रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली : आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में अग्रवाल समाज अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन करने की तैयारी में है। अग्रवाल समाज को संगठित कर राजनीति में उसकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से गठित संगठन ‘अग्रवाल की आवाज’ दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार बैठकों का आयोजन कर रहा है। इन बैठकों में अग्रवाल समाज के सैकड़ों लोग शामिल हो रहे हैं और राजनीतिक रूप से समाज का प्रतिनिधित्व मजबूत करने का संकल्प ले रहे हैं।
इसी कड़ी में 19 दिसम्बर को महाराजा अग्रसेन भवन, आदर्श नगर एवं श्री हरि प्रियम, मॉडल टाउन-3 में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता, ‘अग्रवाल की आवाज’ संगठन के अध्यक्ष राजेश गोयल, महामंत्री अनीता मुकीम, कोषाध्यक्ष अमित अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार गर्ग, शिखा गर्ग, सुशील गर्ग, उपाध्यक्ष निशांत गुप्ता, सचिव पी.सी. गुप्ता, संगठन के आदर्श नगर विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, महामंत्री सतीश जी, कोषाध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता, प्रदीप अग्रवाल, युवराज गर्ग, मॉडल टाउन के संयोजक किशन कुमार गुप्ता, दिवान चंद गर्ग, बी.डी. अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के लोग मौजूद रहे।
राजनीति में समाज का घटता प्रतिनिधित्व
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने अग्रवाल समाज से एकजुट होकर अपने राजनीतिक नेतृत्व को सशक्त बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश के विकास में अग्रवाल समाज ने अहम भूमिका निभाई है।समाज द्वारा स्थापित स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, धर्मशाला और गौशालाएं सभी वर्गों को लाभान्वित कर रही हैं। आपदा के समय समाज ने सदैव आगे बढ़कर सहयोग दिया है, फिर भी राजनीतिक क्षेत्र में समाज को अपेक्षित प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका है।
उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि केंद्र में पहले जहां अग्रवाल समाज के मंत्रियों की संख्या 7 से 8 रहती थी, अब घटकर केवल एक रह गई है। इसकी सबसे बड़ी वज़ह यह है कि अग्रवाल समाज विरोध नहीं करता। उन्होंने उदाहरण दिया कि जब डॉ. हर्षवर्धन को मंत्री पद से हटाया गया, तो उन्होंने दूसरी पार्टी से होने के बावजूद संसद में इसका विरोध किया। इसी तरह, दिल्ली में मंगतराम सिंघल को हटाए जाने पर भी उन्होंने सार्वजनिक मंच से खुलकर आवाज उठाई, लेकिन अग्रवाल समाज तब भी चुप ही रहा।
डॉ. गुप्ता ने याद दिलाया कि कभी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में अग्रवाल समाज के मुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन अब केवल दिल्ली में समाज का एकमात्र मुख्यमंत्री चेहरा बचा है। उसे भी हटाने के लिए तरह-तरह की साजिशें रची जा रही हैं। उन्होंने समाज के लोगों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने की अपील की और कहा कि समाज को अपने नेतृत्व के साथ मजबूती से खड़े रहना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि इसी एकजुटता के बल पर समाज देशभर में अपने राजनीतिक नेतृत्व को आगे बढ़ाएगा।
राजनीतिक ताकत बढ़ाने की अपील
संगठन के अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि अग्रवाल समाज की अनगिनत संस्थाएं धर्म और समाज सेवा के महत्वपूर्ण कार्य कर रही हैं। लेकिन अब समय आ गया है कि हम सेवा कार्यों तक सीमित न रहते हुए अपनी राजनीतिक ताकत को भी सशक्त करें। इसी उद्देश्य से ‘अग्रवाल की आवाज’ का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से समाज को एकजुट करते हुए नेतृत्व को मजबूती प्रदान की जा सके।
श्री गोयल ने कहा कि वर्तमान में अग्रवाल समाज के नेतृत्व को राजनीतिक साजिशों का शिकार बनाया जा रहा है। उद्योग एवं व्यापार से जुड़े इस समाज को विभिन्न तरीकों से डराने और धमकाने का प्रयास हो रहा है, जिससे पूरे देश में भय का माहौल है। यदि हमारा राजनीतिक नेतृत्व मजबूत होगा, तो कोई भी शक्ति हमें बेवजह परेशान करने की हिम्मत नहीं कर सकेगी।
समाज को संगठित करने का आह्वान
महामंत्री अनीता मुकीम गोयल ने कहा कि समाज की एकता उसकी सबसे बड़ी ताकत होती है। हमें संगठित होकर अपने वोट की शक्ति दिखानी होगी, ताकि राजनीति में हमारा उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके। दिल्ली में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए यहीं से बदलाव की शुरुआत करनी होगी। इसके लिए दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों और 250 निगम वार्डों में ‘अग्रवाल की आवाज’ का सांगठनिक ढांचा तैयार किया गया है। जो समाज को एकजुट कर उसकी राजनीतिक ताकत बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस संगठन का विस्तार पूरे देश में किया जाएगा। जब समाज संगठित होकर आगे बढ़ेगा, तो इसका लाभ हर व्यक्ति को मिलेगा।
एकजुटता ही समाज की ताकत
कोषाध्यक्ष अमित अग्रवाल ने कहा कि अग्रवाल समाज दान-धर्म और सेवा कार्यों में सदैव अग्रणी रहा है। देश में दिए जाने वाले कुल दानों में 62 प्रतिशत योगदान अग्रवाल समाज का है। इसी प्रकार, देश की जीडीपी में 20 प्रतिशत, कुल इनकम टैक्स में 24 प्रतिशत योगदान और कुल संपत्ति के 28 प्रतिशत पर समाज का अधिकार है। इसके बावजूद, राजनीति में हमारा प्रतिनिधित्व नगण्य है। अब समय आ गया है कि हम एकजुट होकर नोटबैंक से आगे बढ़ते हुए खुद को वोटबैंक के रूप में स्थापित करें, ताकि राजनीति में हमारी भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
उपाध्यक्ष निशांत गुप्ता ने कहा कि अग्रवाल समाज एक बड़ी ताकत है और हमें अपनी इस शक्ति को पहचानना चाहिए। हमें समाज के बंधुओं का सहयोग करते हुए उनके हाथ मजबूत करने चाहिए। समाज के राजनीतिक नेतृत्व को सशक्त बनाना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल सहित समाज के सभी नेताओं को समर्थन देने की अपील की।
अग्रवाल समाज की हुंकार
बैठक में तमाम अन्य अग्रबंधुओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने एक स्वर में यह निर्णय लिया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से शुरू होकर पूरे देश में अग्रवाल समाज के नेतृत्व को मजबूती दी जाएगी।
‘अग्रवाल की आवाज’ संगठन का यह प्रयास समाज के लिए एक नई दिशा की शुरुआत है।