- आपके चरित्र और मिजाज का इम्तिहान लेता है टेस्ट क्रिकेट
- पुजारा भारत के 100 टेस्ट खेलने वाले 13वें क्रिकेटर बने
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ‘श्रीमान भरोसेमंदÓ चेतेश्वर पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार यहां सुबह चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर -गावसकर क्रिकेट ट्रॉफी क्रिकेट सीरीज के दूसरे टेस्ट में खेलने उतरने के साथ भारत के लिए सौ टेस्ट मैच खेलने वाले 13 वें क्रिकेटर बन गए। किसी भी क्रिकेटर की तरह पुजारा के लिए भी भारत के लिए सौ टेस्ट खेलने की यात्रा बेहद उतार चढ़ावों से भरी रही।भारत के लिए सौवां टेस्ट खेलने के लिए देश ही दुनिया के सर्वकालीन महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावसकर ने खास कैप भेंट की। भारत के टेस्ट खेलने का ‘शतक’ पूरा करने के मौके पर उनके साथ यहां अरुण जेटली स्टेडियम में उनके पिता अरविंद पुजारा, पत्नी पूजा और बिटिया अदिति यानी तीन पीढिय़ां मौजूद थी।
चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए अपना 100 वां टेस्ट मैच खेलने के मौके पर दार्शनिक अंदाज में कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट है। टेस्ट क्रिकेट और जीवन दोनों में एक बड़ी समानता यह है कि दोनों मेंं उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ता है। टेस्ट क्रिकेट आपके चरित्र और मिजाज का इम्तिहान लेता है। मैं बतौर क्रिकेटर यही कहूंगा कि किसी भी क्रिकेटर का सबसे बड़ा सपना अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना होता है। मैं खुद को खुशकिस्मत मानता हूं कि मैं भारत के लिए सौ टेस्ट खेलने का सपना पूरा कर पाया। यदि आप मुश्किल दौर से लडऩा जानते हैं तो जीत आपकी ही होती है। मैं नौजवान क्रिकेटरों से बस यही कहूंगा कि उतार चढ़ाव तो बतौर क्रिकेटर जिंदगी में आएंगे। इससे पार पाने का एक ही रास्ता है मेहनत, और सिर्फ मेहनत। मैं एक बार फिर यही बात दोहराता हूं कि जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था तो कभी सोचा नहीं था कि मैं भारत के लिए सौ टेस्ट खेल पाउंगा। यह मेरे पिता , जे मेरे क्रिकेट उस्ताद भी हैं उनके मार्गदर्शन से ही मुमकिन हो पाया।’
कामना है कि आप अपने सौवें टेस्ट में बड़ा शतक जड़े : गावसकर
चेतेश्वर पुजारा को उन्हें भारत के लिए 100 टेस्ट खेलने पर सुनील गावसकर ने खास कैप देते हुए कहा, ‘जब आप बल्लेबाजी करने उतरते हो ऐसा लगता है कि आप हाथ में सिर्फ बल्ला नहीं बल्कि भारत का ध्वज साथ लेकर उतर रहे हैं। आपने भारत के लिए बल्लेबाजी के मैदान पर उतर शरीर पर बहुत गेंदों के रूप में गेंदबाजों के बहुत प्रहार झेले। आप इस बात के लिए आदर्श हो कि मेहनत और संकल्प क्या कुछ हासिल किया जा सकता है। मेरी यह इच्छा और कामना है कि आप अपने सौवें टेस्ट में बड़ा शतक जड़े।’