दीपक कुमार त्यागी
- गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली के 100 से ज्यादा बाजारों के व्यापारियों ने सीटीआई से किया संपर्क
- सीटीआई को उम्मीद बहुत जल्द ही जेल से बाहर आयेंगे सिसोदिया
- मार्च में दिल्ली सरकार के बजट को लेकर व्यापारियों से लगातार कर रहे थे मीटिंग
- सिसोदिया की गिरफ्तारी से बाजारों का विकास कार्य हो सकता है प्रभावित
नई दिल्ली : दिल्ली की आबकारी नीति में कथित घोटाले के आरोप में सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद दिल्ली के व्यापारी बेहद चिंतित हो गए हैं और सीटीआई के अनुसार दिल्ली के व्यापारियों में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर जबरदस्त नाराजगी है। दिल्ली में व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से दिल्ली के व्यापारियों में जबरदस्त नाराजगी व्याप्त हो गयी है, कश्मीरी गेट, चांदनी चौक, चावड़ी बाजार, खारी बावली, नया बाजार, सदर बाजार, करोल बाग, राजौरी गार्डन, कमला नगर, कीर्ति नगर, नेहरू प्लेस, लाजपत नगर, साउथ एक्स, लक्ष्मी नगर, रोहिणी, पीतमपुरा जैसे लगभग 100 बाजारों के व्यापारियों ने सीटीआई (CTI) से संपर्क करके मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर नाराजगी जताई है।
सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि मार्च माह में दिल्ली सरकार का बजट आने वाला है, वित्त मंत्री होने के नाते मनीष सिसोदिया बजट तैयार करने में जुटे हुए थे। वह निरंतर दिल्ली के व्यापारियों से मिलकर उनके सुझावों पर अमल में लाने का प्रयास कर रहे थे, इसी क्रम में पिछले दिनों मनीष सिसोदिया ने कई मार्केट एसोसिएशन्स के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग भी की थी, वहीं अगले कुछ दिनों में बहुत से मार्केट एसोसिएशंस के साथ उनकी बैठक होनी थी। लेकिन अब उनकी गिरफ्तारी से बजट का कामकाज प्रभावित हो सकता है, बहुत सारे व्यापारियों ने अपने बाजार की समस्याओं और डिमांड की नोटिंग करके इसे मनीष सिसोदिया के समक्ष साझा करना था। दिल्ली के व्यापारियों और मनीष सिसोदिया के बीच निरंतर परस्पर संवाद कायम होता रहा है। हर साल बजट बनाने से पहले उपमुख्यमंत्री दिल्ली के व्यापारियों के साथ सलाह-मशविरा अवश्य करते थे, वह बाजारों के विकास और कारोबारियों को राहत दिलाने की दिशा में अहम फैसले लेते थे।अप्रैल से वित्तीय वर्ष शुरू होगा, लिहाजा मार्च में ही बजट पेश होगा।
लेकिन मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद अब यदि कोई नया मंत्री बजट पेश करेगा, तो इस से व्यापारियों के बहुत सारे मुद्दों का हल नहीं हो पायेगा और बजट पेश करना भी नये वित्त मंत्री के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। निगम में ‘आप’ की सरकार बनने के बाद दिल्ली सरकार व व्यापारियों को उम्मीद थी कि अब बाजारों में विकास कार्य तेजी से हो सकेंगे।
लेकिन अब व्यापारियों को आशंका है कि रोजगार बजट, स्टार्ट अप नीति, फूड ट्रक पॉलिसी, बाजारों का रीडिवलेपमेंट, फूड हब, क्लाउड किचन नीति, इलेक्ट्रॉनिक सिटी, दिल्ली बाजार पोर्टल, नॉन कन्फर्मिंग औद्योगित क्षेत्र में विकास जैसी तमाम योजनाओं पर मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से असर पड़ सकता है। जो कि दिल्लीवासियों पर व्यापारियों के लिए बेहद नुकसानदायक व नकारात्मक स्थिति है।