अवैध अतिक्रमण पर वसुंधरा में निरंतर गरज रहा है आवास विकास परिषद का महाबली

The powerful man of Housing Development Council is constantly roaring in Vasundhara against illegal encroachment

मोहित त्यागी

  • अधीक्षण अभियंता अजय कुमार मित्तल के नेतृत्व में चल रही है परिषद की बहुमूल्य भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की बड़ी मुहिम।
  • अधीक्षण अभियंता अजय कुमार मित्तल के निर्देश के बाद परिषद की टीम के द्वारा हाल ही के दिनों में लगभग 800 करोड़ रुपए की भूमि कब्जा मुक्त करवायी गयी है।

गाजियाबाद : आज भी किसी सरकारी महकमे में जो व्यक्ति ईमानदारी व निष्ठा से अपना कार्य करना चाहें, उसके लिए अपने दायित्व व जिम्मेदारी हर हाल में प्रथम होते हैं। जिसकी एक बानगी लंबे समय के बाद उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद की वसुंधरा योजना में दिखाई दे रही है, यहां पर परिषद का महाबली निरंतर बिल्डरों के अवैध निर्माणों पर व परिषद की जमीन पर दशकों से अतिक्रमण करके कुंडली मार कर के बैठे लोगों पर गरज रहा है। जिस कड़ी में हाल ही के दिनों में लगभग 800 करोड़ रुपए की बहुमूल्य भूमि को आवास विकास ने परिषद अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया है।

अतिक्रमण के मसले पर आवास विकास परिषद की वसुंधरा योजना के अधीक्षण अभियंता अजय कुमार मित्तल ने बताया कि वसुंधरा योजना में परिषद के बड़े-बड़े भूखंड पर वर्षों से लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर के कब्जा जमाकर बैठे थे। सेक्टर-2 ए में विभाग की 15 हज़ार वर्ग मीटर की बहुमूल्य जमीन पर लगभग 500 झुग्गी-झोपड़ी बनाकर के अतिक्रमण करके लंबे समय से लोग बैठे हुए थे, बार-बार कहने के बाद भी वह भूमि को खाली करने के लिए तैयार नहीं थे। जिसको अजय कुमार मित्तल के निर्देश पर 2 जनवरी 2025 को निर्माण खण्ड -1 के अधिशासी अभियंता निखिल माहेश्वरी की टीम व परिषद के महाबली ने पूरी तरह से सफलतापूर्वक ढंग से हटाने का कार्य किया है, जिस भूमि का वर्तमान बाजार भाव लगभग 225 करोड़ रुपए आकलित है।

सूत्रों के अनुसार वसुंधरा योजना में कुछ लोगों के द्वारा बिचौलियों के माध्यम से उगाही करवा कर झुग्गी-झोपड़ी बसाने का खेल लंबे समय से चल रहा था। कुछ बिचौलिये वसुंधरा योजना में पड़े परिषद के खाली प्लॉटों को चिन्हित करके उन पर अवैध रूप से झुग्गी-झोपड़ी बसाने का कार्य करते है और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों से किराया वसूलने का काम करते हैं।यहां तक कहा जा रहा है कि वसुंधरा जैसी पॉश कॉलोनी में झुग्गी-झोपड़ी डलवाने के इस खेल में कई लोग शामिल हैं। जिस कृत्य से परिषद की बहुमूल्य भूमि तो विवादित होती ही थी, साथ ही क्षेत्र में कानून व्यवस्था को भी निरंतर खतरा उत्पन्न होता था।

लेकिन जब से अजय कुमार मित्तल ने वसुंधरा योजना के अधिक्षण अभियंता का कार्य भार संभाला है, तब से उन्होंने इस खेल पर लगाम लगाने का कार्य पूरी सख्ती के साथ धरातल पर शुरू किया हुआ है, जिस कड़ी में ही अब आये दिन परिषद का महाबली वसुंधरा के किसी ना किसी सेक्टर के अवैध निर्माण व अतिक्रमण पर गरजता रहता है। इसी क्रम में दिसंबर 2024 में ही परिषद ने वसुंधरा के विभिन्न सेक्टरों में लगभग 600 करोड़ रुपए की बहुमूल्य भूमि खाली करवायी थी। हालांकि अब परिषद के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इन पर दोबारा अतिक्रमण न हो उसके लिए ठोस रूपरेखा धरातल पर बनायी जाये। इन सभी भूखंडों की चारदीवारी करवाकर भविष्य में उनको अतिक्रमण मुक्त करके सुरक्षित रखा जाये। इस विषय पर अधिक्षण अभियंता अजय कुमार मित्तल ने बताया कि परिषद की भूमि को सुरक्षित करने के लिए चार दीवारी करने का प्रस्ताव बनाकर के जल्द ही लखनऊ मुख्यालय को भेजा जायेगा और प्रस्ताव को हरी झंडी मिलते ही भूमि की चारदीवारी करवाकर उसको अतिक्रमण से सुरक्षित कर लिया जायेगा।