विनोद तकियावाला
देश की राजधानी दिल्ली से माया नगरी मुम्बई तक का सफर आने वाले दिनों में काफी हीआसान व सुहाना होने वाला है।आप को बता दे कि वह दिन अब तक दुर जब आप अपने नीजी वाहन से दिल्ली से मुम्बई का सफर आनंद व आरामदायक कर सकते है।इस क्रम विगत दिनों प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली मुम्बई हाइवे एक्सप्रेस का प्रथम चरण का शुभारम कर दिया है।दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का प्रथम चरण में सोहना से दौसा स्ट्रेच प्रराम्भ होने से दिल्ली सेसिर्फ 3 घंटे में जयपुर जा सकते है!पिछले रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे राष्ट्र को समर्पित कर दिया है।इस रूढ पर सफर करने वाला का मानना है कि दिल्ली से जयपुर जाने में लगने वाला वक्त अब लगभग आधा हो जाएगा।इस एक्सप्रेसवे पर ऑटो,बाइक को आवा जाही पर पाबंदी रहेगी।दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर टुर-ट्रेवलर्स को तेज रफ्तार के अलावा यात्रियो को कई सुविधाएं मिलेंगी।देश के सबसे लंबे ग्रीन कॉरिडोर पर ऑप्टिकल फाइबर केबल,पाइपलाईन,सौर ऊर्जा एवं वाटर हार्वेस्टिंग के लिए खास इंतजाम हैं।दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का सोहना-दौसा स्ट्रेच खुलने के बाद कई तस्वीरे बदल जायेगी।
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई(डी वी एम) एक्सप्रेसवे पर सफर का इंतजार अब खत्म होने वाला है।उद्घाटन के दो दिन बाद एक्सप्रेसवे पर दिल्ली से जयपुर के बीच आवागमन शुरू हो गया है।इससे दिल्ली से जयपुर जाने में डेढ़ घंटे से दो घंटे समय की बचत होगी।पहले दिल्ली से जयपुर जाने में फिलहाल चार से पांच घंटे का समय लगता है।एक्सप्रेसवे पूरी तरह सिग्नल फ्री होने से लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।परिणाम स्वरूप समय के साथ ईंधन की बचत भी हो सकेगी।
सोहना से दौसा के बीच का स्ट्रेच 246 किलोमीटर लंबा है।देश के दो प्रमुख शहरों को जोड़ने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई1,380 किलोमीटर होगी। आठ लेन वाला एक्सेस-कंट्रोल्ड सोहना-दौसा स्ट्रेच खुलने के बाद दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे का एक वैकल्पिक रूट बन गया है।जहाँ तक बजट की बात है तो एक्सप्रेसवे के सोहना से दौसा तक के स्ट्रेच को 12,150 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से तैयार किया गया है।सोहना-दौसा यह स्ट्रेच का 160 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में है। यह गुड़गांव, पलवलऔर नूंह जिलों से होकर गुजर रहा है। यह स्ट्रेच दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधा कनेक्टेड है।आप डीएनडी से जैतपुर,जैतपुर से बल्लभगढ़ और बल्लभगढ़ से सोहना पहुंचा जा सकता है।
कई शहरों का होगा आपस में जुड़ाव
इस प्रॉजेक्ट के पूरी तरह तैयार होने के बाद दिल्ली-मुंबई से अलवर, दौसा,जयपुर,किशनगढ़,अजमेर, कोटा,चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर,अहमदाबाद,वडोदरा और सूरत सहित कई शहरों का आना-जाना बेहतर हो जाएगा और जहां पर एग्जिट होंगे वहां पर फास्ट टैग से स्वतः ही टोल टैक्स कट जाएगा।दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के प्रत्येक1 किलोमीटर पर सी सी टी वी होगा।
देश के सबसे लंबा एक्सप्रेसवे पर आटोमेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत हर एक किलोमीटर पर सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से कंट्रोल सेंटर से निगरानी होगी।यहां जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने के लिए 500-500 मीटर पर वॉटर रिचार्ज पॉइंट्स भी बनाए गए हैं।आठ लेन चौड़े एक्सप्रेस वे को 12लेन तक बढ़ाया जा सकता है।हमअपने पाठको को बता दे कि
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के नाम कई रेकॉर्ड है।जो निम्न प्रकार है।
सिर्फ 24 घंटे में 2.5 किलोमीटर तक 4 लेन पी क्यू सी डाली गई।एक दिन में सबसे ज्यादा पी क्यू सी गिराने का वर्ल्ड रेकॉर्ड।दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के नाम 100 घंटों में सबसे ज्यादा बिटुमेन डालने का भी विश्व रेकॉर्ड है। सिंगल लेन में 50 किलोमीटर बिटुमेन डाला गया।यह एशिया का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जिसमें जंगली जानवरों के गुजरने के लिए सेफ कॉरिडोर होंगे।
दिल्ली -मुम्बई तक सड़क मार्ग से आनंद लेने में कुछ समय लगेगा। अभी फिलहाल दिल्ली से राजा राजवाड़ो का शहर जिसे पिंक सीटी अथार्त जयपुर तक सप्ताहांक के दिनो अपने परिवार के साथ पिकनिक मानने जा सकते है।लेकिन हमारी एक विशेष राय यह इस सफर में अपनी गाड़ी की रफ्तार पर विशेष ध्यान रखें।चुँकि अभी नई सडक है, ट्रेफिक्र व्यवस्था भी नई है,दुसरे यात्री भी तेज रफ्तार से सफर का प्रतियोगिता आपस ना करें।
तभी तो सड़क सुरक्षा को लेकर किसी ठीक ही कहा है-सावधानी हटी,दुर्घटना घटी।यह मानव जीवन अनमोल है।कई जीवो के जन्म जन्मातर के बाद हमें यह मानव तन मिला है।इसे सुरक्षित रहे अपने लिए ‘ अपनो के लिए।फिलहाल आप से यह कहते हुए विदा लेते है-ना ही काहुँ से दोस्ती,ना ही काहुँ से बैर।खबरीलाल तो माँगे सबकी खैर।
फिर मिलेगें तीरक्षी नजर से तीखी खबर के संग।अलविदा ।