अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था रचनाकार का भव्य द्विदिवसीय वार्षिक अधिवेशन सम्पन्न

The grand two-day annual convention of the International Literary Association Rachanar concluded

रविवार दिल्ली नेटवर्क

कोलकाता : शुक्तिका इंडिया फ़ाउंडेशन की सांस्कृतिक पहल रचनाकार का 5वाँ वार्षिक अधिवेशन एवं सम्मान समारोह 6 और 7 सितम्बर को, साल्टलेक तथा भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता में दो दिवसीय आयोजन के रूप में सम्पन्न हुआ।

रचनाकार की स्थापना वर्ष 2019 में प्रख्यात चार्टर्ड अकाउंटेंट, चिंतक, दार्शनिक, लेखक एवं कवि श्री सुरेश चौधरी द्वारा की गई थी। उनकी दूरदर्शी सोच का उद्देश्य है – भारतीय परम्पराओं का संरक्षण, नई पीढ़ी की प्रतिभाओं को प्रोत्साहन और वरिष्ठ दिग्गजों का सम्मान। आज यह पहल 21 देशों तक फैलकर एक वैश्विक सांस्कृतिक आंदोलन बन चुकी है।

पहले दिन संस्थान की कार्यकारिणी और बाहर से पधारे अतिथियों की उपस्थिति में भव्य कवि सम्मेलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन साल्ट लेक स्थित गेस्ट हाउस के सभागार में आयोजित हुआ। उपस्थित कवियों में दिल्ली से पधारे मनीष मधुकर, ममता किरण, अनुराधा पाण्डे, जयपुर से डॉ कविता माथुर,रांची से सुशील साहिल,पटना से सिद्धेश्वर, केकी कृष्ण , अर्पिता स्नेह ने भाग लिया।

इसकी अध्यक्षता प्रख्यात कवि लक्ष्मीशंकर बाजपेयी ने की। दूसरे सत्र में वरिष्ठ साहित्यकार रावेल पुष्प और आलोक चौधरी के संयोजन में संस्था के सदस्यों उप सभापति विद्या भंडारी , रचना सरन,चंदा प्रहलादका , मंजुश्री गुप्ता, सविता भुवानिया,भारती मिश्रा, विश्वजीत शर्मा सागर, मौसमी प्रसाद, ऊषा जैन, ऊषा पांडे, शशि लाहोटी, रेखा ड्रोलिया, रजनी मूंधड़ा, रमाकांत सिंहा, विनोद यादव, शीला अग्रवाल, प्रणति ठाकुर,उर्वशी श्रीवास्तव और नन्ही कलाकारका स्वरातिका अगरवाला और शरण्या चौधरी द्वारा मनभावन प्रस्तुतियाँ दी गईं।

इस मौके पर रावेल पुष्प के संपादन और शानदार डिजाइन और सज्जा के साथ पुनीत अग्रवाल के संपादन सहयोग से रचनाकार स्मारिका का लोकार्पण किया गया।

7 सितम्बर को मुख्य समारोह में साहित्य, संगीत, नृत्य, नाटक और ललित कलाओं से जुड़े बच्चों, युवाओं और वरिष्ठ कलाकारों को रचनाकार सम्मान से विभूषित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री शोभन देब चट्टोपाध्याय, सांसद रचना बनर्जी तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों में प्रियदर्शिनी हाकिम, मनीषा बोस एवं ताजा टीवी के निदेशक विश्वम्भर नेवर उपस्थित रहे।

सम्मान प्राप्त करने वाले

नन्हे रत्न सम्मान (6–9 वर्ष): करिश धनानिया (संस्कृत श्लोक), हितांशी गर्ग (ओडिसी), अमाया भट्टाचार्य (रवीन्द्र संगीत)

बाल सम्मान (10–13 वर्ष): लावण्या लिहाला व खानक मित्तल (ओडिसी), आरोही अग्रवाल (संस्कृत श्लोक)

किशोर सम्मान (14–17 वर्ष): ऋतुराह सेनगुप्ता (सुगम संगीत), मान्या पारिख व प्रिशा वासा (ओडिसी), आर्यमन गोयनका (हिन्दी कविता), आयुषी ठाकुर (मैथिली लोकगायन), आयुष ठाकुर (तबला)

युवाश्री सम्मान (18–24 वर्ष): श्रीमोई आचार्य (शास्त्रीय गायन), अनुसूया दत्ता (ओडिसी)

गौरव सम्मान: रोहित बासफोर (हिन्दी रंगमंच), विनायक घोषाल (कथक), मारुति मोहता (राजस्थानी लोकगायन), डॉ. हृषिकेश राय (साहित्य आलोचना), शिखर चन्द जैन (गद्य), राज मिठौलिया (पत्रकारिता), अविनय काशीनाथ (शास्त्रीय गायन)

प्रज्ञा श्री सम्मान: डॉ. दीपिका विजयवर्गीय (शोध), श्री लक्ष्मीशंकर बाजपेयी (काव्य)

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सभी पुरस्कृत एवं सम्मानित लोगों के संग दिव्यांग बच्चों एवं विशेष तबके के बच्चों ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया, जिसे तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सराहा गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन रचना सरन और विश्वजीत शर्मा सागर ने किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रबंध न्यासी आशीष चौधरी, सह सभापति विद्या भंडारी, अध्यक्षा रचना सरन और आयोजन सचिव चन्दा प्रहलादका सहित सभी सदस्यों का योगदान रहा।