द. कोरिया पर रोमांचक जीत के साथ भारत की पुरुष हॉकी टीम फाइनल में

  • भारत के लिए हार्दिक, मनदीप, ललित, रोहिदास व अभिषेक ने दागा एक-एक गोल
  • मंजी जुंग की शानदार हैट्रिक भी द. कोरिया के काम न आई

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अनुभवी स्ट्राइकर मनदीप सिंह, ललित उपाध्याय और अभिषेक की बराबर आगे गेंद संभाल गोल तलाशने की भारत की पुरुष हॉकी टीम की रणनीति चार बार चैंपियन दक्षिण कोरिया के खिलाफ हंगजू (चीन) में एशियाई खेलों के अहम सेमीफाइनल में बुधवार को काम आई। वहीं दक्षिण कोरिया के स्ट्राइकर मंजी जुंग की हैट्रिक बेकार गई। हार्दिक सिंह , मनदीप सिंह और ललित उपाध्याय के पहले क्वॉर्टर तथा अभिषेक के खेल खत्म होने से छह मिनट पहले दागे एक-एक मैदानी तथा ड्रैग फ्लिकर अमित रोहिदास के पहले पेनल्टी कार्नर पर बढिय़ा ड्रैग फ्लिक से दागे एक गोल की बदौलत दुनिया की तीसरी वरीयता प्राप्त भारतीय पुरुष टीम ने चार बार के चैंपियन दक्षिण कोरिया को बेहद रोमांचक सेमीफाइनल में 5-3 से हराकर 13 वीं बार एशियाई खेलों के फाइनल में स्थान बना कर स्वर्ण जीत और सीधे 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने की आस बरकरार रखी। दक्षिण कोरिया ने 3-5 से पिछडऩे के बाद बराबरी पाने के मकसद से अपने गोलरक्षक को हटा सभी 11 खिलाडिय़ों को हमले पर लगा दिया लेकिन खासतौर पर भारत की रक्षापंक्ति में अमित रोहिदास , सुमित, जर्मनप्रीत सिंह के साथ कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अपने किले की अनुभवी गोलरक्षक पीआर श्रीजेश के साथ मजबूत चौकसी कर उसकी हसरत पर पानी फेर दिया। भारत की मध्यपंक्ति में अनुभवी मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा और विवेक सागर प्रसाद को बराबर जवाबी हमलों को बेताब दक्षिण कोरिया के खिलाफ गेंद पर कब्जा बरकरार रखने के लिए जरूरत से ज्यादा मेहनत करनी पड़ी।

हार्दिक सिंह, मनदीप सिंह और ललित उपाध्याय के एक एक बेहतरीन मैदानी गोल से भारत को 3-0 की बढ़त लेने के बाद इसे और बढ़ाने की बजाय दूसरे और तीसरे क्वॉर्टर में इसे बरकरार रखने की गलती का दक्षिण कोरिया के स्ट्राइकर मंजी जुंग ने लाभ उठाया और पहले और दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर इनडायरेक्ट तथा एक बेहतरीन मैदानी गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी कर अपनी टीम की इस सेमीफाइनल में दो बार वापसी कराई। दक्षिण कोरिया के स्ट्राइकर मंजी जुंग ने दूसरे क्वॉर्टर के शुरू के पांच मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर और फिर बेहतरीन मैदानी गोल कर स्कोर 2-3 कर भारत पर दबाव बढ़ा दिया था। जर्मनप्रीत को 50 वें मिनट में दक्षिण कोरिया के खिलाफ रफ टैकल पर हरा कार्ड दिखाकर कर दो मिनट के लिए बाहर भेजे जाने से उस पर खासा दबाव आया लेकिन दो मिनट बाद मैदान पर वापसी कर उन्होंने बेहद मुस्तैद प्रदर्शन किया।

भारत के स्ट्राइकर मनदीप, अभिषेक और ललित उपाध्याय ने लंबे स्कूप को डी में संभाल बराबर दक्षिण कोरिया की रक्षापंक्ति को परेशान किया। हार्दिक सिंह ने मैच के सातवें मिनट में के पास पर बेहतरीन मैदानी गोल कर भारत का खाता खोला। गुरजंट के पास पर चार मिनट बाद डी के भीतर मनदीप सिंह ने गेंद को अपनी स्टिक पर लेकर गोल में फ्लिक गोल कर भारत को बढ़त 2-0 कर दी। बाएं से लंबे स्कूप पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने डी के गेंद को दाएं से आगे डी में पहुंचे ललित उपाध्याय के लिए बढ़ाया और उन्होंने बेहद शांत ढंग से गेंद को गोल में डाल भारत को पहला क्वार्टर खत्म होने से ठीक पहले बेहतरीन मैदानी गोल कर 3-0 की बढ़त दिला दी। दक्षिण कोरिया के मंजी जुंग ने पहले दूसरे क्वॉर्टर के दूसरे क्वॉर्टर में इनडायरेक्ट गोल कर स्कोर 1-3 और तीन मिनट बाद जुंग ने भारत की पूरी रक्षापंक्ति करो छका गोल मैच का अपना दूसरा गोल कर स्कोर 2-3 कर अपनी टीम की मैच में वापसी करा दी। जर्मनप्रीत को गलत ढंग से डी के ठीक उपर रोकने से मिले पहले पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिकर अमित रोहिदास ने तेज ड्रैग फ्लिक से गोल कर भारत को 4-2 से आगे कर दिया। मनदीप सिंह ने लंबे स्कूप पर डी के भीतर गेंद संभाल भारत को मैच का दूसरा पेनल्टी कॉर्नर दिया लेकिन इस पर हरमनप्रीत का इनडायरेक्ट गोल का प्रयास बेकार गया।

दक्षिण कोरिया के मंजी जुंग ने तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से दो मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर जुंग यंग ली के फ्लिक पर अपनी हॉकी लगा गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी स्कोर 3-4 कर दिया। संजय ने दक्षिण कोरियाई स्ट्राइकर से गेंद को छीन बाएं मनदीप सिंह की ओर बढ़ाया। अभिषेक ने खेल खत्म होने से छह मिनट मनदीप सिंह के दाएं से जोरदार जवाबी हमले पर गेंद को डी में पहुंच तेज रिवर्स स्टिक से बेहतरीन मैदानी गोल कर भारत को 5-3 से आगे कर उस पर दबाव हटा दिया। भारत ने अपनी बढ़त को बरकरार रख फाइनल में स्थान बना दिया।