
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
नई दिल्ली : आग उगलते सूरज से बढ़ते तापमान और लू के थफेडों के मध्य देश में इस वक्त 18 वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में चुनाव हो रहे हैं। अब तक लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं। वहीं पांचवें दौर का चुनाव प्रचार शनिवार को शाम थम गया। पांचवें चरण में आठ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की 49 सीटों के लिए वोटिंग होगी। इन प्रदेशों से 695 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
सोमवार 20 मई को पांचवे चरण का मतदान होना है। मौसम के चढ़ते तापमान के बीच सभी सियासी दलों को मतदान की चिंता सता रही है।उधर बढ़ती गर्मी से चुनाव आयोग भी टेंशन में है।चुनाव आयोग और सभी उम्मीदवार वोटरों से ज्यादा से ज्यादा वोट करने की अपील कर रहे है।
20 मई को होने वाले मतदान के दौरान छह राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड और दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख की कुल 49 सीटों पर मतदाता वोट डालेंगे। पांचवें दौर में जिन सीटों पर मतदान है, उनमें उत्तर प्रदेश की 14, महाराष्ट की 13, पश्चिम बंगाल की सात, बिहार और ओडिशा की पांच-पांच सीटें शामिल हैं। इसके अलावा, झारखंड की तीन, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की एक-एक सीट पर भी इसी चरण में मतदान होना है। पांचवें चरण में जिन सीटों पर वोटिंग होनी है, वहां 2019 में कुल 62.01प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ था। पांचवें चरण के मतदान के लिए निर्वाचन आयोग ने जिला प्रशासनो की मदद से मतदाताओं को बूथ तक ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।
उधर शनिवार को चुनावी शोर थमने से पूर्व सभी राजनीतिक दलों नेताओं ने ताबड़तोड़ जनसभाएं कर अपनी अपनी सरकार बनाने का दावा करते हुए जनता की खुशहाली के वादे किए हैं। भाजपा की ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत सभी छोटे बड़े नेता विपक्ष को घेर रहे हैं। वहीं कांग्रेस की ओर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे,पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी, राष्ट्रीय महा सचिव प्रियंका गांधी, सपा नेता अखिलेश यादव , महाराष्ट्र में उद्धव गुट के सभी नेता शरद पंवार आदि नेता मोदी सरकार पर जोरदार हमला कर रहे है।
देश में अब तक लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं और तीन चरणों के चुनाव अभी बाकी है। वहीं पांचवें दौर का चुनाव प्रचार शनिवार को समाप्त हो गया। पांचवें चरण के लिए एक संसदीय क्षेत्र में चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों की औसत संख्या 14 है। पांचवें चरण में जिन उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है उनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत कई हाई-प्रोफाइल चेहरे भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा सीट इस चुनाव में एक चर्चित सीट बनी हुई है। यहां से भाजपा की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चुनाव मैदान में हैं। भाजपा नेता के सामने सपा ने रविदास मेहरोत्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है। बसपा ने लखनऊ में सरवर मलिक को प्रत्याशी बनाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में सीट पर भाजपा से राजनाथ सिंह जीते थे। 2019 में लखनऊ सीट पर 54.78 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। उत्तर प्रदेश की जिन सीटों की सबसे ज्यादा चर्चा होती है, उनमें से एक रायबरेली लोकसभा सीट भी है। ये राज्य की इकलौती सीट है जहां 2019 में कांग्रेस को जीत मिली थी। तब सोनिया गांधी यहां से जीतकर लोकसभा पहुंची थीं। सोनिया गांधी अब राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो चुकी हैं। कांग्रेस ने काफी इंतजार के बाद रायबरेली से अपने सबसे बड़े नेता में शुमार राहुल गांधी को चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा ने यहां दिनेश प्रताप सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।पांचवे चरण के पहले लोकसभा चुनाव को लेकर कौशांबी और प्रतापगढ़ में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कुंडा विधायक और जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का इन इलाकों में अच्छा-खासा प्रभाव है. ऐसे में उन्हें साधने के लिए बीजेपी, सपा और बसपा तीनों दलों के नेता जुटे थे लेकिन इस लोकसभा चुनाव में राजा भैया ने किसी भी पार्टी को समर्थन देने से इनकार कर दिया है।
पांचवें चरण के मतदान से पहले 5 बड़ी घटनाओं ने उत्तर प्रदेश के कई लोकसभा सीटों का समीकरण उलट-पलट दिया है. जिन सीटों का समीकरण बनते और बिगड़ते दिख रहा है, उनमें कौशांबी, रायबरेली और जौनपुर प्रमुख है।
लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में यूपी के 14 सीटों पर मतदान प्रस्तावित है। 2019 में इन 14 में से सिर्फ एक सीटों पर इंडिया गठबंधन के दलों को जीत मिली थी. हालांकि, जो नए समीकरण बन रहे हैं, उसमें कम से कम 3 सीटों पर इंडिया गठबंधन को फायदा होता दिख रहा है।2019 में रायबरेली को छोड़कर सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी. हालांकि, इस बार मतदान से पहले जिस तरह से 5 बड़ी राजनीतिक घटनाएं घटी है, उसने पार्टी को सकते में ला दिया है।अगर इन 5 घटनाओं का असर वोट ट्रांसफर में होता है तो कई सीटों का गुणा-गणित खराब हो सकता है।
लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवे चरण के मतदान से पहले इंडिया गठबंधन के नेताओं ने शनिवार को मुंबई में एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट पर जमकर हमला किया। महाराष्ट्र में गैरकानूनी सरकार धोखे और साजिश के आधार पर बनाई गई जिसका समर्थन खुद पीएम कर रहे हैं। राज्य में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की कई रैलियां हो रही हैं, वह लोगों के बीच दरार पैदा करने की कोशश करते हैं, मोदी लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं, शायद ही कोई पीएम ऐसा करता होगा। 53 साल से मैं भी राजनीति में हूं, पवार साहब हमसे 5 साल आगे हैं और उद्धव ठाकरे जी भी सक्रिय है, मेरा यही कहना है कि विश्वासघात की राजनीति हो रही है… विपक्ष को तोड़ा जा रहा है।
लोकसभा चुनाव 2024 में पांचवें चरण के मतदान से पहले राहुल गांधी ने दिल्ली में रैली की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य संविधान की रक्षा करना है। क्योंकि यही देश के लोगों का भविष्य, उनका सपना और उनके दिली की आवाज है। उन्होंने बीजेपी पर उद्योगपतियों को आगे बढ़ाने के आरोप लगाए। इसके साथ ही वादा किया कि महालक्ष्मी योजना के जरिए वह देश की महिलाओं को लखपति बनाएंगे। दिल्ली में उन्होंने रैली के दौरान एक बार फिर पीएम मोदी के साथ बहस की बात भी कही।
इधर आप सांसद स्वाति मालीवाल मारपीट मामला अभी तूल पकड़ता जा रहा है। जहां इस मुद्दे पर आप और भाजपा में वार-पलटवार जारी है वहीं पुलिस भी पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। दिल्ली पुलिस ने सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार को हिरासत में ले लिया है। इससे पहले स्वाति मालीवाल की मेडिको लीगल रिपोर्ट सामने आ गई है। उनका टेस्ट एम्स में किया गया, जहां वह एक निजी वाहन से पहुंची थी। रिपोर्ट के मुताबिक उनके उल्टे पैर पर और चेहरे पर आंख के नीचे चोट का निशान है। मुख्यमंत्री के आवास से बिभव कुमार को हिरासत में लिया गया है। पुलिस को एक मेल भी बिभव कुमार की तरफ से किया गया था कि उसे जानकारी मिली है कि उनके खिलाफ एफआईआऱ दर्ज हुई है। वो पुलिस को कॉपरेट करने के लिए तैयार है। इसके बाद पुलिस की टीम वहां पहुंची। बिभव कुमार पर स्वाति मालीवाल से मारपीट करने का आरोप है। पुलिस ने मालीवाल की शिकायत के आधार पर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के पूर्व निजी सचिव और सहायक बिभव कुमार पर केस दर्ज कर लिया है। दिल्ली पुलिस जिसके बाद से बिभव कुमार की तलाश कर रही थी।
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा कि स्वाति मालीवाल पर एंटी करप्शन ब्यूरो का एक भर्ती घोटाले का मामला चल रहा है। अब इस मामले में जांच चल रही है। इसलिए ऐसा लगता है कि भाजपा का ये जो फॉर्मूला है कि अलग-अलग नेताओं पर केस करना, उसी फॉर्मूले को स्वाति मालीवाल पर इस्तेमाल किया गया होगा। हमें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पिछले कुछ महीनों से वे (स्वाति मालीवाल) लगातार भाजपा के नेताओं के संपर्क में हैं तो दिल्ली पुलिस इस बात की जांच करे कि ये कैसा षडयंत्र है। इस पर पूरी जांच होनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल किस तरह से भाजपा के संपर्क में थीं। जिस तरह विपक्षी नेताओं को ब्लैकमेल करने और उन्हें भाजपा में शामिल करने के लिए ईडी, सीबीआई, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, आयकर विभाग, आर्थिक अपराध शाखा का इस्तेमाल किया गया, उसी तरह स्वाति मालीवाल मामले में भी यही फॉर्मूला प्रयोग किया गया है। स्वाति मालीवाल के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने केस किया है, एफआईआर हो चुकी है और जांच चल रही है और इसी का इस्तेमाल करते हुए स्वाति मालीवाल से ये साजिश रची गई और उन्हें मोहरे की तरह इस्तेमाल किया गया।
अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव ने स्वाति मालीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार ने सिविल लाइंस पुलिस थाने के एसएचओ को ईमेल के जरिए शिकायत की है। इसमें उन्होंने कहा कि मालीवाल झूठे आरोप लगाकर उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही हैं। शिकायत में कहा गया है कि जब स्वाति मालीवाल केजरीवाल से मिलने गई थीं तो उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर उनके साथ मारपीट की थी। विभव ने इसकी एक कॉपी पुलिस उपायुक्त को भी भेजी है। अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री आवास पहुंचने का ऐलान किया है और धमकी दी है कि जिसे चाहें उसे अंदर कर दें। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि आज मेरे पीए को जेल भेजा है। आप देख सकते हैं कि भाजपा वाले किस तरह आप पार्टी के पीछे पड़े हैं। वो हम सब को जेल में डालना चाहते हैं। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहूंगा कि आप यह जेल का खेल खेल रहे हैं कभी मनीष सिसोदिया, कभी संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल रहे।कल मैं अपने सभी बड़े नेताओं, विधायकों के साथ दोपहर 12 बजे भाजपा मुख्यालय आ रहा हूं. आप जिसे चाहें जेल में डाल सकते हैं।
उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा और दिल्ली में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। अमेठी में डेरा डाले बैठे राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राम मंदिर पर बयान देते हुए कहा है कि राम मंदिर को कोई खतरा नहीं है, ये राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बना है। अगर भाजपा की जगह कांग्रेस की सरकार होती तब भी मंदिर बनता।अब भाजपा मंदिर के नाम पर भ्रम फैला रही है। अब उनके भ्रम में कोई आने वाला नहीं है। लोग समझ गए कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा किसी भी स्तर तक जा सकती है।
अब यह देखना दिलचस्प है लोकसभा चुनाव ज्यों ज्यों आगे बढ़ रहा है देश में सियासी गतिविधियों में आने वाले दिनों में क्या क्या बदलाव होने वाले है। वैसे जनता का फैसला चार जून को सबके सामने आ ही जायेगा।