वीर बाल दिवस संगोष्ठी पर बाबा जोरावर और बाबा फतेह सिंह के बलिदान को किया याद

The sacrifices of Baba Jorawar and Baba Fateh Singh were remembered on the Veer Bal Diwas seminar

मोहित त्यागी

गाजियाबाद : भाजपा महानगर द्वारा वीर बाल दिवस के तहत विजय नगर स्थित रोज वैल पब्लिक स्कूल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एमएलसी बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधायक डॉ. हरि सिंह ढिल्लो ने शिरकत की। पूर्व महापौर आशु वर्मा और स्कूल चेयरमैन सरदार जोगिंदर सिंह, महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी, शिक्षक रवि सिद्धार्थ , हरमीत बक्शी, साक्षी नारंग विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य डॉ. हरि सिंह ढिल्लो ने अपने संबोधन में कहा, “वीर बाल दिवस हमें बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान से प्रेरणा लेने का संदेश देता है। इन महान बलिदानियों की अनुकरणीय गाथाएं युवाओं के लिए पथप्रदर्शक हैं। हरि सिंह ढिल्लों ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सिख समाज और उनके बलिदान को सम्मान देते हुए वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की है जिसका समस्त सिख समाज उनका आभार प्रकट करता है इतना ही नहीं उन्होंने प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का भी आभार प्रकट किया कि उन्होंने पांच कालिदास रोड पर प्रतिवर्ष प्रकाश पर्व के रूप में मनाकर सिख समाज का एवं सिख गुरुओं का सम्मान किया है वरना अबसे पहले तो वहां पर रोजा इफ़्तार पार्टी के लिए आमंत्रित किया जाता था।

उन्होंने कहा सिख समाज कभी 84 के दंगों में कांग्रेस की मंशा को भूला नहीं सकता। जिस सरकार ने अकाल तख्त को नकार अपनी घिनौनी दमनकारी राजनीति से सिख समाज का अपमान किया हो वो कभी भूलने वाला विषय नहीं। आज समस्त सिख समाज मजबूती के साथ मोदी और योगी के सुशासन, सुरक्षा और विकास की नीतियों के साथ खड़ा है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से वीर बाल दिवस एवं शताब्दी समारोह की शुरुआत हो चुकी है।” उन्होंने आगे बताया कि आज के संगोष्ठी कार्यक्रम के बाद सभी मंडलों में निर्धारित कार्यक्रमों को करते हुए 25 दिसंबर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में सुशासन दिवस के रूप में कई कार्यक्रम आयोजित होंगे।

पूर्व महापौर आशु वर्मा ने कहा, “वीर बाल दिवस न केवल शौर्य और बलिदान का प्रतीक है, बल्कि यह समाज में युवाओं को जागरूक करने का अवसर भी है।” उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में बताया हमारी शिक्षा प्रणाली में साहित्य में बाल दिवस नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। मगर उनका देश के बच्चों के लिए किए गए योगदानों के बारे में ऐसा कोई अहम कार्य नहीं है जिसे बताया जा सके। तो फिर ये केवल कांग्रेस की परिवार गुणगान की मंशा से ओत प्रोत है। देश के प्रधानमंत्री मोदी ने सिख गुरु की चार पीढ़ियों की शहादत देने वाले परिवार के बच्चों की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप मनाने का निर्णय लिया। जो सर्व समाज के दिलों को छूने वाला है।

इसके बाद भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा महानगर के अध्यक्ष एवं इस कार्यक्रम के महानगर संयोजक सरदार बलप्रीत सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा, “वीर बाल दिवस हमें हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों को याद दिलाता है। यह दिन हमें साहस और बलिदान का संदेश देता है। ऐसे आयोजनों से युवा पीढ़ी न केवल प्रेरणा लेती है, बल्कि उन्हें अपने इतिहास और मूल्यों को समझने का अवसर भी मिलता है। भाजपा का यह प्रयास हमारे समाज को एकजुट करने और नई पीढ़ी में आदर्श स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण है।”

प्रदर्शनियां और कार्यक्रमों की योजना के बारे में महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी ने बताया कि 21 दिसंबर से 27 दिसंबर तक साप्ताहिक शहादत दिवस मनाते हुए महानगर के सभी मंडलों में एवं गुरुद्वारा समिति के माध्यम से कार्यक्रम, प्रभात फेरी निकाल कर वीर बाल दिवस की शहादत को याद करने का संदेश दिया जाएगा। 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर विधानसभा, मंडल तथा मतदान केंद्रों तक कार्यक्रम होंगे। उनकी कृतियों और व्यक्तित्व पर आधारित प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। वीर बाल दिवस के अंतर्गत भाजपा के सभी मंडलों में 21 दिसंबर के साप्ताहिक कार्यक्रम में संगोष्ठियों, प्रभात फेरी का आयोजन किया जाएगा।

कार्यक्रम का संचालन युवा कवि पीयूष मालवीय ने किया। इस मौके पर भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी, मंडल अध्यक्ष हरमीत बक्शी, पूर्व पार्षद साक्षी नारंग, पार्षद कन्हैया लाल, सरदार योगेंद्र सिंह, सरदार दर्शन सिंह, सरदार मनजीत सिंह सेठी, सरदार परमजीत सिंह पम्मी, सुभाष गुप्ता, अशोक मारवाह , पार्षद ओम प्रकाश ओड, गौरव अरोड़ा, पवन शर्मा, राकेश जैन, और प्रधानाचार्य धरमजीत कौर भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

कार्यक्रम के दौरान बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की तस्वीरों के माध्यम से उनके साहस और बलिदान को याद किया गया। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने युवाओं को उनके आदर्शों को अपनाने का संदेश दिया।

भाजपा का यह आयोजन वीर बाल दिवस और सुशासन दिवस के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।