अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पूरे विश्व ने किया भारत के दर्शन को प्रणाम

  • एक योग सत्र में अधिकतम देशों की भागीदारी से बना एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

गोपेंद्र नाथ भट्ट

नई दिल्ली : भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरीका के न्यूयॉर्क शहर में बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालयके प्रतिष्ठित नॉर्थ लॉन में 9वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का वैश्विक नेतृत्व कर एक नया इतिहासरच दिया। इस कार्यक्रम में 135 से अधिक देशों ने भाग लिया। इस मौके पर किसी एक योग सत्र में इतनेअधिक संख्या में देशों की भागीदारी ने एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी स्थापित कर दिया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पूरे विश्व द्वारा भारत के दर्शन को किए गए प्रणाम का यह अद्भुत दृश्य सचमुच हीदेखने लायक था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएन हेड क्वाटर पर राष्ट्रपिता

महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद आम लोगों के मध्य चटाई पर बैठ कर योग केविभिन्न आसन किए। इस मौके पर 77वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष एरिक एडम्स के साथ ही संयुक्तमहा संघ के अधिकारी गण और दुनिया की कई जानी मानी हस्तियां भी मौजूद थी।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की इस वर्ष की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’ रखी गई थी । भारतीय वैदिकसंस्कृति के अनुसार “वसुधैव कुटुम्बकम” का अर्थ “एक पृथ्वी-एक परिवार” से है।

विश्व के दो सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देशों के मिलन के साथ मनाए गए इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस केअद्भुत उत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि योग दुनिया के सभी लोगों के लिए है और इसका भारत नेकोई कॉपीराइट और पेटेंट भी नही किया । साथ ही इसकी कोई रॉयल्टी एवं कोई मूल्य भी निर्धारित नहीं कियागया है। भारतीय योग पोर्टेबल है और आयु लिंग और फ़िटनेस स्तर के अनुकूल है।संस्कृति ने हमेशा से ही पूरेविश्व को अपना परिवार माना है और पूरी दुनिया के लोगों के सुख,शांति, समृद्धि और सभी के हमेशा स्वस्थ्यतथा निरोगी रहने की कामना की हैं। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि पिछलें वर्ष पूरी दुनिया यहाँ भारत केअन्तर्राष्ट्रीय बाजरा (मिलेट्स) वर्ष -2023 का समर्थन करने पहुँची थी और आज योग के लिए जुटी हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के इस लोमहर्षक समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तमाम प्रोटोकॉल को दरकिनार करभारतीय समुदाय के बच्चों और युवाओं से आत्मीयता के साथ मिले।

समारोह में रिकार्ड संख्या में मौजूद विभिन्न देशों और राष्ट्रीयताओं के हजारों योग उत्साही लोगों का योग औरउसके विभिन्न आसनों के प्रति जबरदस्त उत्साह और उमंग देखने योग्य था।इस मौके पर संयुक्त राष्ट्रमहासचिव एंटोनियो गुटेरेस का एक वीडियो संदेश भी चलाया गया।

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों के अलावा सभी क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां, राजनयिक, अधिकारी, शिक्षाविद, स्वास्थ्य पेशेवर, टेक्नोक्रेट्स, उद्योग समूह के नेता गण, मीडिया से जुड़ी हस्तियां , कलाकार, आध्यात्मिक नेता, योग चिकित्सक, न्यूयॉर्क शहर के मेयर , संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव औरसंयुक्त राष्ट्र सतत विकास समूह की अध्यक्ष आदि शख़्सियत भी मौजूद थी।इनमें रिचर्ड गेर और सयुंक्त राष्ट्रसंघ में भारतीय राजदूत रुचिरा कम्बोज मौजूद थे। अंतर्राष्ट्रीय गायिका मैरी मिलबेन भारतीय परिधान में योगस्थल पर पहुँची।

योग सत्र से पहले, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, राष्ट्र पिता कीइस प्रतिमा का उद्घाटन दिसंबर 2022 में भारत की यूएनएससी में अध्यक्षता के दौरान किया गया था। इसकेबाद प्रधानमंत्री मोदी ने नॉर्थ लॉन में स्थित पीसकीपिंग मेमोरियल पर भी अपना सम्मान व्यक्त किया।

उल्लेखनीय है कि नौ वर्ष पहलें संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर 21 जून कोपूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के एक प्रस्ताव के माध्यम से मंज़ूर किया था,तबसे आजतक सारी दुनिया हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाती आ रही है ।आज न्यूयार्क मेंप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के भव्य आयोजन ने पूरे विश्व को न केवलएकजुटता और योग की प्रासंगिकता का सन्देश दिया हैं वरन भारतीय संस्कृति और दर्शन की पताका को विश्वमंच पर एर अधिक ऊँचाइयों तक फहराने का गौरव भी हासिल कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।