रविवार दिल्ली नेटवर्क
कोलकाता : प्रतिष्ठित संस्था रचनाकार -एक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक क्रांति तथा राजस्थान पत्रिका के सौजन्य से राजस्थान सूचना केन्द्र में “लघुकथा समारोह” का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर हिंगलाज दान रतनू जी की विशेष उपस्थिति रही।
कार्यक्रम संयोजक रावेल पुष्प ने स्वागत वक्तव्य के साथ ही आज की तेज रफ़्तार ज़िन्दगी में लघुकथाओं की ग्रहणशीलता और साहित्य जगत में उसकी स्वतंत्र रूप से स्वीकृत होने की भी चर्चा की। उसके उपरांत
मौसमी प्रसाद ,शशि लाहोटी ,उषा जैन ,प्रगति दुबे ,सविता भुवानिया ,श्वेता गुप्ता श्वेतांबरी,सुधा मिश्रा , चंदा प्रहलादका
,डॉ उषा पांडेय शुभांगी ,डॉ क्षिप्रा मिश्रा , रमाकांत सिंहा,उदिता नेवर ने स्वरचित लघुकथाओं का पाठ किया, जिनमें मानवीय संवेदनाओं के क्षरण एवं पारिवारिक मूल्यों के विघटन के स्वर बखूबी उभरे।
लघुकथाओं की विस्तृत समीक्षा रावेल पुष्प जी और संस्था के संस्थापक सभापति सुरेश चौधरी जी ने करते हुए उनकी ख़ूबियों और खामियों की चर्चा की । डॉ. क्षिप्रा मिश्रा की ‘पेंशन’ को सर्वश्रेष्ठ लघुकथा घोषित किया गया और उन्हें पुरस्कार स्वरूप पुस्तकें एवं सनद प्रदान किये गये।
संस्था की कार्यकारी अध्यक्ष रचना सरन ने कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन करते हुए संस्था के आगामी वार्षिक अधिवेशन की घोषणा की। अंत में सुरेश चौधरी जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। खचाखच भरे सभागार में उपस्थित सभी साहित्य प्रेमियों ने आयोजन की भूरि भूरि प्रशंसा की।