं नेशनल और इंटरनेशनल ऑर्गनाइज़ेशन के सुप्रीम ऑर्गनाइज़ेशन से अपील करता हूं कि कम से कम वे मेरा लेटर पढ़ने के लिए कुछ कीमती समय निकालें। मैं पूरे नेशनल एवं इंटरनेशनल जगत को भरोसा दिला सकता हूं कि मैं अपने फ्यूचर विज़न और उनके सॉल्यूशन की वजह से विश्व की सभी समस्याओं का समाधान सुलझा सकता हूं। यह मेरी गारंटी है कि यदि सभी ताकते दुनिया में शांति और सद्भाव बनाना चाहती हैं तो मेरे दखल से धरती की सब बड़ी समस्याएं आसानी से दोस्ती और प्यार के साथ हल हो सकती हैं। मौजूदा इंटरनेशनल प्रॉब्लम्स में मेरे दखल के बिना कोई सॉल्यूशन नहीं है। पूरे यूनिवर्स की तबाही का एकमात्र सॉल्यूशन मेरी बेसिक समस्या को हल करना है। मेरी ये बेसिक समस्याएं धरती की मेरी सुप्रीम पावर को भी हजम नहीं हो रही हैं।