रविवार दिल्ली नेटवर्क
हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता एवं हमीरपुर उपचुनाव प्रभारी रणधीर शर्मा ने प्रदेश सरकार पर हार के डर से अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा जहां एक ओर धनबल का प्रयोग किया जा रहा है वहीं सरकारी मशीनरी का प्रयोग करने में भी सारी सीमाएं लांघी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों को अलग-अलग ढंग से प्रताड़ित किया जा रहा है। सरकार का दबाव डालकर उन्हें डराया तथा धमकाया जा रहा है। यदि कोई दुकानदार व छोटे व्यापारियों को चालान का डर दिखाया जा रहा है तो वहीं कर्मचारियों को ट्रांसफर का रौब दिखाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 18 महीने में हमीरपुर जिला के लिए कुछ नहीं किया है। सीएम का फैक्टर तब होता है यदि जिला के लिए कुछ किया हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के नाम अब तक कोई उपलब्धि नहीं है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री प्रचार के दौरान जहां जाते हैं वहां से ही अपना नाता जुड़ा होने की बात कहते हैं। उन्होंने कहा कि जब लोगों को बार-बार गुमराह किया जाता है तो जनता झांसे में नहीं आती है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए हमले के संदर्भ में कहा कि कई बार छोटी-मोटी बातें हो जाती हैं। इस तरह की बातों को सुलझा लिया जाता है।
रविवार देर रात को एक निजी होटल में पार्टी करते पकड़े गए लोगों का संबंध भाजपा से होने के मामले में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कोई नेता इसमें शामिल नहीं है। उन्होंने मामले पर भी अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रशासन के माध्यम से लोकतंत्र की मर्यादाओं की सारी सीमाएं लांघ दी है। उसके बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी यह उपचुनाव जीतेगी क्योंकि उनके इस तरह के हथकंडों को जनता भली भांति जान चुकी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा लगाए गए आरोप तथ्यों पर आधारित हैं। भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों का मुख्यमंत्री कोई सही जवाब आज तक नहीं दे पाए हैं। उन्होंने कहा कि हमीरपुर से भाजपा प्रत्याशी पर उन्होंने कई तरह के आरोप लगाए जबकि कोई आरोप सिद्ध नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में सबसे बड़ा खनन माफिया कोई है तो वह मुख्यमंत्री का सगा भाई है। उन्होंने आयकर विभाग की हमीरपुर तथा नादौन में हुई रेड के संदर्भ में कहा कि एजेंसियां कई महीनों तक निगरानी रखने के बाद कार्रवाई करती हैं। यह कार्रवाई भी इसी तरह से हुई है। इस कार्रवाई का चुनाव से कोई लेना देना नहीं है।