- मुख्य मंत्री अशोक गहलोत,पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी सहित कई लोगों ने शोक व्यक्त किया
नीति गोपेंद्र भट्ट
नई दिल्ली/ डूंगरपुर : डूंगरपुर राजघराने के महारावल महिपाल सिंह के निधन पर मुख्य मंत्री अशोक गहलोत पूर्व मुख्य मंत्री वसुन्धरा राजे, भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी बीकानेर की विधायक सिद्धि कुमारी ,अन्य कई राजनेताओं,पूर्व राजघरानों के सदस्यों उदयपुर के महेन्द्र सिंह मेवाड़ अरविन्द सिंह मेवाड़ लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ जोधपुर के पूर्व महाराजा गजसिंह सिरोही के दैवत सिंह मैसूर राजघराने में यदुवीर कृष्णदत्तचाम राजा वोडेयार, राजकोट और वाकानेर राज घराने आदि के साथ ही कई सामाजिक सांस्कृतिक क्षेत्र के सदस्यों और कई मुख्य मंत्रियों के जनसम्पर्क अधिकारी और प्रेस अटेची रहें गोपेंद्र नाथ भट्ट ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
महिपाल सिंह का शनिवार तड़के डूंगरपुर के उदय बिलास पैलेस में निधन हो गया। महिपाल सिंह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और गुजरात के बड़ौदा अस्पताल में भर्ती थे।सेहत में थोड़ा सुधार आने के बाद उन्हें शुक्रवार को ही वापस डूंगरपुर स्थित उदय विलास पैलेस लाया गया था। यहीं पर उन्होंने शुक्रवार देर रात अंतिम सांस ली।
उनके निधन से उनकी बेटी कीर्ति कुमारी सिरोही तथा उनकी पौत्रियों शिवात्मिका कुमारी ,रिशिखा कुमारी तथा शिवांजलि कुमारी और पौता तविशमान सिंह भी गहरे सदमें में है।
अंतिम दर्शन को पहुंचे ये लोग
निधन के बाद महारावल महिपाल सिंह के अंतिम दर्शन के लिए कई प्रबुद्धजन पहुंचे थे. इसमें महिपाल सिंह के छोटे भाई पूर्व महाराज जयसिंह, सिरोही राजपरिवार की पूर्व महारानी और बहन कीर्ति कुमारी, पूर्व महाराजा देवतसिंह, बड़े भाई पूर्व महाराज रघुवीर सिंह, संतरामपुर राजपरिवार के पूर्व महाराजा परंजय दीत्यसिंह, दांता राजपरिवार के पूर्व महाराणा रिद्धिराजसिंह, बालासिनुर नवाब सुल्तान सलाउद्दीन खान बाबी, वाकानेर गुजरात के पूर्व राजपरिवार के पूर्व महाराणा केसरी सिंह, पूर्व महारानी योगिनी कुमारी समेत कई राजपरिवार के सदस्य शामिल रहे।
महारावल महिपाल सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को सायं डूंगरपुर के सुरपुर स्थित राजघाट (भूलामणि) में हुआ । इस मौके पर पर उनके छोटे भाई जय सिंह , भतीजे शिवेंद्र सिंह समर सिंह डूंगरपुर और अन्य गण मान्य लोग मौजूद थे।
अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़ -शनिवार दोपहर 3 बजे बाद महारावल महिपाल सिंह की अंतिम यात्रा उदयविलास पैलेस से रवाना हुई. महिपाल सिंह के शव को पालकी में बैठाकर एक फूलों से सजे ट्रक में रखा गया. पालकी को हर्षवर्धन सिंह समेत राजपरिवार के सदस्यों ने कंधा दिया. इसके बाद शवयात्रा रवाना हुई. शवयात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी, जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी थी. इसके बाद शवयात्रा सुरपुर राजघाट पहुंची, जहा राजपरिवार के पुरोहित चोबीसा समाज की ओर से अंतिम क्रियाएं पूरी करवाई गई और फिर अंतिम संस्कार किया गया.