आतंकियों का इरादा ड्रोन से बम धमाके करने का था

The terrorists intended to carry out bombings using drones

इंद्र वशिष्ठ

लाल किले के सामने हुए कार बम विस्फोट मामले में एनआईए ने फिदायीन हमलावर डाक्टर उमर के एक और प्रमुख सहयोगी जसीर बिलाल वानी उर्फ ​​दानिश को श्रीनगर से गिरफ्तार किया है। जसीर से पूछताछ में पता चला कि आतंकवादी हमलों के लिए ड्रोनों और रॉकेट का भी इस्तेमाल करने का इरादा था।

एनआईए के अनुसार‌ जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड का निवासी जसीर बिलाल वानी उर्फ ​​दानिश इस हमले का सक्रिय सह-साजिशकर्ता था और उसने आतंकवादी उमर उन नबी के साथ मिलकर इस आतंकी नरसंहार की योजना बनाई थी।

एनआईए की जाँच से पता चला है कि जसीर ने कार बम विस्फोट से पहले कथित तौर पर ड्रोनों में बदलाव करके और रॉकेट बनाने की कोशिश करके आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की थी।

एनआईए ने इसके पहले रविवार को कश्मीरी आमिर राशिद अली को दिल्ली से गिरफ्तार किया। जम्मू-कश्मीर के पंपोर के संबूरा निवासी आरोपी आमिर राशिद अली ने आत्मघाती हमलावर डाक्टर उमर उन नबी के साथ मिलकर आतंकी हमला करने की साजिश रची थी। बम विस्फोट के लिए इस्तेमाल कार फरीदाबाद से आमिर के नाम से ही खरीदी गई थी।

एनआईए ने उमर से संबंधित एक अन्य वाहन भी ज़ब्त कर किया। इस मामले में साक्ष्य के लिए वाहन की जांच की जा रही है।

एनआईए बम विस्फोट के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। आतंकवाद-रोधी एजेंसी की कई टीमें विभिन्न सुरागों का पता लगा रही हैं और आतंकी हमले में शामिल प्रत्येक व्यक्ति की पहचान के लिए विभिन्न राज्यों में छापेमारी कर रही हैं।