नई दिल्ली/मुंबई (अनिल बेदाग) : आगामी फिल्म ‘हाय जिंदगी’ की थीम अब अदालत के दरवाज़े तक पहुंच गई है। बलात्कार के प्रावधान (बीएनएस धारा 63) को जेंडर न्यूट्रल बनाने की मांग को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई है। यह याचिका 29 अक्टूबर, 2025 को सूचीबद्ध की गई थी, जिसे पहले से लंबित याचिका डब्लू.पी.( सीआरएल) 3274/2025 से जोड़ दिया गया है। अदालत ने इसी विषय पर ट्रांसजेंडरों के अधिकारों से संबंधित मामले में पहले ही केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है।
फिल्म ‘हाय जिंदगी’, जो 14 नवंबर, 2025 को रिलीज़ होने जा रही है, इसी सामाजिक और कानूनी मुद्दे को उजागर करती है। निर्माता सुनील कुमार अग्रवाल और निर्देशक अजय राम ने फिल्म के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की है कि पुरुष भी यौन उत्पीड़न और बलात्कार के शिकार हो सकते हैं, लेकिन वर्तमान कानून में उनके लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं है। फिल्म एक संवेदनशील संदेश देती है कि कानून को समय के साथ लैंगिक रूप से तटस्थ बनाया जाना चाहिए, ताकि सभी के साथ समान न्याय हो सके।
फिल्म में गौरव सिंह, गरिमा सिंह, आयुशी तिवारी, सोमी श्री, दीपांशी और ऋषभ शर्मा ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। इसकी शूटिंग उत्तर प्रदेश के मथुरा में हुई है।





