प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में कोटा बूंदी के नए ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा के लिए 1,507 करोड़ रु की मंजूरी
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के प्रयास आखिर रंग ले आए है। अब अगले दो वर्षों में लोकसभाध्यक्ष बिरला के गृह नगर कोटा के बाशिंदों का हवाई यात्रा का सपना साकार हो जायेगा। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने एक हजार पांच सौ सात करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से राजस्थान के कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के लिए एक नया ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा विकसित करने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। राजस्थान की इकलौती बारह महीने बहने वाली चंबल नदी के तट पर स्थित कोटा, राजस्थान की औद्योगिक राजधानी के साथ ही भारत के शैक्षिक कोचिंग हब के रूप में भी प्रसिद्ध है।
कोटा-बूंदी के सांसद और दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बने ओम बिरला ने कोटा में नया हवाई अड्डा बनाने के लिए अथक और भगीरथी प्रयास किए और वे लगातार इस महत्वाकांक्षी परियोजना को सिरे पर चढ़ाने में जुटे हुए थे और अंततोगत्वा उनके यह प्रयास सफल हुए। संयोग से राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मंगलवार को नई दिल्ली दौरे पर थे । उन्होंने लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर मोदी कैबिनेट से कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की अहम मंजूरी मिलने पर उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी आभार जताया। राजस्थान में विकास के मील का एक और पत्थर लगने जा रहा है
केन्द्रीय मंत्रिमंडल से कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की अहम मंजूरी मिलने के बाद अगले 2 साल में 1,507 करोड़ की लागत से शिक्षा नगरी कोटा में नए एयरपोर्ट के लिए 3200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे तैयार किया जाएगा । साथ ही कोटा में 1000 यात्री क्षमता का 20,000 वर्गमीटर क्षेत्रफल वाला टर्मिनल भवन भी बनेगा।इसके अलावा कोटा के ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर ए-321 श्रेणी के विमानों की पार्किंग के लिए 7 एप्रन-वे भी बनेंगे. दो लिंक टैक्सी-वे, एटीसी कम टेक्निकल ब्लॉक, फायर स्टेशन और कार पार्किंग की सुविधा भी विकसित होगी। नए हवाई अड्डे की वार्षिक क्षमता 20 लाख यात्री प्रति वर्ष (एमपीपीए) होगी और इसे पूरा करने का लक्ष्य दो वर्ष रखा गया है।
औद्योगिक और शिक्षा केंद्र के रूप में मशहूर कोटा में एक आधुनिक हवाई अड्डे की मांग लंबे समय से की जा रही थी। मौजूदा हवाई अड्डा बहुत ही छोटा है, जिसका आधुनिकीकरण कर पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में नियमित हवाई सेवाएं शुरू करवाने का प्रयास किया गया था परन्तु कालान्तर में यह व्यवस्था चल नहीं पाई।
लेकिन अब लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला के अनवरत प्रयासों से कोटा में एक नया ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा विकसित होने जा रहा है तथा इससे इस औद्योगिक और शिक्षा नगरी कोटा में आने जाने वाले उद्यमियों तथा छात्रों एवं उनके अभिभावकों को बहुत सुविधा और लाभ होगा।
राजस्थान सरकार ने कोटा में ए-321 श्रेणी के विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा विकसित करने हेतु भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को निःशुल्क 440.06 हेक्टेयर भूमि हस्तांतरित की है। शैक्षिक और औद्योगिक क्षेत्रों की प्रमुखता के कारण कोटा में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में यातायात सुविधा का समाधान करना है। कोटा में अभी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के स्वामित्व वाला हवाई अड्डा मौजूद है, जहां 1220 मीटर x 38 मीटर आकार का एक रनवे है, जो कोड ‘बी’ विमानों (जैसे डीओ-228) के लिए उपयुक्त है। इसके अतिरिक्त मौजूदा एप्रन ऐसे दो विमानों के लिए उपयुक्त है। वर्तमान टर्मिनल भवन 400 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है, जिसकी व्यस्त समय में मात्र 50 यात्रियों को संभालने की क्षमता है। मौजूदा हवाई अड्डे कोके लिएअपर्याप्त भूमि उपलब्धता और हवाई अड्डे के आसपास बढ़ते शहरीकरण के कारण इसे वाणिज्यिक संचालन के लिए विकसित नहीं किया जा सकता। इन बातों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने कोटा में एक नए ग्रीन एयरपोर्ट बनाने की अनुमति प्रदान की हैं।
कोटा में नया ग्रीन एयरपोर्ट बनाने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के प्रयासों से आने वाले दो वर्षों में कोटा वासियों का हवाई यात्रा का सपना साकार होगा। इसमें अब कोई सन्देह नहीं है।
				
					




