- हमारी टीम एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेल अपना लौहा मनवाने को तैयार हैं
- श्रीजेश के अलविदा कहने के बाद पाठक व करकेरा में दिखेगी भारत के नंबर 1 गोलरक्षक की जद्दोजहद
- हुंदल, उत्तम व गुरजोत के लिए सीनियर टीम में नियमित जगह की दावेदारी का मौका
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर कप्तान हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में भारतीय पुरुष हॉकी टीम मंगलवार तड़के को बेंगलुरू से चीन के हुलुनबुइर में आठ सितंबर से शुरू होने वाली पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में अपना खिताब बरकरार रखने के मकसद से रवाना हुई। भारत ने हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में चेन्नै में बीते बरस के आखिर में मलयेशिया को फाइनल में हराकर खिताब जीता था। हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में चीन में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में शिरकत करने गई टीम में बीते महीने पेरिस में 2024 के ओलंपिक खेलों में अपना कांसा बरकरार रखने गई वाली टीम में उनके और उपकप्तान विवेक सागर प्रसाद दस खिलाड़ी हैं जबकि ओलंपिक में बतौर रिजर्व साथ गए गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक और ड्रैग फ्लिकर जुगराज सिंह, ऑलराउंडर-स्ट्राइकर अरिजित सिंह हुंदल, स्ट्राइकर उत्तम सिंह व गुरजोत सिंह , गोलरक्षक सूरज करकेरा व मिडफील्डर नीलकांत शर्मा,मोहम्मद रहील मोहसिन सहित आठ अपेक्षाकृत नए खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। भारत ही नहीं दुनिया के महानतम गोलरक्षकों में एक पीआर श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद अंतर्राष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कह दिया है। ऐसे में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी से भारत की 2028 के लॉस एंजेल्स ओलंपिक खेलों की नई साइकिल में खासतौर पर गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा के लिए खुद को देश के नंबर 1 गोलरक्षक के रूप में स्थापित करने की भी अच्छी जद्दोजहद का भी आगाज होगा। चोट के कारण बाहर आक्रामक सेंटर हाफ हार्दिक सिंह की गैरमौजूदगी में उपकप्तान विवेक सागर और अनुभवी मनप्रीत सिंह पर आक्रमण के साथ रक्षण की अहम कड़ी के रूप में बड़ी जिम्मेदारी होगी। साथ ही नवोदित स्ट्राइकर-ड्रैग फ्लिकर अरिजित हुंदल और भारत की जूनियर टीम के पूर्व कप्तान उत्तम सिंह तथा पहली बार सीनियर भारतीय टीम में शामिल किए गए गुरजोत सिंह के लिए सीनियर टीम में नियमित जगह बनाने की दावेदारी पेश करने का चैंपियंस ट्रॉफी बड़ा मौका होगा।
भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने चीन की बेंगलुरू से उड़ाने पकड़ने से पहले कहा,‘पेरिस ओलंपिक के बाद छोटी ब्रेक के बाद हमारी टीम एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेल अपना लौहा मनवाने को तैयार है। पेरिस ओलंपिक हमारे लिए बढ़िया रहे लेकिन हॉकी बेहद कड़ा खेल है और इसमें हम यह सोच कर कि हमने पेरिस ओलंपिक में कांसा जीता है हम किसी भी टीम को हल्के में नहीं ले सकते हैं। हमारा मकसद एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में उत्कृष्ट हॉकी खेल कर अपना खिताब बरकरार रखना है।’
वहीं भारत के उपकप्तान आक्रामक सेंटर हाफ विवेक सागर प्रसाद ने कहा, ‘इतनी कम उम्र में भारतीय पुरुष हॉकी 3टीम का उपकप्तान नियुक्त किया जाना बड़े गर्व की बात है। हम सभी अपनी टीम के कप्तान और उपकप्तान हैं और हमारी पूरी टीम जिम्मेदारी बांटती है। इस बार हमारी टीम मे में कुछ नए खिलाड़ी हैं, जो बेहद प्रतिभाशाली और बढ़िया प्रदर्शन करने को बेताब हैं। हम अपना खिताब बरकरार रखने के साथ टीम में इन नौजवान खिलाड़ियों के लिए बढ़िया माहौल बनाने की पुरजोर कोशिश करेंगे।‘
पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में मौजूदा चैंपियन भारत, मेजबान चीन, चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान, जापान, दक्षिण कोरिया और मलयेशिया तक इसमें शिरकत करने वाली सभी छह टीमें एक पूल में राउंड रॉबिन आधार पर एक दूसरे से भिड़ेंगी और पूल में शीर्ष चार में रहने वाली टीमें सेमीफाइनल में भिड़ेंगी। भारत अपने अभियान का आगाज मेजबान चीन के खिलाफ पहले दिन 8 सितंबर को मैच से करने के बाद 9 सितंबर को जापान, 11 सितंबर को मलयेशिया, 12 सितंबर को दक्षिण कोरिया और फिर 14 सितंबर को अपने आखिरी मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगी। दोनों सेमीफाइनल 16 सितंबर को खेले जाएंगे जबकि फाइनल 17 सितंबर को खेला जाएगा ।
पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के लिए भारत की 18 सदस्यीय टीम :
गोलरक्षक : कृष्ण बहादुर पाठक व सूरज करकेरा।
रक्षापंक्ति : हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), अमित रोहिदास, सुमित, जर्मनप्रीत सिंह, संजय व जुगराज सिंह
मध्यपंक्ति : मनप्रीत सिंह, राज कुमार पाल, विवेक सागर प्रसाद (उपकप्तान), नीलकांत शर्मा,मोहम्मद रहील मोहसिन।
अग्रिमपंक्ति : अभिषेक, सुखजीत सिंह, अरिजित हुंदल,उत्तम सिंह, गुरजोत सिंह।