श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद

The doors of Shri Badrinath Dham are closed for the winter season

रविवार दिल्ली नेटवर्क

देहरादून : विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज अपराह्न दो बजकर 56 मिनट पर विधि-विधान से शीतकाल के लिए बंद हो गए। इस दौरान सेना के बैंड की धुन और जय बदरीविशाल के उदघोषों के बीच भक्तिमय वातावरण में पांच हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी बने।

कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत आज सुबह ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर खुल गया। श्री रावल, धर्माधिकारी और वेदपाठियों ने विधि विधान से पूजा अर्चना संपन्न कराई। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज, दंडी स्वामी मुकुंदानंद महाराज, मदिर समिति अध्यक्ष श्री हेमंत द्विवेदी, उपाध्यक्ष श्री ऋषि प्रसाद सती, श्री विजय कप्रवान, मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट श्री विजय प्रसाद थपलियाल इस मौके पर उपस्थित थे।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि 26 नवंबर को श्री कुबेर जी एवं उद्धव जी,रावल जी, सहित आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी शीतकालीन प्रवास पांडुकेश्वर प्रस्थान करेगी। श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी की गद्दी शीतकाल में पांडुकेश्वर प्रवास करेंगी तथा 27 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य जी गद्दी श्री नृसिंह मंदिर ज्योतिर्मठ को प्रस्थान करेंगी। इससे पहले श्री गरूड़ जी भी ज्योर्तिमठ पहुंच जाएंगे।