‘नितिन गडकरी’ की दूरदर्शिता देश को दे रही है दुनिया में नई पहचान!

दीपक कुमार त्यागी

जीवन पथ पर सफलता के शीर्ष पर पहुंचने के लिए दृढ़ संकल्प, प्रतिभा के साथ-साथ हम लोगों के सकारात्मक प्रयत्न, नित-नए प्रयोग करने की क्षमता और ताउम्र सीखने की कला आना बेहद आवश्यक है, जिस कसौटी पर केन्द्रीय मंत्री ‘नितिन गडकरी’ एकदम खरे उतरते हैं, आज देश उनके व्यापक ज्ञान व प्रयोगों के बलबूते ही सड़क व परिवहन के क्षेत्र में दुनिया में सफलता के नित-नए मुकाम हासिल करके तरह-तरह के कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, जो कि विकास पथ पर तेजी के साथ अग्रसित भारत के लिए एक बहुत ही अच्छा व सकारात्मक संकेत है। अपने ओजस्वी विचारों व काम के दम पर ही ‘नितिन गडकरी’ आज देश व दुनिया में एक बेहद लोकप्रिय शख्सियत बन चुके हैं।

देश के पक्ष-विपक्ष के राजनीतिक गलियारों में व आम जनमानस के बीच केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ‘नितिन गडकरी’ का एक विशेष सम्मानजनक स्थान है। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से बहुत लंबे समय तक जुड़ाव रखने वाली एक ऐसी बेहद लोकप्रिय शख्सियत बन गये हैं, जिनकी दूरदर्शिता, प्रतिबद्धता, समर्पण, अनुशासन, नेतृत्व करने की क्षमता, देशभक्ति, नवाचार, रचनात्मकता और संगठनात्मक शिल्पी होने जैसे गुणों के साथ-साथ राष्ट्र-प्रथम के दृष्टिकोण का सत्ता पक्ष व विपक्ष दोनों ही लोहा मानते हैं। देश में आम जनमानस के बीच ‘नितिन गडकरी’ की जबरदस्त स्वीकार्यता है। वह मोदी मंत्रीमंडल के उन शीर्ष मंत्रियों में शुमार है जो अपनी कार्यशैली के दम पर जनता के बीच अपनी व मोदी सरकार की मज़बूत सकारात्मक छवि बनाने का निरंतर कार्य कर रहे हैं।

वैसे भी देश व दुनिया में ‘नितिन गडकरी’ नयी-नयी तकनीकी के प्रयोगों को धरातल पर बढ़ावा देने वाले व अपनी दूरदर्शिता के लिए पहचाने जाते हैं। आज सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय पूरे देश में नित-नए रिकॉर्ड बनाते हुए जिस तरह से विश्वस्तरीय अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त सड़कों का जाल बहुत तेजी से बिछाने का कार्य कर रहा है, वह बेहद ही काबिल-ए-तारीफ है, आज पूरे देश को 65 हजार किलोमीटर लंबी भारतमाला परियोजना के माध्यम से तेजी जोड़ा जा रहा है, जिसके तहत केंद्र सरकार ने देश भर में एक मजबूत हाई–स्पीड रोड नेटवर्क तैयार करने की योजना को मूर्त रूप देने का कार्य किया है। देश में आज ‘नितिन गडकरी’ की मेहनत व सतत निगरानी की बदौलत सड़क निर्माण कार्य में भारत ने पड़ोसी चीन को पछाड़ दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है, हालांकि अभी पहले नंबर पर अमेरिका है। ‘नितिन गडकरी’ की कुशल कारगर रणनीति व मेहनत का ही सुखद परिणाम यह है कि देश में आज सड़क नेटवर्क करीब 1,45,240 किलोमीटर का हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 2013-2014 में सिर्फ 91,287 किलोमीटर का ही था, इस तरह से देश के सड़क नेटवर्क में मोदीराज के पिछले नौ वर्षों के दौरान 59 फीसदी की बड़ी वृद्धि हुई है। नितिन गडकरी के कार्यकाल में पिछले नौ वर्षों में टोल से मिलने वाला राजस्व भी 4,770 करोड़ रुपये से बढ़कर 41,342 करोड़ रुपये हो चुका है। अब गडकरी का इरादा टोल राजस्व को वर्ष 2030 तक 1.30 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का है, वहीं लोगों के बहुमूल्य समय व धन को बचाने के लिए टोल-टैक्स काटने के लिए फास्टैग व जीपीएस सिस्टम आधारित अत्याधुनिक तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है, फास्टैग प्रणाली का इस्तेमाल किए जाने से टोल प्लाजा पर वाहनों के इंतजार करने का समय अब घटकर 47 सेकंड रह गया है, जिसको घटाकर 30 सेकंड करने के लिए सरकार कार्य कर रही है।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करते हुए ‘नितिन गडकरी’ के कार्यकाल में ही सितंबर 2015 में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ‘हरित राजमार्ग नीति’ यानि ग्रीन हाईवे निर्माण पर शानदार पॉलिसी की घोषणा की थी, जिसके परिणामस्वरूप देश में नेशनल ग्रीन हाइवेज मिशन की शुरुआत हुई थी, इस परियोजना का उद्देश्य चयनित राज्यों में सुरक्षित और हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारों का विस्तार करना है, इसका उद्देश्य वाहनों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करते हुए, लॉजिस्टिक्स खर्चे को कम करना है, जिस उद्देश्य की पूर्ति के लिए देश में अनुमति 8000 किलोमीटर लंबे विशाल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे व एक्सप्रेस कंट्रोल्ड ग्रीन्डफील्ड नेशनल हाईवे के सपने को धरातल पर अमलीजामा पहनाये जाने के लिए जगह-जगह बहुत तेजी के साथ निर्माण कार्य चल रहा है, जो दुनिया के सभी देशों के लिए अनुकरणीय है। गडकरी ने ही केन्द्र सरकार की बेहद ही महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षी सागरमाला परियोजना की शुरुआत की थी, जिस परिजनों में 7500 किलोमीटर लंबी तटरेखा के साथ बंदरगाहों व बुनियादी ढांचे का विकास करना है, जिस पर लगातार तेजी से कार्य चल रहा है। उन्होंने ही देश में क्रूज शिपिंग नीति को धरातल पर मूर्त रूप देने का कार्य किया, जिसके अन्तर्गत बंदरगाहों व घरेलू विशेष क्रूज़ टर्मिनल विकसित किये जा रहे हैं। देश में गली-मौहल्ले में लोगों के आने-जाने के लिए चलाये जा रहे साइकिल रिक्शों की जगह अब तेजी से ई-रिक्शा लेता जा रहा है वह गडकरी की सराहनीय पहल है। देश में अब बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक बस, कार, स्कूटर, आटो आदि वाहनों को सड़कों पर चलते देखने का लोगों सपना भी पूरा हो रहा है, अब तो देश में बहुत तेजी से इलेक्ट्रॉनिक वाहन बढ़ रहे हैं, जो ‘नितिन गडकरी’ की दूरदर्शिता का परिणाम है। वहीं ‘नितिन गडकरी’ ने पेट्रोलियम पदार्थों की खरीद पर विदेशी तिजोरियों में जा रहे भारतीय धन पर लगाम लगाने के लिए व देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए डीजल व पेट्रोल पर निर्भरता कम करने की ठानी है, जिसके चलते उन्होंने देश में वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देने का कार्य किया है। जिसके चलते ही वह देश में एथेनॉल, मेथनॉल और अन्य ऐसे वैकल्पिक ईंधन के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं, क्योंकि इसे घरेलू स्तर पर उपलब्ध संसाधनों से बनाया जा सकता है और इससे भारत की कृषि क्षेत्र पर निर्भर रहने वाली किसानों की 70 फीसदी आबादी को अपनी आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी, वहीं देश में प्रदूषण कम होगा और देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। इसी कड़ी में जल्द ही बजाज, टीवीएस और हीरो के शत प्रतिशत एथेनॉल पर चलने वाले स्कूटर बाजार में नज़र आएंगे, वहीं टोयोटा कंपनी की कैम्री कार भी जल्द लांच होगी जो शत प्रतिशत एथेनॉल पर चलेगी और यह 40 प्रतिशत बिजली भी पैदा करेगी, यदि आप इसकी पेट्रोल से तुलना करेंगे तो यह 15 रुपये प्रति लीटर होगा क्योंकि एथेनॉल की दर 60 रुपये है जबकि पेट्रोल 120 रुपये प्रति लीटर है। साथ ही यह 40 प्रतिशत बिजली भी पैदा करेगी तो औसत दर 15 रुपये प्रति लीटर पड़ेगी। देशवासियों का पूरी तरह से एथेनॉल से वाहन चलाने का सपना भी अगस्त 2023 में धरातल पर साकार होता हुआ नज़र आयेगा। देश को इस स्थिति में लाने के लिए वैज्ञानिकों के प्रयासों के साथ-साथ इनको धरातल पर तेजी से मूर्त रूप देने में केन्द्रीय मंत्री ‘नितिन गडकरी’ के दृढ़ संकल्प, प्रयोगधर्मिता व दूरदर्शिता सकारात्मकता का ही परिणाम है।

वैसे भी केन्द्रीय मंत्री ‘नितिन गडकरी’ की हमेशा सोच रहती है कि देश का तेजी से विकास कैसे हो, कैसे भारत का धन भारत में रहे, उसके चलते ही उन्होंने सड़क परिवहन के क्षेत्र में स्वदेशी की क्रांति लाने का कार्य किया, वह देश में आयात की जाने वाली वस्तुओं की पहचान करके उनके स्वदेशी विकल्प विकसित करने पर हमेशा ध्यान केन्द्रित करते हैं, क्योंकि अगर आयात में कमी आएगी और निर्यात में वृद्धि होगी तो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, वह अन्य क्षेत्रों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं‌। आज देश में सड़क परिवहन के क्षेत्र को इस मजबूत स्थिति में लाने के लिए केन्द्रीय मंत्री ‘नितिन गडकरी’ की दूरगामी सोच व आम जनमानस की जरूरत-आधारित अनुसंधान व अत्याधुनिक तकनीक को प्राथमिकता देने की रणनीति का परिणाम है। जिस तरह से उन्होंने देश में अनुसंधान को बढ़ावा देते हुए लागत को कम करते हुए प्रभावी लागत के साथ सड़क परिवहन के क्षेत्र में कार्य किया है, वह देश व दुनिया में बेहद काबिल-ए-तारीफ है। गडकरी की दूरदर्शिता ही आज देशवासियों के सामने प्रदूषण मुक्त, स्वदेशी निर्मित समाधान के साथ सड़क परिवहन के क्षेत्र में बहुत सारे विकल्प सामने लेकर आयी है, उसके परिणामस्वरूप ही आज देश में सड़क परिवहन के क्षेत्र में जबरदस्त क्रांति आ गयी है, जनता की अदालत में जिसका श्रेय मोदी सरकार के जनप्रिय केन्द्रीय मंत्री ‘नितिन गडकरी’ को जाता है।