चैंपियंस ट्रॉफी सहित आईसीसी टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन हमारी टीम की गुणवत्ता को दर्शाता है : रोहित

The excellent performance in ICC tournaments including Champions Trophy shows the quality of our team: Rohit

  • हमारी भारतीय टीम बहुत मजबूत है और इसमें बहुत गहराई है
  • मैं वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर नहीं हो रहा
  • भविष्य की कोई योजना नहीं है,जो हो रहा है होता रहेगा
  • हमारे स्पिनर उम्मीदों पर खरे उतरे, मिस्ट्री स्पिनर वरुण वाकई हमारे बहुत काम आए
  • केएल राहुल मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं
  • जिन्हें भी बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का मौका मिला, हर किसी ने अपनी तरह योगदान किया

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : रोहित शर्मा की अगुआई में भारत ने पिछले तीन पुरुष आईसीसी टूर्नामेटों में बीते बरस वेस्ट इंडीज में टी-20 क्रिकेट विश्व कप और दुबई में रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी सहित दो टूर्नामेंट अजेय रहकर खिताब जीते। भारत ने इन तीन आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट मे अपने 24 पूरे हुए मैच 23 जीते। कप्तान रोहित शर्मा और टीम इंडिया अपनी इस उपलब्धि पर वाकई गर्व कर सकती है क्योंकि क्रिकेट के इतिहास में ऐसा प्रदर्शन करने का गौरव दुनिया की बहुत कम टीमों को हासिल है। रोहित शर्मा की कप्तानी में उनके बेहतरीन अर्द्धशतक से अपने सभी मैच दुबई में खेलने वाले भारत ने दुबई में रविवार को न्यूजीलैंड को फाइनल में चार विकेट से हरा जीत के साथ ‘पंजे’ के साथ तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीत इतिहास रच दिया। भारत ने रोहित की कप्तानी में 2023 के आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप में अपने सभी लीग मैच और सेमीफाइनल सहित नौ अलग अलग स्थानों पर खेलते हुएसभी दस मैच जीतकर फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन अंतिम बाधा पर ऑस्ट्रेलिया से हार गया था। भारत ने 2024 में टी 20 विश्व कप में अपने शुरू के तीन मैच न्यूयॉर्क में खेले लेकिन बाकी छह (एक रद्द) पांच अलग अलग स्थानों पर खेले थे।

भारत की 23 जीतों पर कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ‘23 मैच जीतना वाकई बढ़िया उपलब्धि है। यह बताता है कि हमारी भारतीय टीम कितनी बेहतरीन है। मैं जानता हूं कि 2023 में हम आईसीसी वन डे विश्व कप के फाइनल में पहुंच कर अपने ही घर में ऑस्ट्रेलिया से हार गए थे। हम इसके बाद आईसीसी टी 20 विश्व कप में खेलने गए और वहां हमने एक भी मैच हारे बिना ट्रॉफी जीती। चैंपियंस ट्रॉफी सहित आईसीसी टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन हमारी भारतीय टीम की गुणवत्ता को दर्शाता है। हमारी भारतीय टीम बहुत मजबूत है और इसमें बहुत गहराई है। हमारी टीम में आपस में बहुत अच्छी आपसी समझ है। बहुत उत्साह है और हम इसी तरह की क्रिकेट खेलना चाहते हैं। हमने चैंपियंस ट्रॉफी के शुरू होने से पहले यही बात की थी -बाहर से बहुत ज्यादा दबाव है। भारत यदि एक भी मैच हारता है और मैच में कुछ भी इधर-उधर हो जाता है तो अटकलों का बाजार गर्म हो जाता है। हकीकत में हमारी भारतीय टीम और हमारे लड़के इसे वास्तव में एक रखने में कामयाब रहे। हमारी टीम और लड़कों ने अपना ध्यान मैच जीतने और इसका लुत्फ उठाने पर ही लगाए रखा। बीते दो तीन बरसों से यह हमारे खेल का सबसे अहम पहलू रहा है।’

रोहित शर्मा ने भारत को तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जिताने के बाद कहा, ‘मैं वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर नहीं हो रहा और मैं यह पक्का करना चाहूंगा कि आगे कोई अफवाह न फैलाएं। भविष्य की कोई योजना नहीं है और वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में जो हो रहा है होता रहेगा।’

भारत ने क्रिकेट के दो अलग अलग प्रारूप-टी 20 और वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पिछले 13 मैच जीते हैं। रोहित ने कहा, ‘हमारी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अजेय रह कर आईसीसी टी 20 विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतना है वाकई बतौर टीम बहुत बड़ी उपलब्धि है। मैंने बहुत कम टीमों को अजेय रह कर दो टूर्नामेंट जीतते देखा है। हमने स्थितियों का बढ़िया इस्तेमाल कर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती। भविष्य की कोई योजना नहीं है,जो हो रहा है होता रहेगा। दुबई भले ही हमारा घरेलू मैदान नहीं था लेकिन यहां दर्शकों ने हमारा भरपूर समर्थन कर इसे हमारा घरेलू मैदान बना दिया। हमारी लिए चैंपियंस ट्रॉफी वाकई बहुत संतोषजनक है। हमारे स्पिनर उम्मीदों पर खरे उतरे। पिच से स्पिनरों को मदद मिली और हमने इसका लाभ उठाया। हमारे गेंदबाजों ने निरंतर बहुत सधी हुई गेंदबाजी की।जहां तक मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती की बात है तो बतौर स्पिनर उनमें कुल अलग ही बात है। आप जब दुबई जैसी पिचों पर खेल रहे हों तो आपको वरुण जैसे कुछ अलग तरह के गेंदबाज की जरूरत होती है। वरुण चैंपियंस ट्रॉफी में शुरू के मैच में नहीं खेले और बाद में उन्होंने बाद के मैचों में मौका पाया तो वह विकेट भी चटकाए। मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती वाकई हमारे बहुत काम आए। केएल राहुल मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं और अपने इर्द गिर्द दबाव से कभी घबराते नहीं हैं। केएल राहुल ने भारत को फाइनल जिता कर ही दम लिया। केएल राहुल ने दबाब की स्थिति में सही शॉट खेल; और इससे बाकी बल्लेबाज खुल कर खेल पाए। हमारी सभी बल्लेबाजों ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। केएल राहुल मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं और अपने इर्द गिर्द दबाव से कभी घबराते नहीं हैं। केएल राहुल ने भारत को फाइनल जिता कर ही दम लिया। केएल राहुल ने दबाब की स्थिति में सही शॉट खेला और इससे बाकी बल्लेबाज खुल कर खेल पाए। हमारी सभी बल्लेबाजों ने बेहतरीन बल्लेबाजी की।

2023 के वन डे विश्व कप में लीग मैच और सेमीफाइनल सहित अपने मैच जीत फाइनल में हम ऑस्ट्रेलिया से हार गए थे। हम दुबई में उसी जज्बे और सोच के साथ दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने उतरे थे।हमने चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल से पहले बात की थी हम मैच में आखिरी गेंद फेंके जाने तक हार नहीं मानेंगे। हम न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल मे आखिर तक हिम्मत न हारने की बाबत बात की है। आप हमारी भारतीय टीम में 1 से लकिर 11 नंबर तक देखे जिन्हें भी बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का मौका मिला टीम में हर किसी ने अपनी तरह योगदान किया। अंतत: जब सभी एक टीम के रूप में साथ साथ खेलते हैं और बहुत से साथी खिलाड़ी योगदान करते हैं आपको निरंतर सफलता मिलती है। चैंपियंस ट्रॉफी में जिन्हें गेंदबाजी का मौका मिला उन्होंने गेंद से अपनी जिम्मेदारी निभाई। जिन्हें बल्लेबाजी का मौका मिला उन्होंने बल्ले से योगदान कर हमें मैच जिताए। चैंपियंस ट्रॉफी में ऐसा नहीं हुआ कि किसी एक ही खिलाड़ी ने सभी रन बना कर हमें मैच जिताया। हर किसी ने यहां और वहां योगदान किया दुबई की पिचों पर बल्लेबाजी चुनौतीपूर्ण थी और किसी के लिए भी बल्लेबाजी आसान नहीं थी। ऐसे शीर्ष से लेकर आखिरी खिलाड़ी तक का योगदान अहम था। हमारे खिलाड़ियों में बहुत जज्बा और कुछ कर गुजरने की भूख है। यह बातें पढ़ाई नहीं जाती।हमारी टीम म यह बहुत से खिलाड़ियों में नैसर्गिक रूप से है।