
रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : राजभवन में राज्यपाल ले.जन. गुरमीत सिंह (सेनि) ने उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में एक बैठक ली। बैठक में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अन्य विभागीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मौजूद रहे। राज्यपाल ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की पहचान है यह यात्रा हमारी आर्थिक व्यवस्था और आस्था से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025, राज्य स्थापना की रजत जयंती का वर्ष है, इस बार की यात्रा को एक पर्व और उत्सव की भावना से आयोजित किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि यात्रा का संचालन केवल 9 से 5 की ड्यूटी न समझा जाए, बल्कि इसे पूरी निष्ठा संवेदनशीलता और समर्पण के साथ किया जाए। राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक तीर्थयात्री हमारा एक ब्रांड एंबेसडर है, जो अपने अनुभवों को देश-विदेश में साझा करेगा। प्रत्येक तीर्थयात्री का स्वागत, सेवा और आतिथ्य इस भावना से किया जाना चाहिए कि वह सुखद और अविस्मरणीय अनुभव लेकर लौटे। उन्होंने कहा कि यात्रा को सहज, सुगम और व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय जरूरी है। उन्होंने कहा कि यात्रियों को सूचना देने के लिए मोबाइल ऐप, पोर्टल और डैशबोर्ड जैसी तकनीकी सुविधाएं अद्यतन रखी जाएं जिससे उन्हें कोई असुविधा न हो। राज्यपाल ने अधिकारियों से आकस्मिक परिस्थितियों के लिए एक प्रभावी योजना तैयार रखने को कहा, जिसे आवश्यकता पड़ने पर उपयोग में लाया जा सके। राज्यपाल ने यात्रा मार्ग पर मुनाफाखोरी, अनुचित मूल्यवृद्धि पर सतर्क दृष्टि रखते हुए दोषियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने चारधाम यात्रा से संबंधित कार्योें के डॉक्यूमेंटेशन किए जाने के भी निर्देश दिए। राज्यपाल ने प्रोएक्टिव, प्रिपेयर्ड और प्लान्ड तरीके से यात्रा का संचालन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अभी तक की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया।