रेलवे ट्रैक से छेड़छाड की बढ़ती घटनाओं से संदेह, जांच में जुटी एजेंसियां

Suspicion due to increasing incidents of tampering with railway tracks, agencies engaged in investigation

रविवार दिल्ली नेटवर्क

कानपुर : पिछले कुछ समय से रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ करने व ट्रेन को डीरेल करने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। रविवार को एक बार फिर कानपुर के पास दिल्ली- हावड़ा रूट पर सिलिंडर से ट्रेन पलटाने की तीसरी बड़ी साजिश नाकाम हुई। जांच एजेंसियों को अंदेशा है कि कहीं ये घटनाएं किसी बड़ी वारदात के लिए ट्रायल तो नहीं हैं। तीनों जगह हुई घटनाओं में कई समानताएं हैं, जिसकी वजह से उनकी कड़ियों को एक-दूसरे से जोड़कर देखा जा रहा है।

आपको बता दें कि इससे पहले कानपुर झांसी रूट पर भीमसेन स्टेशन के नजदीक 16 अगस्त की रात रेलवे लाइन पर लोहे की पटरी फंसा दी गई थी। इसकी वजह से वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के इंजन समेत 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। आठ सितंबर को कानपुर-कासगंज रेलवे लाइन पर बर्राजपुर स्टेशन से आगे ट्रैक पर भरा एलपीजी सिलिंडेर और किनारे की ओर पेट्रोल भरी शीशी और बारूद रखा गया था। मंधना की ओर से बर्राजपुर स्टेशन को क्रॉस करते हुए जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के इंजन से टकराकर सिलिंडर क्षतिग्रस्त हो गया था।

अब रविवार को हुई घटना पिछले कुछ दिनों में तीसरी ऐसी घटना है जो अराजकतत्वों के मंसूबों पर संदेह पैदा करती है। प्रशासन और कर्मचारी लगातार अपनी सतर्कता और एक्शन से इन साजिशों को नाकाम कर दे रहे हैं। प्रशासन लगातार संदिग्धों पर जरूरी कार्रवाई भी कर रहा है।