
डॉ. सतीश “बब्बा”
युद्ध चल रहा है,
अशोक सम्राट के,
गौतम बुद्ध के,
जमाने से चल रहा है!
युद्ध चल रहा है,
राम – रावण के,
महाभारत के,
जमाने से चल रहा है!
युद्ध चल रहा है,
आल्हा – ऊदल के,
हल्दीघाटी के,
जमाने से चल रहा है!
युद्ध चल रहा है,
देवासुर संग्राम के,
विश्वयुद्ध के,
जमाने से चल रहा है!
युद्ध चल रहा है,
शीतयुद्ध से भी,
खतरनाक है,
आज जो चल रहा है!
युद्ध चल रहा है,
आज का युद्ध,
बेनाम चल रहा है,
ओट से चोट चल रहा है!
युद्ध चल रहा है,
मानसिक युद्ध ,
सब कोई लड़ रहा है,
अपनों से लड़ रहा है!
युद्ध चल रहा है,
भयंकर परिणाम होंगे,
कलयुगी शकुनि,
दांव पे दांव चल रहा है!
युद्ध चल रहा है,
मनुष्य खुद से लड़ रहा है,
मानसिक युद्ध चल रहा है,
विध्वंसक युद्ध चल रहा है!!