- आगामी 14 अक्टूबर तक चलेगा
गोपेंद्र नाथ भट्ट
नई दिल्ली : फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और इंटरनेशनल ओलंपिक म्यूजियम तथा अन्य संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में भारत में ओलंपिक खेल आयोजन की दावेदारी और युवाओं में खेलो के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए “ओलंपिक इन रील लाइफ महोत्सव”का दूसरा चरण राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशल सेण्टर ( आई आई सी ) में शनिवार को शाम शुरू हुआ। यह महोत्सव 14 अक्टूबर तक चलेगा।
उद्घाटन समारोह में जाने जाने ओलंपिक खिलाड़ी अभिनव बिंद्रा, जफर इकबाल, कर्णम मल्लेश्वरी, विजेंदर सिंह के साथ ही कर्नल नरेन्द्र सिंह, यास्मीन मीचट्री, फरजाना कामा बालपांडे, शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर आदि ने मंच की शोभा बढ़ाई।
फाउंडेशन के ब्रांड एंबेसडर एवं फिल्म जगत के महान कलाकार अमिताभ बच्चन ने वीडियो कांफ़्रेसिंग के माध्यम से महोत्सव की उपयोगिता और प्रासंगिकता की जानकारी दी ।
फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के निदेशक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने बताया कि भारत में पहली बार अपने ढंग के इस अनूठे महोत्सव में ओलंपिक की अब तक की सुनहरी यात्रा को फ़िल्मों और चित्रों के माध्यम से दर्शाया जा रहा है । साथ ही ओलंपिक से जुड़ी कार्य शालाएँ भी आयोजित की जा रही है ।यह आयोजन भारत की ओलंपिक में ढोस दावेदारी का काम करेगा । इस कार्यक्रम में खिलाडियों के अलावा कला, संस्कृति, फिल्म, मीडिया आदि से जुड़ी कई प्रसिद्ध हस्तियों भी शिरकत कर रही है।
उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह के इस अनूठे महोत्सव का शानदार शुभारंभ गत एक अक्टूबर से सात अक्टूबर तक मुंबई की प्रसिद्ध कला संस्थान एनसीपीए में विश्व चैंपियन मेरीकॉम के मुख्य आतिथ्य और कई पूर्व ओलंपिक खिलाड़ियों के आतिथ्य और फाउंडेशन के ब्रांड एंबेसडर एवं फिल्म जगत के महान कलाकार अमिताभ बच्चन के वीडियो कांफ़्रेसिंग सन्देश के साथ शुरू हुई थी।
दो बार की ओलंपियन और नौ बार की राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियन अपर्णा पोपट ने ‘ओलंपिक इन रील लाइफ’ ने अपने संदेश में कहा कि यह शाम मेरे लिए बहुत खास थी। न केवल मुझे पुरानी यादों को ताजा करने का मौका मिला, बल्कि ओलंपिक में मेरे फुटेज देखने का मौका भी मिला, जिसके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था। ट्रेलर में मेरे जो कुछ शॉट दिखाए गए, वे पहली बार के थे जब मेरी माँ और मेरी बेटी ने मुझे ओलंपिक में एक्शन करते हुए देखा था।
उन्होंने फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन एवं आईओसी के ओलंपिक संग्रहालय और शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर को ओलंपिक की विरासत को संरक्षित करने और ‘ओलंपिज्म को दृश्यमान बनाने’ के लिए महोत्सव का आयोजन करने के लिए बहुत आभार व्यक्त किया ।
इधर मशहूर सिने तारिका और फाल्के पुरस्कार विजेता वहीदा रहमान ने भी शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर द्वारा पुरानी कालजयी फ़िल्मों को पुनर्जीवित करने एवं हाल ही देवानंद की जन्म शताब्दी पर उनकी फ़िल्मों के रेस्टोरेशन के कार्यों की सराहना की है।