गहलोत शासन में नवगठित नौ जिलों और तीन संभाग समाप्त करने से जुड़े प्रकरण में भाजपा और कांग्रेस में तकरार बढ़ी

The conflict between BJP and Congress increased in the matter related to the abolition of nine newly formed districts and three divisions during Gehlot's rule

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राजस्थान में गहलोत शासन में नवगठित नौ जिलों और तीन संभागों को समाप्त करने से जुड़े प्रकरण में सियासी रार अभी भी समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है और भाजपा और कांग्रेस ने एक दूसरे के खिलाफ अपनी अपनी म्यानों से तलवारें खींच कर बाहर निकाल दी हैं जबकि भजन लाल सरकार के निर्देश पर राज्य के राजस्व विभाग ने इन नवगठित जिलों और तीन संभागों को समाप्त करने से जुड़े प्रकरण में प्रदेश के संभागीय आयुक्तों को आदेश जारी किए है कि राज्य सरकार द्वारा समाप्त किए गए इन जिलों और संभागों की पत्रावली संबंधित मूल जिलों में हस्तांतरित कर दी जाए। साथ ही राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध करवाए गए आई.टी. उपकरण,फर्नीचर और अन्य आइटम भी मूल जिले में तुरंत प्रभाव से भेजे जाएं। साथ ही संबंधित जिलों में लगाए गए कार्मिकों को भी मूल विभाग में भेजने के निर्देश दिए गए है इसके अलावा जिला कलेक्टर और अन्य कार्यालय एवं किराये के आवासीय भवनों को मूल विभाग को सुपुर्द करने की कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए है।

जयपुर के संभागीय आयुक्त ने इस संबंध में बकायदा आदेश जारी कर जयपुर संभाग में दूदू, जयपुर ग्रामीण, नीम का थाना जिलों और सीकर संभाग की मूल पत्रावलियों को मूल जिलों एवं संभागों में हस्तांतरित करने के निर्देश जारी कर दिए है। इसी प्रकार समाप्त किए गए अन्य जिलों और बांसवाड़ा, सीकर और पाली संभागीय आयुक्त मुख्यालयों से संबंधित संभागीय आयुक्तों ने भी ऐसे ही आदेश जारी किए हैं।

इधर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भरतपुर से सटे डीग को जिला बनाए रखने और दूदू का अस्तित्व समाप्त करने के लिए भजन लाल सरकार को घेरा है। वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने सीकर में इंडिया गठबंधन के नेताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए 9 नए जिलों और 3 संभागों को समाप्त करने के भजन लाल सरकार के फैसले पर सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए जन संघर्ष का ऐलान किया हैं ।

साथ ही आगामी 4 जनवरी को सीकर बंद की घोषणा भी की हैं । सीकर बंद के आह्वान के बाद 7 जनवरी को सीकर जिले के उपखंड कार्यालय में एसडीएम को एक ज्ञापन भी दिया जाएगा। इस जनआंदोलन का नेतृत्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सीकर के सांसद कामरेड अमराराम, चूरू के सांसद राहुल कस्वां और अभिभाषक संघ के अध्यक्ष करेंगे।

सीकर में इंडिया गठबंधन के बैनर तले आयोजित इस बैठक में चूरू, नीमकाथाना, झुंझुनूं के नेता और जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। साथ ही छात्र संगठन, बार संघ और किसान संगठन भी इस सभा में शामिल हुए। बैठक में गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हमारे संघर्ष की जीत होगी और यह संभाग और जिले भी वापस बनेंगे। उन्होंने बहुत ही तल्ख अंदाज में कहा कि बीजेपी की औकात नहीं है कि यह सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला खत्म कर दें। उन्होंने कहा, ” ये लोग मंदिरों में घूमते हैं, पर्चियों से चलते हैं। हम इनके घुटने टिका देंगे। इनसे संभाग भी लेंगे और नगर निगम भी लेंगे। इस संघर्ष में पैसे की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। यह आंदोलन एक बड़ा जन-आंदोलन बनेगा। सीकर के प्रधानजी का जाव में हुई इस सभा में उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल पर जमकर तंज कसे और कहा कि हम राजस्थान की पर्ची सरकार के घुटने टिका कर रहेंगे तथा राज्य सरकार के कील ठोक देंगे। यह बीजेपी वाले राइजिंग राजस्थान के नाम से हमारी जमीन बड़े-बड़े उद्योगपतियों को लुटवा रहे हैं।

डोटासरा ने कहा कि सीकर संभाग बना तो उसमें एम्स भी आता और आईआईटी भी आता।बड़े लेवल की परीक्षाएं भी संभाग स्तर पर होती।संभाग के कारण चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में हमें बहुत फायदा होता।एजुकेशन नगरी सीकर में संभाग बनने के बाद बड़े-बड़े घराने यूनिवर्सिटी और कॉलेज खोलने के लिए आए, लेकिन आज वह क्या निर्णय लेंगे वह जाने।हमारी इस बढ़ती हुई रफ्तार और ग्रोथ को बीजेपी की इस निकम्मी सरकार ने खत्म करने का काम किया है।

डोटासरा और इंडिया गठबन्धन के अन्य नेताओं के तीखे तेवरों का जवाब देने और भजन लाल सरकार के बचाव के भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ सामने आए है और उन्होंने डोटासरा को उन्हीं के अंदाज में जवाब देते हुए कहा है कि अशोक गहलोत सरकार ने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति तथा अपने समर्थक विधायकों को खुश करने के लिए सभी मापदंडों को ताक में रख कर आनन फानन में बिना जिलों का क्षेत्रफल सीमाएं ,जनसंख्या और वित्तीय संसाधनों आदि का मूल्यांकन किए बिना नए जिले और संभाग बना दिए । कुछ जिले तो ऐसे बने जोकि जिला बनने लायक ही नहीं थे,लेकिन प्रदेश की जनता ने पहले विधान सभा चुनाव और बाद में उप चुनावों ने भी कांग्रेस एवं इंडिया गठबन्धन के दलों को अपनी औकात दिखा दी है। डोटासरा पहले अपने गिरेबान में झांके। उन्होंने कहा कि भजन लाल सरकार ने बहुत सही और व्यावहारिक फैसला लेकर जन भावनाओं का आदर किया है।

भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने भी भजन लाल शर्मा सरकार के फैसले को सही बताया है। उन्होंने कहा कि दूदू जिला समाप्त होने पर उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेम चंद बैरवा खुश है जबकि वे स्थानीय विधायक है। वे जानते है कि राज्य सरकार ने जन हित में ही यह फैसला किया हैं।

गहलोत शासन में गठित हुए सत्रह नए जिलों में से 9 जिलों और 3 नए संभाग समाप्त करने से जुड़े प्रकरण में भाजपा और कांग्रेस में तकरार दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं और इसी माह शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे पर पक्ष प्रतिपक्ष के मध्य बहस जारी रहने से आगामी सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है।