जापानी कंपनी के सहयोग से टीसीएस ने बेंगलुरु में खोला नवाचार केंद्र, आईटी राज्यमंत्री ने किया उद्घाटन

रविवार दिल्ली नेटवर्क

बेंगलुरू : केंद्रीय इलेक्ट्राॅनिक्स एवं आईटी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को यहां जापानी कंपनी रेनेसास और देश की अग्रणी प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस की साझेदारी में स्थापित नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया। इस नवाचार केंद्र में भारत और जापान की प्रतिभाओं का संगम होगा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार भारत को सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि इसके लिए पाठ्यक्रम को फिर से डिजाइन करने, लैब बनाने और अनुसंधान को प्रोत्साहन देने, और विश्वविद्यालयों की क्षमता बढ़ाने के लिए वित्तपोषण जैसी पहलें शुरू की गई हैं।

टीसीएस-रेनेसास के नवाचार केंद्र के उद्घाटन पर उन्होंने दोनों कंपनियों के शीर्ष नेतृत्व को सेमीकंडक्टर को लेकर प्रधानमंत्री के विजन से अवगत करवाया। श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, रेनेसास अब एक और दुनिया की अग्रणी कंपनी है जिसने भारतीय सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अगली पीढ़ी के उपकरण और उत्पाद बनाने को लेकर एक स्थानीय भागीदार के साथ भारत में नवाचार केंद्र स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए नीतिगत ढांचे के माध्यम से मांग और संसाधन आवंटन सहित सेमीकंडक्टर के क्षेत्र के विकास को मदद जारी रखेगी। हम इस तरह की साझेदारी को प्रोत्साहित करना चाहते हैं, क्योंकि हमारे स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को इससे बढ़ावा मिलेगा और वैश्विक बाजार के लिए सहयोग में आईपी और उपकरणों का विकास होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम ऑटोमोटिव, कंप्यूट, मोबिलिटी और एआई और डेटा के संपूर्ण को भारत और भारतीय उद्यमिता के लिए अवसरों के रूप में देखते हैं।’’

इस अवसर पर उपस्थित लोगों में रेनेसास में आईओटी और इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस यूनिट के कार्यकारी उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक डॉ शैलेश चिट्टीपेड्डी और टीसीएस के सीओओ श्री एन गणपति सुब्रमण्यम शामिल थे। नवाचार केंद्र में ऑटोमोटिव, आईओटी और 5जी सिस्टम्स में अग्रणी प्रौद्योगिकी के लिए सेमीकंडक्टर समाधानों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। बाद में, राज्यमंत्री ने बीएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर का दौरा किया। वहां उन्होंने न्यू इंडिया फाॅर यंग इंडिया संवाद-सत्र के तहत छात्रों के साथ बातचीत की। छात्रों ने उनसे स्किलिंग, स्टार्टअप्स, डिजिटल इंडिया, सेमीकॉन इंडिया, इंटरनेट सेफ्टी और इंडिया टेकेड से संबंधित प्रश्न पूछे। उन्हें प्रख्यात लेखक डी. वी. गुंडप्पा की बेस्टसेलिंग पुस्तक, ‘मनकुथिम्मना कग्गा’ भेंट की गई और कॉलेज प्रबंधन की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया।