समाज के बड़े लोगों को जामवंत की तरह बन कर नई पीढ़ी की अन्तस् चेतना को जगाना चाहिए : अरविंद भाई ओझा

The elders of the society should become like Jamwant and awaken the inner consciousness of the new generation: Arvind Bhai Ojha

दीपक कुमार त्यागी

ऋषभ बिहार, सीकरी कला, मोदीनगर स्थित शिव मंदिर में स्थानीय निवासियों द्वारा आपस में मिलकर प्रत्येक सप्ताह होने वाले सुंदरकांड वह हनुमान चालीसा का पाठ किया गया ।

मोदीनगर, गाजियाबाद। देश-विदेश के प्रसिद्ध हनुमान कथा व्यास अरविंद भाई ओझा, कथा व्यास, आयुष पाठक (श्री रामभद्राचार्य जी के विशेष शिष्य) पंडित नंदकिशोर शर्मा व भजन गायक राजपाल का सानिध्य मंगलवार को मोदीनगर वासियों को प्राप्त हुआ। इस भव्य आयोजन में बड़ी संख्या में आपस में मिलकर हनुमान जी महाराज का गुणगान किया। यह आयोजन के कारण से बहुत से बच्चों को हनुमान चालीसा का पाठ कंठस्थ हो गया है। कार्यक्रम के अंत में कथा व्यास अरविन्द भाई ओझा ने सुन्दरकांड के विषय में सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज के बड़े लोगों को जामवंत की तरह बन कर नई पीढ़ी की अन्तस् चेतना को जगाना चाहिए अब व्यक्ति की अंतःचेतना जाग्रत होती है तो व्यक्ति असंभव काम को भी पूर्ण कर लेता है और नई पीढ़ी को हनुमान जी कहते हैं कि कोई भी काम करने से पहले बड़ों से सलाह भी लेनी चाहिए जैसे हनुमानजी ने लंका यात्रा पर जाने से पूर्व जामवंत जी से पूछा था। पाठ के विराम पर आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया । कार्यक्रम के संयोजक राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि हमारे कालोनी के लोगों द्वारा ऐसा कार्यक्रम करने का उद्देश्य समाज में सनातन धर्म को बढाना और जागरूक करने के साथ ही युवा पीढ़ी, बच्चों को अच्छे संस्कार दिए जा सकें।