- अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में विराट का 75वां शतक
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : आखिर वह घड़ी आ ही गई जिसका विराट कोहली और भारत के साथ दुनिया में उनके हर मुरीद को इंतजार था। विराट कोहली ने तीन बरस, सवा तीन महीने के लंबे इंतजार के बाद अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर -गावसकर ट्रॉफी के चौथे और आखिरी टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को लंच के बाद आखिर अपना 28 वां टेस्ट शतक जड़ अपने हर क्रिकेट मुरीद को राहत दिलाई। विराट ने जब यह मुकाम पाया तो उनके साथ क्रीज पर दूसरे छोर पर अक्षर पटेल मौजूद थे। विराट ने रविवार को अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में अपना 75 वां शतक जड़ा। विराट अब अपने आदर्श और दुनिया में सबसे ज्यादा 100 अंतर्राष्ट्रीय जमाने वाले महानतम बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर के बाद दूसरे नंबर है। यह भी एक सुखद संयोग ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा 20 टेस्ट शतक सचिन तेंडुलकर के नाम है और उनके बाद विराट (16 टेस्ट शतक) दूसरे और महान बल्लेबाज वेस्ट इंडीज के ब्रायन लारा(12 टेस्ट शतक) तीसरे नंबर पर हैं। विराट अंतत: 364 गेंद खेल कर 15 चौकों की मदद से 186 रन बनाकर अपना दोहरा टेस्ट पूरा करने के फेर में नौवें और आखिरी बल्लेबाज के रूप में टॉड मर्फी की गेंद को उड़ाने के फेर में 179 ओवर में तीसरी गेंद पर लॉन्ग ऑन पर मरनुस लबुशेन को कैच थमा आउट हुए इसी के साथ भारत की पहली पारी 571 रन पर समाप्त हुई।भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 91 रन की अहम बढ़त हासिल कर ली।
विराट ने गजब का संयम दिखाते हुए ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के 53ओवर की दूसरी गेंद को हल्के से खेल अपने टेस्ट करियर का 28 वां शतक पूरा करने के हेलमेट उतारा और फिर बल्ला हाथ में लिए ड्रेसिंग रूम और मैदान पर मौजूद हर दर्शक का अभिवान कर मंद मंद मुस्कुराए। उन्होंने हेलमेट और बल्ला नीचे जमीन पर रखा और फिर गले की चेन में पड़ी शादी की अंगूठी को चूमा और मैदान पर मौजूद हर किसी का आभार व्यक्त किया। विराट जैसे ही अपना शतक पूरा किया तो मैदान पर मौजूद लाखों की तादाद में क्रिकेट प्रेमियों ने इस पल की तस्वीर अपने अपने मोबाइल की कैमरे से खींच एक यादगार के रूप में हमेशा के लिए सहेज लिया।
दर्शक दीर्घा में विराट का एक प्रशंसक हाथ में बैनर लिए दिखा, ‘मैं सुदूर तंजानिया से विराट के इस टेस्ट शतक को देखने आया हूं। वहीं एक करीब चार पांच बरस का क्रिकेट का असल बालक प्रेमी हाथ मे बैनर लिए दिखा ‘वी लव यू विराट।Ó विराट के साथ भारत के हर क्रिकेट प्रेमी के जेहन में उनके इस शतक की याद लंबे समय तक रहेगी। भारत और दुनिया के सर्वकालीन महानतम सलामी बल्लेबाज सुनील गावसकर ने शनिवार को टेस्ट के तीसरे दिन ही यह भविष्यवाणी कर दी थी कि विराट जिस विश्वास से खेल रहे वह इसमें जरूर ही बड़ा शतक जड़ेंगे। दुनिया में अपनी घरेलू जमीन पर क्रिकेट में सबसे ज्यादा अंतर्राष्टï्रीय शतक सचिन तेंडुलकर (42) के नाम हैं और उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग (36) और फिर विराट कोहली (31) खड़े हैं।
विराट ने पूरी पारी उनके जीवट और खुद पर विश्वास का अदभुत नमूना था। विराट ने विराट ने इससे पहले अपना अंतिम शतक 23 नवंबर को कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ बनाया था। विराट इसके बाद तो लगा कि टेस्ट क्रिकेट में उनके शतकों का सूखा ही पड़ गया है। विराट ने अपना शतक 241 गेंद खेल कर मात्र पांच चौकों की मदद से पूरा किया। यह बेशक उनके सबसे धीमे लेकिन सबसे अहम टेस्ट शतकों में एक है। विराट ने अपने 27 टेस्ट 141 पारियों में पूरे किए लेकिन 28 वें टेस्ट शतक तक पहुंचने के लिए उन्हें 42 पारियां और खेलने पड़ गई। विराट और भारत के लिए यह टेस्ट इसलिए खास अहम है क्योंकि उन्होंने टीम इंडिया की जरूरत के मुताबिक एक छोर संभाले रख कर भारत के स्कोर को आगे बढ़ाया। बेहद अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम की पिच में स्पिन का हौवा नहीं था था लेकिन इस पर तेजी से रन बनाना भी मुमकिन नहीं था। विराट अपनी पारी के शुरू में जरूर नाथन लियोन की गेंद पर दिक्कत में भी आए लेकिन उन्होंने खुद पर संयम बरकरार रखा।विराट ने अहमदाबाद में अपना शतक 241 गेंदों में परा किया जबकि इससे पहले उन्होंने 2012-13 में 289 गेंद खेल कर अपना शतक पूरा किया था।