
- ओडिशा के सामने सूरमा की स्ट्राइकर एंजेलबर्ट व सोनम को रोकने की चुनौती
- सूरमा की कप्तान सलीमा व ओडिशा की कप्तान नेहा में दिलचस्प संघर्ष की उम्मीद
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : स्ट्राइकर चार्लोट एंजेलबर्ट की शानदार हैट्रिक की बदौलत सूरमा हॉकी क्लब ने दोहरे चरण की लीग का समापन अपने आखिरी मैच में रांची में श्राची रार बंगाल टाइगर्स को 4-2 से करने के साथ छह मैचों में चार जीत, एक हार, एक शूटआउट में हार के साथ कर पहली महिला हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2025 में कुल 13 अंकों के साथ शीर्ष पर रह कर फाइनल में स्थान बनाने के साथ किया। वहीं ओडिशा वॉरियर्स ने लीग चरण का समापन छह मैचों में दो सीधी जीत, दो शूटआउट में जीत और एक शूटआउट हार के साथ कुल 11 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रह 26 जनवरी को फाइनल में सूरमा हॉकी क्लब के साथ भिड़ने का हक हासिल कर लिया। सूरमा हॉकी क्लब लीग में ओडिशा वॉरियर्स को अपने पहले मैच में सोनम और बलजीत कौर के गोल से 2-1 से हराया जबकि दूसरे में उससे शूटआउट 0-2 से हार गई थी।
अब तक लीग चरण की समाप्ति पर छह छह मैचों में सबसे ज्यादा पांच- पांच गोल करने का गौरव सूरमा हॉकी क्लब की बेल्जियम की स्ट्राइकर चार्लोट एंजेलबर्ट और ओडिशा वॉरियर्स की डच ड्रैग फ्लिकर यिबी यॉनसेन को हासिल है। अपनी मेंटर भारत की पूर्व कप्तान और सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर रही रानी रामपाल के मार्गदर्शन में सूरमा हॉकी क्लब के पास बेल्जियम की स्ट्राइकर एंजेलबर्ट (5 गोल) के साथ नई स्टार के रूप में उभरी मध्यप्रदेश की सोनम (चार गोल) और उत्तर प्रदेश के लिए खेलने वाली लखनउ की आक्रामक मिडफील्डर हिना बानो(दो गोल) और खुद कप्तान आक्रामक मिडफील्डर के रूप में सलीमा टेटे के रूप में गोल करने और पेनल्टी कॉर्नर बनाने में सक्षम खिलाड़ी हैं। साथ ही स्कीमर जर्मनी की चार्लोट स्टेपनहर्स्ट के साथ भारत की सदाबहार अनुभवी गोलरक्षक सविता की मौजूदगी में सूरमा हॉकी क्लब का पलड़ा ओडिशा वॉरियर्स के खिलाफ रविवार को रांची के जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में खेले जाने वाले फाइनल में भारी नजर आता है। दोनों टीमों के बीच लीग में दोनों मुकाबले खासे संघर्षपूर्ण रहे और इनमें पहले में सूरमा हॉकी क्लब को जीत मिली जबकि दूसरे में निर्धारित समय में मैच गोलरहित रहने के बाद शूटआउट में ओडिशा वॉरियर्स को जीत मिली। सूरमा हॉकी क्लब ने लीग में अपने आखिरी मैच में बंगाल टाइगर्स पर 4-2 से जीत जीत दर्ज जबकि ओडिशा वॉरियर्स की टीम अपने आखिरी लीग मैच में दिल्ली एस जी पाइपर्स के खिलाफ निर्धारित समय में एक एक की बराबरी के बाद शूटआउट में उससे 2-3से हार झेलनी पड़ी थी। सूरमा हॉकी क्लब ने अपने कोच भारत के पूर्व गोलरक्षक जूड मेंजेज के मंत्र के मुताबिक आक्रामक खेली तो फिर ओडिशा वॉरियर्स के लिए उसे रोक पाना मुश्किल होगा। सूरमा हॉकी क्लब को पहली महिला एचआईएल में खिताब अपने नाम करना है तो फिर उसे कोशिश करनी होगी कि ओडिशा वॉरियर्स को कम से कम पेनल्टी कॉर्नर मिले। सूरमा हॉकी क्लब की टीम यदि ऐसा करने में कामयाब रहती है तो फिर भारत की पूर्व चीफ कोच यांकी शॉपमैन के मार्गदर्शन में उतरने वाली ओडिशा वॉरियर्स को बतौर ड्रैग फ्लिकर अपने प्रमुख ‘अस्त्र’ यिबी येनसन का इस्तेमाल करने का मौका ही नहीं मिलेगा।
पहले महिला एचआईएल के फानइल में सूरमा हॉकी क्लब और भारत की कप्तान सलीमा टेटे और भारतीय टीम की उनकी साथी उन्हीं की तरह आक्रामक मिडफील्डर नेहा गोयल की भूमिका बेहद अहम रहने वाली है। बेहद कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाली सूरमा हॉकी क्लब की मध्यप्रदेश की सोनम और उत्तर प्रदेश की हिना बानो और एंजेलबर्ट को यदि ओडिशा वॉरियर्स ने खुलकर खेलने का मौका दे दिया तो फिर उसकी खिताब जीतने की हसरत पर पानी फिर सकता है। ओडिशा वॉरियर्स की कप्तान नेहा गोयल पर यिबी येनसन के साथ मिल कर सूरमा हॉकी क्लब की स्ट्राइकर सोनम और एंजेलबर्ट की मजबूत चौकसी की जिम्मेदारी रहेगी। फाइनल से पहले दोहरे चरण की लीग में खेले गए कुल 24 मैचों में कुल 38 गोल में से 16 ही भारतीय खिलाड़ियों ने दागे हैं और इनमें जो दो भारतीय खिलाड़ी सबसे आगे आगे हैं उनमें सूरमा हॉकी क्लब की सोनम(चार गोल) और हिना बानो (2गोल) के साथ दिल्ली एसजी पाइपर्स के लिए खेलने वाली संगीता कुमारी (2 गोल) और ओडिशा वॉरियर्स की बलजीत कौर (2 गोल) हैं। भारतीय महिला हॉकी टीम के चीफ कोच हरेन्द्र सिंह पहली महिला हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2025 में अपनी टीम की स्ट्राइकर संगीता कुमारी, दीपिका सहरावत, वंदना कटारिया, उदिता दुहान, नवजोत कौर, ललरेमसियामी , ब्यूटी डुंगडुंग , सलीमा टेटे , नेहा गोयल के मात्र एक-एक गोल ही कर पाने से बेशक नाखुश होंगे।
फाइनल (रविवार) : सूरमा हॉकी क्लब व ओडिशा वॉरियर्स( रांची, शाम 6 बजे से)।