पिंकी सिंघल
कहा जाता है कि हमारे खान पान का हमारी त्वचा की रंगत के साथ प्रत्यक्ष संबंध होता है अर्थात जैसा आप खाएंगे आपकी त्वचा वैसी ही बन जाएगी ।अच्छा खान-पान रखने वाले लोगों की त्वचा भी अच्छी होती है ।खानपान में कमी और संतुलन का जब अभाव होने लगता है तो त्वचा भी असंतुलित अर्थात अपनी रंगत खोने लगती है ।दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो यह नहीं चाहेगा कि उसकी स्किन ग्लो करे।चाहे स्त्री हो पुरुष हो ,बच्चा हो या वृद्ध ,सब की दिली तमन्ना होती है कि उनकी त्वचा नर्म मुलायम और आकर्षक हो।
त्वचा की रंगत को निखारने के साथ-साथ अपनी त्वचा के स्वास्थ्य पर भी हमें उतना ही ध्यान देना चाहिए ।केवल बाहरी रूप अर्थात बाहरी तौर पर सुंदर दिखना ही काफी नहीं है ।यह हम सभी जानते हैं कि आकर्षण क्षणिक होता है और अपनी त्वचा को आकर्षक और जवां बनाए रखने के लिए हम जिन कृत्रिम सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करते हैं, कुछ समय बाद उनका दुष्प्रभाव हमारी त्वचा पर साफ़ तौर पर दिखने लगता है ।कृत्रिम चीज़ें कृत्रिम ही होती हैं, वे कभी प्राकृतिक चीजों के गुणों को स्वयं में समाहित नहीं कर पाती ,इसलिए उनका गलत असर एक समय अवधि के बाद हमारी त्वचा और हमारे शरीर पर नजर आने लगता है।
कृत्रिम सौंदर्य प्रसाधनों की बात करें तो बाजारों में इन की भरमार होती है ।अनेक प्रकार के ब्रांड के सौंदर्य प्रसाधन बाजार में उपलब्ध होते हैं। यह साधन महंगे होने के साथ-साथ अन्य अनेक लोगों के लिए आसानी से उपलब्ध नहीं होते। परंतु ऐसा नहीं है कि यदि आप कृत्रिम सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग नहीं करेंगे तो आपके पास सुंदर दिखने खिले खिले दिखने के विकल्प ही नहीं।
यदि आप अपनी त्वचा को स्थाई रूप से रंगत और निखार देना चाहते हैं तो कृत्रिम प्रसाधनों का प्रयोग कम से कम करें। इसके स्थान पर आप घरेलू प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधनों को तैयार कर सकते हैं और उनका उपयोग करके अपनी त्वचा को एक अनुपम उपहार दे सकते हैं। याद रहे, त्वचा कभी भी कृत्रिम प्रसाधनों के प्रयोग किए जाने पर खुश नहीं होती वहीं दूसरी ओर जब त्वचा पर प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग किया जाता है तो वह अंदर से प्रसन्न होती है जिसका असर बाहर नजर आता है इस प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों के प्रयोग से त्वचा चमकने लगती है, दमकने लगती है और हमेशा दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
हम सब ने अपने आसपास के लोगों को अक्सर यह कहते सुना होगा कि यह तो नेचुरल ब्यूटी है, तो नेचुरल ब्यूटी का तात्पर्य यहां यह होता है कि नेचुरल रूप से सुंदर दिखने वाले ने कृत्रिम प्रसाधनों के स्थान पर प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग किया है और अपनी त्वचा को आकर्षक बनाया है।
चमकदार और मुलायम त्वचा आकर्षण का केंद्र होती है इस बात में संदेह नहीं ।आइए,अब जानते हैं कि प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधनों में किन-किन चीजों का प्रयोग किया जाए जिससे हमारी त्वचा में निखार आ सके।
अपने अनुभवों और अपनी पसंद के अनुसार आज के इस आलेख में मैं अपने सभी पाठकों के साथ कुछ प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधनों की चर्चा करना चाहती हूं जिसका प्रयोग कर कर हम अपनी त्वचा में कई गुना निखार ला सकते हैं ।
बेसन का नैसर्गिक गुण होता है कि वह त्वचा की रंगत को निखारने का काम करता है। बेसन में यदि दही और गुलाब जल मिला लिया जाए और उसके बाद इस लेप को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाया जाए तो बचा बहुत ही खूबसूरत दिखती है यह प्राकृतिक फेस पैक के नाम से जाना जाता है।
नींबू भी हमारी त्वचा की रंगत को निखारने में सहायक सिद्ध होता है नींबू का डायरेक्ट प्रयोग ना कर कर यदि उसे दही, आटे के चोकर, सूजी या बेसन में मिलाकर स्किन पर लगाया जाए और उंगलियों की मदद से हल्की हल्की मसाज की जाए तो हमारी त्वचा सुंदर दिखने लगती है ।चेहरे पर होने वाले काले धब्बे और निशान भी हल्के पड़ने लगते हैं।
इसके अतिरिक्त टमाटर एंटी एजिंग का काम करता है । टमाटर को कच्चा खाने के साथ-साथ यदि टमाटर के रस को चेहरे पर लगाकर कुछ देर रखा जाए तो हमारा चेहरा भी टमाटर की तरह सुर्ख लाल होने लगता है और दूसरों को अपनी और आकर्षित करता है।
हम सब खीरे के गुणों से भी भलीभांति परिचित हैं।खीरे को कद्दूकस कर उसके जूस को यदि चेहरे और अपनी त्वचा पर प्रयोग किया जाए तो त्वचा में एक अजब सी ताजगी महसूस होती है। कई बार घर में कुछ खीरे प्रयोग में नहीं आ पाते तो उन्हें बाहर फेंकने की बजाय मिक्सी में अच्छे से घुमा लें और मिक्सचर को छानकर उस का रस निकाल कर फ्रिज में रख ले और नियमित रूप से त्वचा पर उसका प्रयोग करें।
चेहरे पर असमय आने वाली झाइयों और झुर्रियों को दूर करने के लिए कच्चे आलू को कद्दूकस कर चेहरे पर यदि नियमित रूप से लगाया जाता है तो बहुत अच्छे परिणाम सामने आते हैं।
केले के गूदे को फेस पर लगाकर थोड़ी देर रखने के बाद पानी से धो दिया जाए तो चेहरे की त्वचा में कसाव आता है और समय आने वाली झुर्रियों से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है।
सभी फलों के रस में अनेकों प्रकार के गुण पाए जाते हैं। फलों को कच्चा खाने, उनका जूस पीने और उनके पल्प को फेस पर लगाने से फेस की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है।
दूध उबालने के बाद भिगोने में बची मलाई को भी त्वचा को निखारने के लिए प्रयोग किया जा सकता है ।इस बची मलाई को अपने चेहरे, गर्दन और हाथों पर लगा कर कुछ देर बाद धोने से त्वचा चिकनी और मुलायम हो जाती है।
दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भी त्वचा आकर्षक और चमकदार बनती है और त्वचा में कसाव आता है।दिन भर में 10 से 12 गिलास पानी पीने और इसमें से भी 4 से 5 गिलास पानी यदि सुबह सुबह खाली पेट पिया जाए तो अद्भुत परिणाम सामने आते हैं।
याद रहे डायरेक्ट धूप के संपर्क में आने से भी हमारी त्वचा का निखार कम हो जाता है और हमारी त्वचा काली पड़नी शुरू हो जाती है ।इसलिए जब भी धूप में निकलना हो तो त्वचा को ढक कर ही निकलें।
इन सभी उपायों के साथ साथ दिन भर में 6 से 8 घंटे की नींद लेने से भी हमारी त्वचा को बहुत आराम मिलता है और त्वचा चमकने लगती है ऐसा ना करने पर हमारी त्वचा ढीली और सूखी हो जाती है ,हमारी आंखों के नीचे डार्क सर्कल नजर आने लगते हैं और त्वचा अपना सौंदर्य खोने लगती है ।
हमारे भोजन का हमारी त्वचा की रंगत से प्रत्यक्ष संबंध होता है इसलिए हमें अपनी डाइट का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। हमें अपनी डाइट में सलाद ,दही और कम तेल वाली सब्जियों का प्रयोग करना चाहिए।
प्रतिदिन सूखे मेवों का सेवन करने से भी हमारी त्वचा का रंग साफ होता है और हमारी त्वचा में चमक आती है।
उपरोक्त छोटे-छोटे उपायों को अपनाकर हम अपनी त्वचा को अद्भुत उपहार दे सकते हैं। इन सभी उपायों को बिना किसी अतिरिक्त खर्च किए हम आसानी से घर बैठे बैठे प्रयोग में ला सकते हैं।